Wednesday, April 24, 2024

डॉ. सिद्धार्थ

बसपा के कोर समर्थकों का असमंजस

पांच राज्यों में विधान सभा चुनावों का बिगुल बज चुका है, लेकिन सबकी निगाहें उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव पर सबसे ज्यादा केंद्रित हैं। आरएसएस-भाजपा के लिए उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में जीत का प्रश्न जीवन-मरण का प्रश्न...

यूपी में टूट रहा है भाजपा के विजय रथ का एक पहिया

2017 के विधान सभा चुनावों में भाजाप के प्रचंड बहुमत के विजय रथ के मुख्य दो पहिए थे- एक हिंदुत्व और दूसरा सोशल इंजीनीयरिंग। सोशल इंजीनीयरिंग के तहत भाजपा ने खुलकर गैर-यादव और गैर-जाटव का कार्ड खेला था और...

मोदी की बौखलाहट का नतीजा है पीएम से जुड़ा पंजाब सुरक्षा प्रकरण

एक देश के प्रधानमंत्री से सबसे पहली उम्मीद यह की जाति है कि उसके बयान प्रधानमंत्री पद की गरिमा के अनुकूल हों, न कि वह किसी गली के गुंडे की तरह अनाप-शनाप बके। पंजाब में प्रधानमंत्री के काफिले के...

नये चिंतन, विचार और ज्ञान की सर्जक थीं सावित्री बाई फुले

सावित्रीबाई फुले का व्यक्तित्व बहुआयामी है। वह महान शिक्षिका, बहुजनों और महिलाओं की मुक्ति के लिए संघर्ष करने वाली अद्वितीय नायिका और आधुनिक युग की महान कवयित्री हैं, लेकिन इस सब के पीछे उनका एक चिंतक-विचारक व्यक्तित्व भी है,...

बुद्धिजीवियों को लेना होगा हिंदुत्ववादी ताकतों से सीधा मोर्चा

आज निम्न गंभीर संकट हमारे सामने खड़ा है- 1- आरएसएस-भाजपा और उसके घोषित-अघोषित आनुषांगिक संगठनों के नेतृत्व में एक बहुसंख्य समूह के रूप में हिंदू बर्बर और आक्रामक तरीके से धार्मिक अल्पसंख्यकों (मुसलमानों और ईसाईयों) खिलाफ हमलावर है। अब बात...

उत्तराखंड भोजन माता प्रकरण: दलितों के अपने संवैधानिक अधिकार छोड़ने के चलते कायम है गांवों में ‘सामाजिक सौहार्द’

अखबारों में यह खबर आई है कि उत्तराखंड के सूखीढांग जाआईसी में भोजन माता प्रकरण का हल हो गया है। अभी तक की सूचना के अनुसार घटना क्रम इस प्रकार है पहले सवर्णों के बच्चों (ब्राह्मणवाद-मनुवाद के जहर से...

धर्म की अफीम चटाकर, ओबीसी लोकतांत्रिक क्रांति को आरएसएस ने कैसे रोका

डॉ. आंबेडकर के नेतृत्व में दलित लोकतांत्रिक क्रांति के बाद यदि भारत में ब्राह्मणवाद की कब्र खोदने वाली कोई लोकतांत्रिक क्रांति हो सकती थी, तो वह थी- ओबीसी क्रांति (शूद्र क्रांति)। यदि दलित लोकतांत्रिक क्रांति के बाद ओबीसी लोकतांत्रिक...

विफल मोदी, फिर भी विपक्ष असफल क्यों

यह सतह पर दिखने वाला खुला तथ्य है कि भारत की केंद्रीय सत्ता एक व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूम रही है, वह व्यक्ति नरेंद्र मोदी हैं। संसदीय लोकतंत्र का एक आधार स्तंभ कैबिनेट व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है, कैबिनेट मंत्री...

धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस:आंबेडकर का बुद्ध से नाता जोड़ने का निहितार्थ

आज धम्मचक्र प्रवर्तन दिवस है। आज ही के दिन (14 अक्टूबर 1956) डॉ. आंबेडकर ने महामानव गौतम बुद्ध से अपना घोषित नाता जोड़ा था, हालांकि अघोषित तौर पर बुद्ध से उनका नाता बहुत पुराना था। गौतम बुद्ध इस तथ्य...

सत्यशोधक समाज: भारत में सच्चे पुनर्जागरण की बुनियाद डालने वाली पहली संस्था

      सत्यशोधक समाज स्थापना दिवस (24 सितंबर, 1873) पुनर्जागरण को ज्ञानोदय और प्रबोधनकाल के रूप में भी जाना जाता है। इटली में इसका प्रारंभ हुआ था और लगभग तीन सौ वर्षों (14 वीं से 17 वीं सदी) में यह पूरे...

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सुप्रीम कोर्ट बुधवार 24 अप्रैल को यानि आज उन याचिकाओं पर अपना फैसला सुनाने वाला है, जिसमें चुनाव के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग...