आधा ज्ञान या आधी जानकारी हमेशा ही खतरनाक साबित होती है। 2021 की जनगणना तक करने में फिसड्डी साबित हो…
इस संविधान के प्रति आरएसएस की इतनी हिकारत क्यों है?
(वाजपेयी सरकार ने संविधान को बदलने की कोशिश की थी, लेकिन 2004 के चुनाव में हार गई। हमें सतर्क रहना…
स्वागत न्यू इंडिया: जहां अम्बेडकर की रचनाओं का सार्वजनिक अध्ययन ‘अशांति फैला सकता है’
किस तरह एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय को डॉ अम्बेडकर को अपमाानित करने दिया जा रहा है और चौतरफा खामोशी का षड्यंत्र…
दिमागों का सैन्यीकरण और राष्ट्र का हिन्दुत्वकरण: भविष्य के सैन्य अधिकारियों को हिन्दू वर्चस्ववाद का प्रशिक्षण!
(एक बेहद विवादास्पद निर्णय के तहत प्रधानमंत्री के अगुआई वाली केन्द्र सरकार ने सैनिक स्कूलों को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के…
हेगड़े के ‘मन की बात’ नहीं, भाजपा के ‘दिल की बात’
‘बिल्ली आंख मूंद कर दूध पीती है और सोचती है कि दुनिया देख नहीं रही है’ – संस्कृत सुभाषित जनाब…
हल्द्वानी हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को खुला पत्र
उत्तराखंड के हल्द्वानी में 8 फरवरी को घटित हिंसा का मसला, जब पुलिस ‘अवैध मस्जिद और मदरसे’ के ध्वस्तीकरण के…
अजेयता का मिथक: 2024 में मोदी की वापसी होगी या 2004 की होगी पुनरावृत्ति?
2024 की शुरूआत में भारत एक प्रचंड बदलाव की दहलीज पर खड़ा है। सभी जनतंत्र प्रेमी, इन्साफ पसंद और अमन…
क्या तीसरे खंभे की आज़ादी अब खतरे में है?
जनाब नेतन्याहू जो फिलवक्त़ इजरायल के प्रधानमंत्री हैं को अंततः आला अदालत के फैसले के आगे झुकना ही पड़ा। उन्हें…
हे राम/राज्य/! क्या कोविड 19 का अंतराल अध्यापकों के लिए नया अंधेरा लेकर आया है?
In Every Village the Torch, a teacher and an extinguisher the Priest-Victor Hugo महान फ्रेंच लेखक एवं कार्यकर्ता विक्टर हयूगो,…
स्मृति: मानवाधिकार की लड़ाई की कीमत जिंदगी देकर चुकाई थी एडवोकेट शाहिद आज़मी ने
ऐसा वक्त़ आता है जब खामोशी गद्दारी बन जाती है… इतिहास इस बात को दर्ज करेगा कि सामाजिक संक्रमण के…