हम, खासकर उत्तर भारत के लोग ई.वी. रामासामी नायकर ‘पेरियार’ (17 सितंबर 1879 – 24 दिसंबर 1973) के बारे में…
कैसे ट्रांसजेंडर बच्चों को सबल, सक्षम और सामर्थ्य बनाएं
भारतीय समाज में बेटे के जन्म पर उछलना और बेटी के जन्म पर सिसकना आम बात रही है। जो बेटा…
टाटा का तनिष्क, मोदी-शाह का चीयरलीडर मीडिया और हम व आप
कुछ दिनों पहले जब पार्ले, अमूल, मारुति सुजुकी और फ्यूचर ग्रुप के चार काॅरपोरेट अधिशासियों ने घृणा और वैमनस्य का…
क्या चुनाव ला पाएगा बिहार को बदहाली से बाहर?
‘‘हरे-भरे हैं खेत मगर खलिहान नहीं; बहुत महतो का मान मगर दो मुट्ठी धान नहीं। भरा है दिल पर नीयत…
‘शिक्षक दिवस’ और सर्वपल्ली राधाकृष्णन के गौरव-गान के मायने
कहते हैं कि इतिहास एक ‘ट्रेचरस टेरेन’ है जहां बतायी जाने वाली चीजें कम होती हैं और छिपाई गई या…
ढांचे के तौर पर प्रणब कांग्रेसी थे! दिल संघ के लिए धड़कता था और सांस अंबानियों के लिए चलती थी
जानबूझकर ऐतिहासिक तथ्यों और स्मृतियों का लोप करने वाले और फायदे-नुकसान के लिहाज से इन या उन नेताओं व कारोबारियों…