नई दिल्ली। बिहार के नवादा जिले में एक चौंकाने वाली घटना में, कुछ हमलावरों ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कृष्णा नगर गांव में दलित बस्ती में आग लगा दी। इस हमले में 80 से 100 घर जलकर खाक हो गए। रिपोर्टों के अनुसार, यह घटना एक लंबे समय से चले आ रहे भूमि विवाद का परिणाम है। एक समूह इस क्षेत्र में रहता है, जबकि दूसरा समूह उस भूमि पर दावा कर रहा है, जो बिहार सरकार की है।
बुधवार शाम को करीब 100 बदमाशों ने दलित बस्ती पर हमला कर दिया और गोलियां चलानी शुरू कर दीं, जिससे वहां दहशत फैल गई। डर के मारे स्थानीय लोग छिप गए, और रिपोर्टों में बताया गया कि लगभग 50 राउंड गोलियां चलाई गईं।
पुलिस को शाम 7 बजे के आसपास सूचना मिली कि हमलावरों ने कई घरों में आग लगा दी है। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची, और दमकल विभाग के आने के बाद आग पर काबू पाया गया। पुलिस के अनुसार, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। हालांकि, ग्रामीणों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने जिन 10 लोगों को गिरफ्तार किया है उसमें एक नाम नंदू पासवान का सामने आया है जिसने घटना को अंजाम देने में प्रमुख भूमिका निभायी है।
जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) अशुतोष कुमार ने बताया कि यह गांव कृष्णा नगर नदी के पास स्थित है। क्षेत्र का सर्वेक्षण करने के बाद अधिकारियों ने पुष्टि की कि लगभग 30 घर जलकर खाक हो गए हैं। हालांकि, अन्य रिपोर्टों में कहा गया है कि आग ने 80 से 100 घरों को अपनी चपेट में लिया।

गांव वालों का कहना है कि घटना शुरू होते ही हमने पुलिस को फोन किया, लेकिन हमें पुलिस से कोई आश्वासन नहीं मिला। इसके बाद हमने एसपी को भी इस बारे में जानकारी देने की कोशिश की, लेकिन हमारी यह कोशिश भी नाकाम रही। पुलिस के आखिरी बयान तक जले हुए घरों की संख्या काफी कम बताई गई है।
क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों को अगले कुछ दिनों तक तैनात रखा जाएगा। पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे इस घटना से संबंधित कोई भी जानकारी सामने लाएं।
विपक्ष ने घेरा नीतीश सरकार
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इस घटना को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। आरजेडी नेता ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “महान जंगलराज! महान राक्षसराज! महान असुरराज! नवादा में 100 से अधिक दलित घरों को आग के हवाले कर दिया गया। नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के राज में हर जगह बिहार जल रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेखबर हैं, एनडीए के सहयोगी अनजान हैं! गरीब जलते और मरते हैं-इन्हें क्या फर्क पड़ता है? दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी सरकार की निंदा करते हुए कहा, “बिहार के नवादा में महादलित बस्ती पर गुंडों द्वारा बरपाए गए आतंक का यह घटना एनडीए की डबल इंजन सरकार के तहत जंगलराज का एक और सबूत है। यह अत्यंत निंदनीय है कि लगभग 100 दलित घरों को आग के हवाले किया गया, गोलियां चलाई गईं, और अंधेरे का फायदा उठाकर गरीब परिवारों से सब कुछ छीन लिया गया।”
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी घटना की निंदा की है। उन्होंने एक्स की एक पोस्ट में कहा कि “बिहार के नवादा में दबंगों द्वारा गरीब दलितों के काफी घरों को जलाकर राख करके उनका जीवन उजाड़ देने की घटना अति-दुखद व गंभीर। सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही पीड़ितों को पुनः बसाने की व्यवस्था के लिए पूरी आर्थिक मदद भी करे”।
जनचौक की रिपोर्ट।