आमिर पठान के लिए दो मिनट का मौन !

लातूर, सूबा महाराष्ट्र के मराठवाड़ा इलाके के शहर, जो अपनी ऐतिहासिक इमारतों के लिए मशहूर है, की जिन्दगी अब बदस्तूर…

आखिर तीन साल की उस बच्ची की मौत हमें क्यों लम्बे समय तक परेशान करती रहेगी ?

नम्रता (बदला हुआ नाम) इन्दौर के आई टी पेशेवर पति पत्नी की बेटी नहीं रही। उसे ब्रेन टयूमर था, जिस…

‘पवित्र स्नान’ का दूसरा पहलू : क्या महाकुंभ में सरकारी लापरवाही से लोग बेहद गंदे पानी में नहाते रहे?

आस्था और गंदगी सहयात्री रहते आए हैं। आस्था के तमाम जाने-माने केन्द्रों पर या अपनी आस्था को सेलिब्रेट करने के…

महाकुंभ में त्रासदी! कुंभ के पथ में हिन्दू राष्ट्र की पताका ?

एक अदद त्रासदी किसी सियासतदां की समूची करियर को हमेशा के लिए गर्त में ले जा सकती है .. या…

न्यायपालिका और हिन्दुत्व वर्चस्ववादी परियोजना 

दुनिया में जनतंत्र पर मंडराते खतरों की तरफ हाल के समय में बार-बार लिखा गया है। जानकारों ने इस बात…

आहत धार्मिक भावनाओं की बात करने का असली हकदार कौन है?

क्या किसी दूसरे धर्म के प्रार्थना स्थल में बेवक्त जाकर हंगामा करना या अपने पूजनीय/वरणीय के नारे लगाना, ऐसा काम…

नागरिक बना लाभार्थी, अमृत काल की उपलब्धि! 

सूबाई चुनावों का ऐलान हो चुका है, महाराष्ट्र और झारखंड में अगले माह के अंत तक नई सरकार का गठन होगा। वैसे इस…

अलविदा किशोर ! उस दोस्त की याद में !

किशोर- जिसे शेष दुनिया किशोर झा के नाम से जानती थी, जो छात्र जीवन में वाम आंदोलन से जुड़ा –…

लचीले हिन्दुत्व के नए रणबांकुरे

सियासत भी अजीब खेल होता है। अक्सर इस बात का अंदाज़ा भी नहीं लग सकता कि कैसे वह शैतानों के…

भारत में मैकार्थीवाद: अर्बन नक्सल के हौवे की वापसी !

‘मुझे पंडित नेहरू का भाषण याद आ रहा है-“आधी रात को भारत स्वाधीन होगा” 1 जुलाई की मध्यरात्रि भारत में…