नोटबन्दी से लेकर लॉक डाउन तक, सरकार ने अपनी प्रशासनिक अक्षमता के ही प्रमाण दिए हैं। निर्णय और नीतिगत विकलांगता…
हिटलर और उसकी नाटकीयता
30 अप्रैल के ही दिन 1945 ई में ज़र्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर ने आत्महत्या कर ली थी। हिटलर जिसे…
प्रतिबद्ध से पिछलग्गू न्यायपालिका में तब्दील हो गया है सुप्रीम कोर्ट!
सुप्रीम कोर्ट के बारे में कुछ भी कहने के पूर्व यह जान लेना आवश्यक है कि संविधान के अनुच्छेद 142…
कोरोनोत्तरकाल: क्या हम नए वर्ल्ड आर्डर के लिये तैयार हैं?
सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्तों तथा अन्य भत्तों पर जो कटौती केंद्र सरकार द्वारा की गयी है उसका कारण कोरोना…
पत्रकारिता नहीं, ट्रोलों की जमात के अगुआ हैं अर्णब
अर्णब की चीखती और शोर मचाने वाली पत्रकारिता की आड़ में सरकार द्वारा जो कुछ भी किया जा रहा है…
पालघर भीड़ हिंसा, मॉब लिंचिंग के आंकड़े, सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश और उनका अनुपालन
पालघर पर टीवी चैनलों के चीखते हुये एंकरों के शोर के बीच यह संजीदा सवाल गुम है कि आखिर 2018…
भारतीय उद्योगों के लिए तबाही साबित हो रही है कोरोना आपदा
देश मे पहला कोरोना का मामला 30 जनवरी को सामने आया जो केरल से था। केरल से प्रवासी आबादी बहुत…
राजनीति में आवश्यक है नेताओं का निरंतर जन संवाद
राहुल गांधी सहित सभी राष्ट्रीय दलों के नेताओं को इस प्रकार की नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी चाहिये। ज़ूम तो सरकार…
प्रशासनिक अक्षमता से भरा हुआ है सप्तपदी ब्रांड लॉक डाउन
मुंबई मे हज़ारों मज़दूर लॉक डाउन तोड़ कर सड़कों पर आ गए हैं और सारी सोशल डिस्टेंसिंग और फिजिकल डिस्टेंसिंग,…
कोरोना आपदा के बाद की आर्थिक चुनौतियां
14 अप्रैल, देशव्यापी लॉक डाउन के इक्कीस दिनों की बंदी का अंतिम दिन होता अगर यह लॉक डाउन 30 अप्रैल…