Friday, March 29, 2024

जयसिंह रावत

मसूरी गोलीकांड की 29वीं बरसी: प्रशासन की साजिश का परिणाम था गोलीकांड

देहरादून। उत्तराखंड के मसूरी गोलीकांड की आज 29वीं बरसी है। 29 साल पहले दो सितंबर 1994 को पुलिस की गोली से छह आंदोलनकारियों की मौत हो गई थी। राज्य सरकार की आरक्षण नीति के खिलाफ तथा पृथक राज्य की...

चांद पर भारत: साकार हुआ नेहरू और साराभाई का सपना

चंद्रयान-3 का पृथ्वी से 3.84 लाख किमी की दूरी तय कर चांद पर उतरना एक इतिहास रचना तथा अन्तरिक्ष के अनगिनत रहस्यों की खोज की दिशा में एक अति महत्वपूर्ण कदम है। इस महान उपलब्धि के लिये चंद्रयान प्रोजेक्ट के...

उत्तराखंड सरकार को अदालत से ज्यादा लोकायुक्त का डर?

देहरादून। उत्तराखंड में लोकायुक्त का गठन करने के लिये नैनीताल हाईकोर्ट द्वारा 8 सप्ताह के अल्टीमेटम की अवधि भी निकल ही गयी है। हाईकोर्ट ने गत 27 जून को राज्य सरकार को 8 सप्ताह के अन्दर लोकायुक्त का गठन करने...

स्वतंत्रता दिवस विशेष: भारत-पाक के बीच सेना का यूं हुआ बंटवारा, बड़ी संख्या में मुसलमान सैनिकों ने मजहब नहीं मातृभूमि को चुना

भारत का बंटवारा मजहब के आधार पर होने के बावजूद जिस तरह बड़ी संख्या में मुसलमानों ने मजहब को तरजीह देने के बजाय मातृभूमि को सर्वोच्च मान कर भयंकर दंगे-फसाद के बावजूद भारत में ही जीने-मरने का फैसला किया...

अगस्त क्रांति: यूसुफ मेहर अली ने महात्मा गांधी को सुझाया था ‘भारत छोड़ो’ नारा

अंग्रेजों के खिलाफ भारत के स्वाधीनता सेनानियों की अगुवाई में भारत की जनता द्वारा लड़ी गयी निर्णायक लड़ाई, ’’भारत छोड़ो आन्दोलन’’ की 81 वीं वर्षगांठ सारे देश में मनाई जा रही है। इस जश्न में इस क्रांति के असली...

उत्तराखंड के भू-कानून को ‘लैंड जिहाद’ के बुलडोजर ने रौंद डाला

भारत छोड़ो आन्दोलन के निर्णायक संघर्ष के बाद जब भारत की आजादी भविष्य के गर्भ में पल रही थी तो पंडित गोविन्द बल्लभ पन्त जैसे राष्ट्र नायकों के दिमाग में ख्याल आया कि अंग्रेज तो चले जायेंगे मगर लोगों...

उत्तराखण्ड के गो-सदनों में भूख-प्यास से तड़प-तड़प कर मर रही हैं ‘राष्ट्रमाता’

राज्य विधानसभा में प्रस्ताव पास करा कर गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने वाला उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य तो बन गया लेकिन राज्य में गोवंश की दुर्दशा में सुधार होता नजर नहीं आ रहा है। क्रूरता और गोवंश के...

स्वामी प्रसाद मौर्य गलत नहीं, कभी बौद्ध मठ था बदरीनाथ

भारत में विभिन्न सभ्यताओं, साम्राज्यों और धार्मिक परंपराओं का एक प्राचीन और समृद्ध इतिहास है। कई धार्मिक स्थल सदियों से विभिन्न समुदायों के लिए पूजा स्थल रहे हैं। उपासना स्थलों को लेकर भी लोगों की अपनी-अपनी मान्यताएं होने के...

हटा दो ‘इंडिया’: न रहेगा बांस न बजेगी बांसुरी

महान ब्रिटिश नाटककार, कवि और कथाकार विलियम शेक्सपियर के नाटक "रोमियो और जूलियट" की नायिका जूलियट का कालजयी डायलॉग "नाम में क्या रखा है" (एक्ट-2 दृश्य-2) आज भी लोगों की जुबां पर है। लेकिन हाल ही में देश के...

उत्तराखंड: चमोली के भयंकर हादसे में 17 लोगों की मौत के लिए सरकारी तंत्र जिम्मेदार

अलकनन्दा के किनारे बसे चमोली नगर में नमामि गंगे के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में बिजली का करंट फैलने से पहले एक व्यक्ति की मौत होना और उसी स्थान पर कुछ ही घंटों के बाद फिर बिजली के करंट से...

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बहुसंख्यकवादी नैरेटिव को टेका लगाती फिल्में: स्वातंत्र्यवीर सावरकर

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