गांधी संस्थान का मामला पहुंचा इलाहाबाद हाईकोर्ट, प्रियंका गांधी ने किया मोदी सरकार पर हमला

Estimated read time 1 min read

नई दिल्ली/ प्रयागराज। उत्तर रेलवे और वाराणसी प्रशासन ने सर्व सेवा संघ, वाराणसी को नोटिस भेजकर परिसर में स्थित भवनों को अवैध बताया है। और नोटिस में 30 जून को सर्व सेवा संघ के भवनों से ‘अतिक्रमण’ हटाने के लिए बुलडोजर द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करने की सूचना दी है। नोटिस में आगाह किया गया है कि ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू करने के पहले सर्व सेवा संघ अपना सामान परिसर से हटा ले।

उत्तर रेलवे और वाराणसी जिला प्रशासन का नोटिस मिलने के बाद सर्व सेवा संघ ने अदालत का रूख किया है। सर्व सेवा संघ ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिक दायर कर अपनी संपत्ति और भवन की रक्षा का गुहार लगाया है।

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भारत सरकार के काउंसिल को निर्देश दिया है कि 30 जून तक सर्व सेवा संघ के भवनों को किसी तरह से क्षति न पहुंचाया जाए। कोर्ट इस संबंध में 30 जून को पुनः सुनवाई करेगा और वह अपना अंतिम निर्णय 30 जून को देगा। तब तक के लिए हाईकोर्ट ने सारे कार्यक्रम स्थगित करने का अंडरटेकिंग रेलवे से ले लिया है। प्रशासन को भी हाईकोर्ट ने यही निर्देश दिया है।

सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने ट्वीट कर सर्व सेवा संघ के मुद्दे पर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।

देश भर में हो रहा प्रतिरोध

आज यानि बुधवार को सर्व सेवा संघ की जमीन और मकान पर सरकारी कब्जे को लेकर बनारस के सभी सामाजिक संस्थाओं के लोग और सर्व सेवा संघ प्रकाशन और गांधी विद्या संस्थान के कार्यकर्ता, उनके परिवार के लोग जिलाधिकारी, कमिश्नर वाराणसी और एडीआरएम रेलवे वाराणसी के कार्यालय पर ज्ञापन देने के लिए गए।

ज्ञापन में उन्होंने सर्व सेवा संघ के साधना केंद्र परिसर को ध्वस्त करने की कार्यवाही को तत्काल प्रभाव से रोकने की मांग की है। सर्व सेवा संघ का कहना है कि यह कार्यवाही और नोटिस बिल्कुल अवैधानिक और सुप्रीम कोर्ट के रूल का उल्लंघन है।

सर्व सेवा संघ परिसर में पूरे देश के गांधीजनों का आना शुरू हो गया है। 30 जून को प्रशासन के गलत इरादों के प्रतिरोध की रूपरेखा तैयार हो रही है। प्रशासन के निर्णय के विरोध में पूरे देश के गांधी विचार को मानने वाले लोग, प्रोफेसर, बुद्धिजीवी और कई पार्टियों के राजनीतिक लोग सर्व सेवा संघ में 29 तारीख से आ रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने धरना, उपवास, आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है।

राज मोहन गांधी ने पीएम मोदी और सीएम योगी से की अपील

महात्मा गांधी के पौत्र राजमोहन गांधी ने पीएम मोदी और सीएम योगी से गांधी, जयप्रकाश नारायण और विनोबा से घनिष्ट रूप से जुड़े केंद्र को हटाने से रोकने की अपील की है।

प्रियंका गांधी ने कहा- यह गांधी विरासत पर हमला है

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने फेसबुक पोस्ट लिखकर वाराणसी में स्थित सर्व सेवा संघ परिसर को भाजपा सरकार द्वारा खाली करने और ढहाने की कार्यवाही शुरू करने को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विरासत पर हमला बताया है।

उन्होंने कहा कि आचार्य विनोबा भावे, डॉ राजेंद्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री एवं बाबू जगजीवन राम के प्रयासों से वाराणसी में सर्व सेवा संघ की स्थापना हुई थी। इसका मकसद गांधी जी के विचारों का प्रचार-प्रसार करना था। इन्हीं महापुरुषों के नेतृत्व में यह जमीन भी खरीदी गई थी। यह भवन गांधी स्मारक निधि एवं जयप्रकाश नारायण जी द्वारा किये गये दान-संग्रह से बनवाया गया था।

आज भाजपाई प्रशासन द्वारा इसे अवैध बताकर कार्यवाही शुरू करना महात्मा गांधी जी के विचारों और उनकी विरासत पर एक और हमला करने की कोशिश है। हम इस अत्यंत शर्मनाक कार्यवाही की घोर निंदा करते हैं और संकल्प लेते हैं कि महात्मा गांधी की विरासत पर हो रहे हर हमले के खिलाफ डटकर खड़े रहेंगे। हमारे देश के महानायकों और राष्ट्रीय विरासत पर भाजपाई हमले को देश की जनता कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।

(जनचौक की रिपोर्ट।)

You May Also Like

More From Author

1 1 vote
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments