Author: महेंद्र मिश्र

  • लीपापोती कार्यक्रम था कोरोना पर सु्प्रीम कोर्ट का स्वत:संज्ञान

    लीपापोती कार्यक्रम था कोरोना पर सु्प्रीम कोर्ट का स्वत:संज्ञान

    कहते हैं जो गरजते हैं वो बरसते नहीं। कोरोना संबंधी स्वत: संज्ञान का भी सुप्रीम कोर्ट में यही हाल हुआ। इतना हो हल्ला के बाद नतीजा सिफर रहा। माननीय ने संज्ञान तो इस तरह से लिया था मानो केंद्र सरकार समेत जिम्मेदार दूसरे लोगों की अब खैर नहीं। सुप्रीम कोर्ट में सरकार के ऊपर आसमान…

  • योगी जी! आप जीत गए, आपका अहंकार जीत गया

    योगी जी! आप जीत गए, आपका अहंकार जीत गया

    योगी जी आप जीत गए। आप का अहंकार जीत गया। आपकी वह प्रतिज्ञा भी जीत गयी जिसका आपने संकल्प लिया था। आपने तय किया था कि कांग्रेस द्वारा मुहैया करायी गयी बसों को यूपी की सड़कों पर नहीं दौड़ने देना है तो नहीं दौड़ने देना है। आपने उसको पूरा करके दिखा दिया। आपने यह भी…

  • प्रवासी मज़दूरों के लिए मौत का कुआं बन गया है पूरा देश

    प्रवासी मज़दूरों के लिए मौत का कुआं बन गया है पूरा देश

    ‘वंदे भारत मिशन’ के तहत कल मलेशिया, क़तर, शारजाह, मस्कट, दुबई से लेकर मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया के तमाम देशों से विमान लखनऊ, कोच्चि और चेन्नई समेत ढेर सारे हवाई अड्डों के लिए उड़ान भरे। इनके ज़रिये बाहर फंसे हज़ारों भारतीयों को अपने देश लाया गया। न सरकार ने इनसे किराया वसूला और…

  • मोदी की प्राथमिकता में आख़िरी नंबर पर है कोरोना

    मोदी की प्राथमिकता में आख़िरी नंबर पर है कोरोना

    लॉकडाउन 2.0 के आख़िरी दिन चलिए फूल-मालाओं की बारिश भी हो गयी। यह मोदी जी का तीसरा इवेंट था जिसे उन्होंने ख़ुद न कर सेना के ज़रिये संपादित करवाया। मोदी जी चाहते हैं कि घंटी-घड़ियालों और जहाज़ों के शोर में जनता और चिकित्साकर्मियों की आवाज़ें दब जाएं। लेकिन ये समस्याएँ इतनी बड़ी हैं कि दबाने…

  • 1000 बनाम 7000 बनाम 1500000!

    1000 बनाम 7000 बनाम 1500000!

    सबसे पहले आपके सामने कुछ तथ्य रखते हैं जो भारत से ही संबंधित हैं। -1000 तबलीगी जमात के लोग बाहर से आए। मरकज़ में जमावड़ा कुल ढाई से लेकर तीन हज़ार लोगों का था। लिहाज़ा इसमें बाहर से आने वालों की संख्या कम हो सकती है फिर भी हमने उसे अधिक से अधिक बढ़ाकर पेश…

  • व्यवस्था और मुस्लिम समुदाय के बीच अविश्वास की बढ़ती खाई का नतीजा है इंदौर और मुरादाबाद के हमले

    व्यवस्था और मुस्लिम समुदाय के बीच अविश्वास की बढ़ती खाई का नतीजा है इंदौर और मुरादाबाद के हमले

    इंदौर के बाद अब मुरादाबाद के मुस्लिम बहुल इलाके में कोरोना के मरीज़ को चेक करने गए डाक्टरों पर हमले की घटना सामने आयी है। कोई ऐसा नाशुकरा ही होगा जो इस घटना की निंदा नहीं करेगा। लेकिन ठंडे दिमाग़ से सोचिए क्या किसी मरीज़ के हमदर्द इलाज करने आए किसी चिकित्सक पर हमला करेंगे?…

  • कोरोना काल में भी जारी है नफ़रत और घृणा का खेल

    कोरोना काल में भी जारी है नफ़रत और घृणा का खेल

    देश में कोरोना महामारी तीसरे स्टेज में पहुँच गयी है। सरकार ने भले ही इसकी आधिकारिक घोषणा न की हो लेकिन उसके कर्ताधर्ताओं की तरफ़ से आए कुछ वक्तव्यों ने इस बात को साफ़ कर दिया है। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत के नेतृत्व में गठित एम्पावर्ड ग्रुप ने जब मीडिया को यह बताया…

  • इतनी निर्लज्जता कहां से लाते हो महारथी?

    इतनी निर्लज्जता कहां से लाते हो महारथी?

    यह भारत का दूसरा विभाजन है। यह पहले से भी त्रासदपूर्ण है। क्योंकि यह आंतरिक है। बस अंतर केवल इतना है कि पहले में लोग अपने घरों से निकल कर हज़ारों हज़ार किलोमीटर के अनजाने गंतव्यों के लिए निकले थे। इसमें लोगों की कोशिश अपने सुरक्षित ठिकानों तक पहुँच जाने की थी। पहले का आधार…

  • बाहर कोरोना मारेगा, घर के अंदर भूख

    बाहर कोरोना मारेगा, घर के अंदर भूख

    प्रधानमंत्री के कल के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद यह बात स्पष्ट हो गयी है कि लोग अब मरने के लिए अभिशप्त हैं। बाहर कोरोना मारेगा और अंदर भूख। नहीं तो प्रधानमंत्री को यह बात ज़रूर साफ़ करनी चाहिए कि क्या वह केवल इस देश के उन 15 फ़ीसदी लोगों के प्रधानमंत्री हैं जो…

  • थाली बजाइये, कोरोना भगाइये; सरकार से कोई उम्मीद मत करिए!

    थाली बजाइये, कोरोना भगाइये; सरकार से कोई उम्मीद मत करिए!

    प्रधानमंत्री जी, थाली बजाने से अगर कोरोना वायरस ख़त्म हो जाता तो पूरी दुनिया इस समय यही काम रही होती। दो दिनों से देश में प्रचारित किया जा रहा था कि पीएम मोदी 19 मार्च को रात में 8 बजे देश को संबोधित करेंगे। इसको लेकर तरह-तरह की अफ़वाहों का भी बाज़ार गर्म था। कोई…