वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बैठक।

यूपी में जंगलराज के खिलाफ अभियान चलाएगी कांग्रेस, प्रियंका गांधी के साथ सूबे के नेताओं की बैठक में फैसला

नई दिल्ली। यूपी में बिगड़ी कानून व्यवस्था के मसले पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी कांग्रेस के चुनिंदा नेताओं के साथ बैठक की है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुई इस बैठक में सूबे में जारी जंगल राज के खिलाफ अभियान चलाने का फैसला हुआ है। इसके अलावा जिले-जिले में प्रेस कांफ्रेंस करने के साथ ही फेसबुक से लेकर सोशल मीडिया के तमाम मंचों को योगी सरकार के पर्दाफाश के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

प्रियंका गांधी ने कहा कि अब यूपी में लोगों को सुरक्षा देने वाले पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं। और यह सब कुछ अपराधियों, भ्रष्ट नेताओं और अधिकारियों के गठजोड़ का नतीजा है। उन्होंने कहा कि सत्ता के संरक्षण के चलते अपराधियों का मनोबल बहुत बढ़ गया है।

प्रियंका गांधी ने प्रदेश वासियों से अपील की है कि वे बढ़ते अपराध के खिलाफ अपना संदेश ऑनलाइन फेसबुक, ट्विटर, इंस्टा के जरिए पोस्ट करें। इसके साथ ही पार्टी का कहना है कि वह जमीनी तौर पर लोगों से गुहार लगाएगी कि अगर उनको कोई भी दिक्कत है अपराधिक समस्याओं को लेकर तो वह चिट्ठी लिखकर जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं को एवं अन्य कांग्रेस नेताओं को दें। 

फिर इन सभी चिट्ठियों और शिकायतों को इकट्ठा करके कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश के राज्यपाल एवं एनएचआरसी को देगी।

बताया जा रहा है कि यह प्लानिंग और रणनीति ग्रुप के नेताओं की बैठक थी। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, आराधना मिश्रा मोना, राजीव शुक्ला, जितिन प्रसाद, बृजलाल खाबरी, प्रदीप जैन आदित्य, आर के चौधरी, इमरान मसूद, राजाराम पाल, दीपक सिंह, और प्रभारी राष्ट्रीय सचिव शामिल थे।

बैठक में लिए गए फैसले में कहा गया है कि पार्टी बीजेपी सरकार में पनप रहे राजनेता-अपराधी गठजोड़ का भंडाफोड़ करेगी। इसके साथ ही अपराधियों और उनको संरक्षण देने वाले सत्ताधारी नेताओं को बेनकाब करेगी। नेताओं का कहना था कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों को सत्ता का खुला संरक्षण हासिल है। उसी का नतीजा है कानपुर घटना। इसके अलावा बैठक में आगामी पंचायत चुनावों को लेकर भी चर्चा हुई। 

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