Author: चैतन्य नागर
वेलेंटाइन डे विशेष: सेक्स के चूल्हे पर प्रेम की हांडी
स्त्री पुरुष के रिश्तों में सेक्स और प्रेम के बीच की विभाजन रेखा बारीक तो हमेशा रही है, पर अब यह अधिक धूमिल और अस्पष्ट [more…]
न्यूरालिंक का मानव परीक्षण: दिमाग हमारा, कब्जा धन्नासेठों और नेताओं का
बरसों पहले, मोबाइल फ़ोन आने के बाद, जब मैं किसी नर्सिंग होम के बाहर दवा कंपनियों के नुमाइंदों को बैग उठाये, प्रतीक्षारत देखता था, नवजात [more…]
गलत शिक्षा प्रणाली और कोचिंग का तमाशा
खान एकेडेमी अमेरिका से काम करती है। बहुत नाम कमाया है इसने। इसमें छोटे बच्चे भी दाखिला ले सकते हैं। कोचिंग संस्थानों पर शिक्षा मंत्रालय [more…]
न्याय प्रणाली का मखौल उड़ाते वकील
न्याय की बात जहां आती है वहां कुछ बड़ी सैद्धांतिक बातें सामने आने लगती हैं। मसलन न्याय में विलंब अन्याय है, वादकारी का हित सर्वोच्च [more…]
थका हुआ टीचर पढ़ाये कैसे?
‘बर्नआउट’ अंग्रेजी का शब्द है पर आज कल इसका सामान्य तौर पर हिंदी में भी उपयोग होने लगा है। इसका अर्थ है बहुत अधिक काम [more…]
कोटा के कोचिंग सेंटर बने ‘मौत’ की फैक्ट्रियां
कोटा में करीब 1800 करोड़ रुपये का कारोबार करने वाली कोचिंग फैक्ट्रियों में हर साल लगभग दो लाख बच्चे दाखिला लेते हैं। उनकी आंखों में [more…]
शिक्षा के मंदिर में जाति-धर्म की पूजा: चांद से मुजफ्फरनगर कैसा दिखता होगा?
अभी कल उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर का एक वीडियो वायरल हुआ जो बहुत व्यथित करने वाला और तकलीफदेह था। एक शिक्षिका अपनी क्लास के आठ [more…]
जादवपुर यूनिवर्सिटी: रैगिंग की क्रूरता से तबाह होते होनहार
पश्चिम बंगाल की विख्यात जादवपुर यूनिवर्सिटी में हाल ही में एक छात्र ने कथित रूप से रैगिंग से परेशान होकर खुदकुशी कर ली। यह खबर [more…]
विचारधाराओं का संघर्ष न हो तो राजनीति कैसी?
विचारधाराओं का द्वंद्व, इससे उत्पन्न होने वाला सच, इस सच से एक नई सिंथेसिस का जन्म और फिर से एक बड़े सच के लिए संघर्ष। [more…]
हेनरी डेविड थोरो जन्मदिन विशेष: सादगी हो, पर सियासत के नाम पर नहीं
सादगी दिवस की शुरुआत लेखक और दार्शनिक हेनरी डेविड थोरो के सम्मान में की गई थी। डेविड जीवन को सादगी से जीने के हिमायती थे। [more…]