भाजपा पर भारी पड़ सकती है मोरबी हादसे की मार

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राजकोट। गुजरात में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली सभा मोरबी में हुई। मोरबी वह जगह है, जहां मच्छू नदी पर बना अंग्रेजों के जमाने का एक पुल पिछले दिनों टूट कर गिर गया, जिसमें करीब 200 लोग मर गए थे। भाजपा ने इस सीट पर अपने उस पूर्व विधायक को टिकट दी है, जिसने नदी में कूद कर लोगों की जान बचाई थी। भाजपा उम्मीदवार अपने चुनाव प्रचार में नदी में कूद कर लोगों को बचाने के वीडियो दिखा कर वोट मांग रहे हैं।

इसके बावजूद योगी आदित्यनाथ की पहली सभा मोरबी में कराई गई और वहां उत्तर प्रदेश का बुलडोजर मॉडल दिखाया गया। आसपास के इलाकों से लोगों को बुलडोजरों पर बैठा कर योगी की सभा में लाया गया। लेकिन योगी ने स्थानीय उम्मीदवार या राज्य सरकार के कामकाज का जिक्र किए बगैर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर लोगों से भाजपा के लिए वोट मांगा।

स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल टूटने और लोगों के मरने का असर सिर्फ यहां पर ही नहीं बल्कि मोरबी के बाहर दूसरी सीटों पर पर भी हो सकता है। असल में मोरबी टाइल्स निर्माण का हब है इसलिए यहां काफी लोग बाहर के रहते हैं। दूसरे, उस पुल पर घूमने या फोटो खिंचवाने के लिए सिर्फ मोरबी के लोग ही नहीं आते थे, बल्कि राजकोट और दूसरे इलाकों के लोग भी पहुंचते हैं। इसलिए मरने वालों में राजकोट और दूसरे शहरों के लोग भी हैं।

यह भी कहा जा रहा है कि मरने वालों की संख्या जितनी बताई जा रही है उससे ज्यादा लोग मरे हैं। इसे लेकर आसपास के इलाकों में बड़ी नाराजगी है और लोग चुपचाप विरोध की तैयारी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जिस मोहल्ले या गांव में किसी की मौत हुई है वहां भाजपा का विरोध हो रहा है। पार्टी के नेता बगैर किसी शोरशराबे के वहां जाकर लोगों को समझा रहे हैं। राजकोट को भाजपा का गढ माना जाता है लेकिन मोरबी की घटना इस गढ़ में दरार डाल सकती है। इसका संकेत बीते सोमवार को राजकोट में हुई कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सभा में भी देखने को मिला है।

सभा में आसपास के इलाकों से भारी संख्या में लोग पहुंचे थे। राहुल ने यहां अपनी सभा की शुरुआत में दो मिनट का मौन रख कर मोरबी की घटना में मारे गए लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया और फिर मोरबी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि यह मुद्दा राजनीति का नहीं है लेकिन सवाल है कि इस हादसे के वास्तविक गुनहगारों के खिलाफ अब तक कार्रवाई क्यों नहीं हुई। उन्होंने राज्य सरकार पर दोषी लोगों को बचाने का आरोप लगाया कहा कि हादसे के पीड़ितों को हर हालत में न्याय मिलना चाहिए।

(अनिल जैन वरिष्ठ पत्रकार हैं और इस समय गुजरात में चुनावी दौरे पर हैं।)

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