झारखंड: पराक्रमी एवं प्रकृति प्रेमी ‘हो’ जनजाति
‘पराधीनता से अच्छी है मौत’ यह कोई फिल्मी डायलॉग नहीं है, बल्कि यह आजाद प्रकृति के दीवाने ‘हो’ जनजाति के लोगों का जीवन दर्शन है। [more…]
‘पराधीनता से अच्छी है मौत’ यह कोई फिल्मी डायलॉग नहीं है, बल्कि यह आजाद प्रकृति के दीवाने ‘हो’ जनजाति के लोगों का जीवन दर्शन है। [more…]
गढ़वा। पिछले 27 दिसंबर 2024 को जनचौक में झारखंड की एक रिपोर्ट आई “गढ़वा के 45 परिवारों को नहीं मिला एक साल से राशन, 248 [more…]
गढ़वा। झारखंड के गढ़वा जिला अंतर्गत भंडरिया प्रखंड के 45 परिवार गुलाबी कार्ड (PH कार्ड) धारी पिछले एक साल से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के तहत मिलने वाला राशन नहीं [more…]
रांची। झारखंड के गढ़वा, पलामू और चतरा इलाके में 50-60 हजार परिवार भेड़ पालन कर अपनी अजीविका चलाते हैं। लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि इनकी सुधि [more…]
रांची। झारखंड सरकार का कोयला रॉयल्टी का बकाया 1.36 लाख करोड़ रुपए के दावे को केंद्र सरकार ने देने से इंकार कर दिया है। मोदी [more…]
रांची। गौरतलब है कि हेमंत सोरेन सरकार के पिछले कार्यकाल में 11 मार्च 2024 को झारखंड सरकार के महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण [more…]
रांची। सम्भल में स्थानीय अदालत ने न केवल 900 साल पुरानी शाही जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताने वाले हिंदूवादी संगठनों के लोगों की याचिका [more…]
रांची। राजा वड़िग की एक प्रचलित शायरी है – “हमें तो अपनों ने लूटा, गैरों में कहां दम था, हमारी कश्ती वहां डूबी, जहां पानी कम था।” अगर हम [more…]
रांची। झारखंड में लोक सभा चुनाव 2024 में आरक्षित पांच सीटों पर आदिवासियों द्वारा भाजपा को नकार दिए जाने के बाद विधानसभा चुनाव 2024 में [more…]
गांव का एक सामान्य आदमी भी जो कभी लंपट की भूमिका में होता है, जब पंचायत के चुनाव में सफलता हासिल कर लेता है तब [more…]