नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच टकराव जारी है। विपक्षी सांसद अपनी इस मांग पर कायम हैं कि गृहमंत्री को सदन में आकर इस मुद्दे पर जवाब देना चाहिए। शीतकालीन सत्र के शेष अवधि के लिए 14 सदस्यों के निलंबन को लेकर भी सत्ता पक्ष और विपक्ष में तनाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच द्रमुक के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि विपक्ष के सभी सांसदों को इसका विरोध करना चाहिए और निलंबित हो जाना चाहिए।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इंडिया ब्लॉक की बैठक में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) नेता टीआर बालू ने कहा कि विपक्ष को दोनों सदनों के अंदर विरोध जारी रखना चाहिए और अन्य सांसदों के साथ एकजुटता दिखाते हुए निलंबित होना चाहिए।
सूत्रों ने कहा कि बालू ने राज्यसभा से डेरेक ओ’ब्रायन के निलंबन का उल्लेख किया। “हम सभी को अपना विरोध जारी रखना चाहिए…और उन्हें हम सभी को निलंबित करने देना चाहिए। हमें उन्हें (निलंबित सांसदों को) अकेला नहीं छोड़ना चाहिए।”
विपक्ष ने अब दोनों सदनों में फैसले पर आगे बढ़ने का फैसला किया है। रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के नेता एनके प्रेमचंद्रन ने बताया, “नेताओं सहित इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने दोनों सदनों में तख्तियां ले जाने और दूसरों के साथ एकजुटता दिखाते हुए निलंबित होने का फैसला किया है।”
संसद सुरक्षा उल्लंघन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान और गुरुवार को सदन में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए दबाव डालने पर तेरह सांसदों को “अनियंत्रित व्यवहार” के लिए शेष शीतकालीन सत्र के लिए लोकसभा से निलंबित कर दिया गया। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता डेरेक ओ ब्रायन को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया।
शुक्रवार को दोनों सदनों को सुबह 11 बजे बैठक के बाद कुछ ही सेकंड में स्थगित कर दिया गया। लोकसभा में, सभी विपक्षी सांसद हाथों में तख्तियां लेकर सदन के वेल में आ गए, जिन पर लिखा था, ‘लोकतंत्र बचाओ, फासीवाद को खत्म करो’, ‘हम चाहते हैं कि प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बयान देने के लिए सदन में आएं’ । कांग्रेस सांसद एंटो एंटनी स्पीकर की कुर्सी के पास की सीढ़ियों पर चढ़ गए और महासचिव को रोकने की कोशिश की।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पहली बार संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में बयान दिया है। उन्होंने कहा कि संसद सुरक्षा में हुई चूक के पीछे सबसे बड़ा कारण बेरोजगारी और महंगाई है। पीएम मोदी की नीतियों के कारण युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि युवा हताश हैं-हमें इस मुद्दे पर फोकस करना है, युवाओं को नौकरी देनी है। सुरक्षा चूक ज़रूर हुई है, मगर इसके पीछे का कारण है देश का सबसे बड़ा मुद्दा- बेरोज़गारी!
(जनचौक की रिपोर्ट।)
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