कार्ल मार्क्स ने 19वीं सदी में वैज्ञानिक समाजवाद का सिद्धांत प्रतिपादित किया था। तब से लेकर आज तक दुनिया भर में अलग-अलग देशों…
बेचारे कट्टरपंथी!
आजकल भारत के बहुसंख्यक हिंदुओं में से कट्टरपंथी तत्व बांग्लादेश के मुस्लिम बहुसंख्यकों में बढ़ते कट्टरपंथ पर आग-बबूला हो रहे…
इस देश को तुम किस ओर ले जा रहे हो?
होठों पर सच्चाई रहती है, जहां दिल में सफाई रहती है। हम उस देश के वासी हैं, जहां गंगा बहती…
अलविदा वीरेंद्र जी……
वीरेंद्र सेंगर वहां चले गये जहां से कोई कभी लौट कर नहीं आता। लेकिन वे लोगों की यादों में, उनके…
शहादत दिवस पर विशेष : सांप्रदायिक राजनीति के धुर विरोधी थे भगतसिंह
भगत सिंह हिंदुस्तान के भविष्य को लेकर बहुत चिंतित थे। स्वतंत्रता का अर्थ उनकी नजर में अंग्रेजों से मुक्त भारत…
शहादत दिवस पर विशेष : भगत सिंह और आज की चुनौतियां
भगत सिंह को 23 मार्च, 1931 को फांसी की सजा दी गई थी और अपनी शहादत के बाद वे हमारे…
लोहिया जयंती पर विशेष : लोहिया का समाजवाद
डॉ. राममनोहर लोहिया का जन्मदिन 23 मार्च को होता है। हालांकि कहा जाता है वे अपना जन्मदिन मनाते नहीं थे।…
भगत सिंह की फांसी और ग़द्दारों की कहानी
अंग्रेजी राज में एक ऐसे जज भी हुए जिन्होंने भगत सिंह को फांसी की सजा दिलाना कबूल नहीं किया और…
किताब पर चर्चा : कविताएं जो दे रही हैं ब्राह्मणी पितृसत्ता को चुनौती
पत्रकार भाषा सिंह के पहले कविता संग्रह “योनि-सत्ता संवाद पलकों से चुनना वासना के मोती” पर राजधानी दिल्ली स्थित प्रेस…
वादियों के गोशे-गोशे से संवाद करती कश्मीर कोकिला हब्बा खातून और उनके गीत
हब्बा खातून का जीवनकाल 1554 से 1609 तक का था। लगभग यही कार्यकाल मुग़ल बादशाह अकबर का भी था। जिस…