विश्व प्रसिद्ध रचना ‘रॉबिन्सन क्रूसो’ के लेखक डैनियल डेफो, (1660-1731) बहुआयामी किस्म के व्यक्ति थे, व्यापारी थे, पत्रकार थे, लेखक…
फैसल की गिरफ्तारीः आखिर क्यों गायब है योगी की डिक्शनरी से प्रेम और सद्भाव शब्द?
कैसे कैसे मंज़र सामने आने लगे हैंगाते गाते लोग चिल्लाने लगे हैंअब तो इस तालाब का पानी बदल दोयहां के…
किताबें मत जलाइए, ऐसा इंतज़ाम कीजिए कि लोग उन्हें पढ़ ही न पाएं!
‘आप भले मेरी किताबें और यूरोप के सबसे उन्नत मस्तिष्कों की किताबें जला देंगे, लेकिन उन विचारों का क्या जो…
क्या बेगुनाहों को यूं ही चुपचाप ‘दफ्न’ हो जाना होगा!
‘‘कोई न कोई जरूर जोसेफ के बारे में झूठी सूचनाएं दे रहा होगा, वह जानता था कि उसने कोई गलत…
क्या फेसबुक ग्रस्त हो गया है भारत का जनतंत्र?
एवगेनी मोरोजोव (जन्म 1984), बेलारूस में जन्मे अमेरिकी लेखक, क्या यह नाम परिचित दिखता है? शायद नहीं! यह विद्वान जो…
हिन्दुस्तान में कार्पोरेट सोशल मीडिया : नफरत बेचो, मुनाफा कमाओ
“कुछ वाकई में मनोरोगी जैसे दिख रहे थे। लोगों का बहुलांश चिथड़े लपेटे और निरक्षर किसानों का था, जो तुत्सी…
कैसा होना चाहिए हमारे दौर का नायक?
घेरेबन्दी में पड़े अपने शहर के हालात को लेकर अपने जमाने का शायर कैसी प्रतिक्रिया देता है? अचानक इस बारे…
केन्द्रीय विश्वविद्यालय: वर्चस्वशाली जातियों के नए ठिकाने ?
क्या हम कभी जान सकेंगे कि मुल्क के चालीस केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में नियुक्त उपकुलपतियों के श्रेणीबद्ध वितरण- अर्थात वह किन…
दलित: मौत के बाद भी अपमान का अन्त नहीं !
क्या कोई जानता है 21 वीं सदी की शुरुआत में चकवारा के दलितों के एक अहम संघर्ष को। याद है…
रणवीर सेना: अचानक बनती सुर्खियों के क्या मायने हैं ?
पिछले दिनों उसने अपने सोशल मीडिया पेज पर भीम आर्मी के बिहार प्रमुख गौरव सिराज और एक अन्य कार्यकर्ता वेद…