नई दिल्ली। हाथरस और बलरामपुर में दलित लड़कियों के साथ हुई वीभत्स घटनाओं के खिलाफ विरोध की लहर अब सात समुंदर पार भी पहुंच गयी है। अमेरिका के बोस्टन में लोगों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारी अपने हाथों में प्लेकार्ड ले रखे थे। जिन पर हाथरस से लेकर बलरामपुर की वीभत्स घटना को लेकर नारे लिखे हुए थे।

एक महिला अपने हाथ में एक प्लेकार्ड लेने के साथ ही वीडियो बना रही थी। उसके प्लेकार्ड पर हाथरस के हैशटैग के साथ लिखा था- पितृसत्ता को ध्वस्त करो। एक दूसरे प्लेकार्ड पर बलात्कार बंद करो की इबारत के साथ उन्नाव, हाथरस, बलरामपुर, भदोही और अयोध्या का जिक्र किया गया था। एक महिला ने अपने हाथ में प्लेकार्ड ले रखा था जिसमें ‘दलित लाइव्स मैटर’ लिखा हुआ था। इस मौके पर सभी प्रदर्शनकारी कतार में खड़े थे और इन सभी ने अपने मुंह में मास्क बांध रखा था।

प्रदर्शनकारियों ने यूपी में जाति आधारित हिंसा पर तत्काल रोक लगाने और उसको सत्ता द्वारा मिल रहे संरक्षण पर कड़ा एतराज जताया है। उन्होंने कहा कि बगैर परिजनों की इजाजत के अंतिम संस्कार और उसके बाद पीड़ितों के परिजनों को धमकी बताता है कि प्रशासन कितना क्रूर हो गया है।

इसके साथ उनका कहना था कि जिस तरह से विपक्षी नेताओं के साथ व्यवहार किया जा रहा है उसने लोकतंत्र के पूरे वजूद पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। यह प्रदर्शन और कैंडल मार्च बोस्टन साउथ एशियन कोएलिशन और बोस्टन स्टडी ग्रुप की ओर से आयोजित किया गया था। और इन सभी ने एक साथ एक सुर में ‘जस्टिस फॉर मनीषा’ का नारा लगाया।
(बोस्टन से आयी रिपोर्ट पर आधारित।)