मुख्तार अंसारी की हिरासती मौत और (अ) सभ्य समाज की प्रतिक्रिया
पिछले साढ़े 18 वर्षों से जेल में बंद पूर्वांचल के प्रमुख ‘माफिया’ कहे जाने वाले मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। इस “वैदकी हिंसा” पर [more…]
पिछले साढ़े 18 वर्षों से जेल में बंद पूर्वांचल के प्रमुख ‘माफिया’ कहे जाने वाले मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। इस “वैदकी हिंसा” पर [more…]
भगत सिंह और उनके साथियों की शहादत से कौन डरता है? इस वर्ष मार्च तक आते-आते भारत में राजनीतिक सामाजिक अंतर विरोध तीव्रतम रूप में टकरा [more…]
कुछ दिन पहले पाकिस्तान के मशहूर प्रगतिशील शायर अहमद फराज का एक पुराना साक्षात्कार देख रहा था। उस साक्षात्कार में फराज शाहब कहते हैं कि [more…]
स्वामी सहजानंद सरस्वती और किसान आंदोलन -ब्रिटिश काल में किसान संगठन और आंदोलन की शुरुआत स्वामी सहजानंद सरस्वती ने की थी। स्वामी सहजानंद भारत में [more…]
13 फरवरी को पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार संयुक्त किसान मोर्चा (अराजनीतिक) के आवाहन पर पंजाब से हजारों किसान दिल्ली की तरफ बढ़ चले। हरियाणा [more…]
किसान, मजदूर, व्यापारी, कर्मचारी और छात्रों-नौजवानों में पल रहा आक्रोश नए-नए रूपों में प्रकट होने लगा है। इसके संकेत देश में घटने वाली घटनाओं की [more…]
विजय बहादुर राय (भाई साहब) का जाना संसोपा कालीन सोशलिस्ट नेताओं के आखिरी पीढ़ी का चला जाना है। लोकबंधु राज नारायण की समाजवादी दृढ़ता लोकतांत्रिक [more…]
नश्वर शरीर से मुक्त गांधी भी हिंदुत्व का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। राज्य की दानवी ताकत पर बैठा, तोप, टैंकर, बंदूक, युद्धक और मानव [more…]
हम भारतवासियों को 2014 में हुआ चुनाव अवश्य याद होगा, जब कॉर्पोरेट पूंजी के रथ पर सवार मोदी भारतीय राजनीति के क्षितिज पर धूमकेतु की [more…]
अभी कुछ दिन पहले सुपर कॉप जूलियस रिवोरो ने एक बातचीत में कहा था कि “हम भगवा पाकिस्तान होते जा रहे हैं।” यह टिप्पणी सुनकर [more…]