नई दिल्ली। मथुरा में भ्रष्टाचार के खिलाफ फरवरी से अनशन पर बैठे एक सामाजिक कार्यकर्ता की मौत हो गयी है। 66 वर्षीय देवकी नंद शर्मा मनरेगा में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन पर बैठे थे।
मांट के एसडीएम आदेश कुमार ने बताया कि शर्मा ने पहले मनरेगा के कामों और शौचालय निर्माण में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी।
शर्मा उस एक जांच कमेटी के सदस्य थे जिसने भ्रष्टाचार की शिकायत की जांच की थी। लेकिन जांच की रिपोर्ट से वह सहमत नहीं थे और फिर उसके विरोध में वह अपने घर के पास स्थित मंदिर पर 12 फरवरी को अनशन पर बैठे गए।
उनके परिजनों ने अधिकारियों को उनके गिरते स्वास्थ्य के बारे में बताया था। जिसके बाद सामाजिक कार्यकर्ता शर्मा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया था। और वहां से उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया था। लेकिन गुरुवार को जिला अस्पताल में ही उनकी मौत हो गयी।
एसडीएम ने बताया कि वह सोमवार को शर्मा से मिले थे और उनसे अपना अनशन खत्म करने की गुजारिश की थी। उनका कहना था कि इस मामले को उच्च अधिकारियों के संज्ञान में ले आया गया था। लेकिन शर्मा लिखित आश्वासन चाह रहे थे जिसमें प्रशासन को उच्च स्तरीय जांच समिति गठित करने की शर्त शामिल थी। लेकिन एसडीएम का कहना था कि वह उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर की बात थी।