प्रेमचंद: किसान-मजदूर और पिछड़े-दलितों के प्रतिनिधि रचनाकार
आज महान कथा सम्राट और उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद का 143वां जन्मदिन है। महज 56 वर्ष की उम्र में 15 उपन्यास, 300 के लगभग कहानियां, 3 [more…]
आज महान कथा सम्राट और उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद का 143वां जन्मदिन है। महज 56 वर्ष की उम्र में 15 उपन्यास, 300 के लगभग कहानियां, 3 [more…]
विभिन्न जातियों और सम्प्रदायों में बंटे समाज में कानून का शासन, ऐसी न्यायिक व्यवस्था के द्वारा ही संभव है, जिसमें सभी समुदायों का उचित प्रतिनिधित्व [more…]
समान नागरिक संहिता (यूनिफार्म सिविल कोड यानी यूसीसी) की चर्चा को चुनाव पूर्व गर्मा दिया गया है। वजीर ने शंखनाद किया है, प्यादे झुनझुना बजा [more…]
भारतीय राजनीति में कांग्रेस और नेहरू खानदान की प्रासंगिकता के साथ-साथ, उनकी कमियां और बहुत सारी कमजोरियां रही हैं। नेहरू ने डिस्कवरी ऑफ इण्डिया के [more…]
महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और बिहार की जमीन पर, सदियों से सताए दलित और पिछड़ों की राजनैतिक ऊर्जा को दक्षिणपंथी विचारधारा ने छल-बल, सत्ता, खौफ और [more…]
हिन्दी साहित्य के शीर्ष आलोचक, प्रो. मैनेजर पाण्डेय विगत जुलाई से बीमार थे। कोरोना से संक्रमित होने के बाद दिल्ली के फोर्टीज हास्पिटल में भर्ती [more…]
1598 के पूर्व मॉरीशस की धरती सुनसान थी। लगभग 90 किलोमीटर लम्बे और 40 किलोमीटर चौड़े द्वीप पर इन्सान नहीं रहते थे। सबसे पहले डच [more…]
लाल सिंह चड्ढ़ा फिल्म का अनावश्यक बायकॉट के बीच हम पति-पत्नी आज महज 14 लोगों के बीच ‘लाल सिंह चड्ढा’ फिल्म देख आए। कोरोना काल [more…]
उत्तर प्रदेश में हर रोज राजनैतिक भूचाल के झटके लग रहे हैं। बहुजन विमर्श, जिसे विगत वर्षों में आखेट कर लिया गया था, एक बार [more…]
(देश में भीलों की अलग-अलग रूपों में चर्चा होती रही है। इस बात में कोई शक नहीं कि वो जेहनी तौर पर विद्रोही और लड़ाके [more…]