महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा और उनकी न्यूड वीडियो के मामले में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पौत्र और हासन लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद प्रज्वल रेवन्ना के अपराधों के खिलाफ अब पीड़ित महिलाएं आगे आने लगी हैं। कर्नाटक में कल दो और महिलाओं ने पुलिस प्रशासन के पास जाकर मामला दर्ज कराया है। इस प्रकार 200 महिलाओं से अधिक के खिलाफ यौन अपराध को अंजाम देने वाले इस भगोड़े अपराधी के खिलाफ कुल 3 महिलाओं ने अपनी लिखित शिकायत दर्ज करा दी है। ऐसा लगता है, जल्द ही बड़ी संख्या में बाकी महिला पीड़िताएं सामने आकर अपने लिए इन्साफ की मांग करेंगी।
इसकी एक बड़ी वजह यह है कि वीडियो जो बड़ी संख्या में लोगों के बीच सोशल मीडिया पर जारी हुआ है, उसमें इन सैकड़ों महिलाओं के चेहरे बिना छिपाए ही जारी किये गये थे। बताया जा रहा है कि इन पीड़िताओं में जिला परिषद सदस्य, एक पुलिस अधिकारी सहित रेवन्ना के घर पर कुक का काम करने वाली 47 वर्षीय महिला तक शामिल है। इस मामले में तो पिता एचडी रेवन्ना और बेटा दोनों ही यौन अपराधी बनकर उभरे हैं।
बीते कल जेडी (एस) से सम्बद्ध एक महिला नेता ने रेवन्ना के खिलाफ आरोप लगाया है कि प्रज्वल रेवन्ना ने बंदूक की नोक पर उसके साथ बलात्कार किया था। इतना ही नहीं, उसने अपने मोबाइल फोन पर इसका वीडियो बनाया। उक्त महिला कार्यकर्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि प्रज्वल उसे सांसद आवास पर ले गया था, जहां उसने बंदूक की नोक पर इस घृणित अपराध को अंजाम दिया। बलात्कार के बाद उसने महिला को धमकी दी थी कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया तो वह उसे और उसके पति को भी जान से मार डालेगा।
पुलिस में तीसरी शिकायत दर्ज कराने वाली महिला पूर्व जिला पंचायत सदस्य बताई जा रही हैं। उक्त महिला ने अपने आरोपपत्र में बताया है कि जेडी (एस) सांसद प्रज्वल रेवन्ना ने तीन साल से अधिक समय तक उसका यौन शोषण किया है। उसने इस कृत्य की वीडियो रिकॉर्डिंग कर इसका इस्तेमाल उसे धमकाने और ब्लैकमेल करने के मकसद से किया। राज्य सीआईडी ने 1 मई को इस महिला की प्राथमिकी एसआईटी के साथ मिलकर दर्ज कर दी थी, लेकिन खुलासा तीन दिन बाद हो रहा है।
प्राथमिकी के अनुसार, उक्त महिला अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए फंड का इंतजाम करने हेतु विधायकों और सांसदों के पास जाया करती थी। अपनी शिकायत में उक्त महिला ने आरोप लगाया है कि 1 जनवरी 2021 से लेकर 25 अप्रैल 2024 के बीच उसे अनेकों बार रेप और प्रताड़ना के दौर से गुजरना पड़ा है।
इस घटना की शुरुआत के बारे में शिकायतकर्ता ने जो विवरण अपनी एफआईआर में दर्ज कराया है, वह इस प्रकार से है:
2021 में उक्त सामाजिक कार्यकर्ता ने एक सरकारी बालिका छात्रावास में छात्राओं के लिए सीट आवंटित कराने के संबंध में प्रज्वल रेवन्ना के सांसद आवास में जाकर मुलाक़ात की थी। प्रज्वल ने उसे पहली मंजिल पर इंतजार करने के लिए कहा, जहां पहले से कई अन्य महिलाएं मुलाकात करने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर ही थीं। रेवन्ना ने बाकी मुलाकातियों को निपटाने के बाद ऊपर आकर अन्य महिलाओं से वार्ता की। अंत में मैं अकेली बच गई तब उसने मुझे कमरे के भीतर आने के लिए कहा।
महिला के अनुसार, “कमरे में आते ही उसने मेरा हाथ पकड़कर खींचा और दरवाजा बंद कर दिया। जब मैंने उससे पूछा कि वह दरवाजा क्यों बंद कर रहा है तो उसने मुझे बिस्तर पर बैठने को कहा और बोला कि मेरा पति बहुत बक-बक करता है। उसने यह भी कहा कि तुम्हारे पति की दखलंदाजी के कारण ही मेरी मां विधायक का टिकट पाने से रह गई। अगर तुम्हें राजनीति में आगे बढ़ना है तो मेरा कहना मानना पड़ेगा।”
अपनी शिकायत में उक्त महिला ने आगे बताया है, “इसके बाद उसने मुझे निर्वस्त्र होने के लिए कहा। मैंने इंकार कर दिया और मदद के लिए चिल्लाने की धमकी दी। लेकिन उसने बंदूक की धमकी देते हुए कहा कि वह मुझे और मेरे पति को जान से मार देगा।” कथित तौर पर प्रज्वल ने उक्त महिला का बलात्कार करने से पहले जब वह निर्वस्त्र हो रही थी, तब उसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था।
इस घटना को अंजाम देने के बाद उसने महिला को धमकी दी थी कि अगर उसने इसके बारे में किसी को बताया तो वह इस वीडियो को सार्वजनिक कर देगा। उन वीडियो का सहारा लेते हुए रेवन्ना इस महिला को वीडियो कॉल करता था और कपड़े उतारने के लिए मजबूर करता था।
उक्त महिला का कहना है कि अभी तक डर के मारे उसने शिकायत दर्ज नहीं कराई थी, लेकिन प्रज्वल के खिलाफ एसआईटी गठित हो जाने के बाद उसने शिकायत दर्ज कराने के फैसला लिया। बता दें कि प्रज्ज्वल रेवन्ना ने 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव संपन्न हो जाने के बाद, अगली सुबह तड़के ही फ्रैंकफर्ट (जर्मनी) के लिए उड़ान भर दी थी। एसआईटी ने प्रज्वल और विधायक पिता, एचडी रेवन्ना के खिलाफ दो-दो बार लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है, और एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार को रेवन्ना को पार्टी से निलंबित कर दिया था।
कर्नाटक में आये इस राजनीतिक भूचाल से दूर जर्मनी में डिप्लोमेटिक पासपोर्ट प्राप्त प्रज्वल रेवन्ना की ओर से इस मामले में कोई सफाई तो नहीं आई है, लेकिन यही बताया जा रहा है कि उनके पास एक सप्ताह बाद का रिटर्न टिकट है और वे एक सप्ताह बाद भारत आकर अपना पक्ष रखेंगे। 200 से अधिक महिलाओं की नग्न तस्वीरों और 2,970 वायरल वीडियो के बारे में जेडी (एस) नेता एचडी रेवन्ना की सफाई भी बेहद अश्लील थी। रेवन्ना के पिता का इस बारे में कहना था कि ये वीडियो तो 4-5 साल पुराने हैं, और राजनीतिक दुश्मनी के लिए विपक्षी दल ने इसे आम लोगों के बीच में वितरित कराया है।
होलेनारासिपुरा से जेडी (एस) विधायक, एचडी रेवन्ना खुद एक मामले में अभियुक्त हैं। रेवन्ना परिवार के लिए खाना पकाने वाली 47 वर्षीय महिला ने पुलिस में पहली एफआईआर दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में इस महिला का कहना था कि प्रज्वल ने उसका यौन शोषण किया था, जिसकी शिकायत जब उसने उसके पिता एचडी रेवन्ना से की तो, बेटे के खिलाफ कुछ कदम उठाने के बजाए पिता ने भी अपने घर में काम करने वाली महिला के साथ यौन दुर्व्यवहार का प्रयास किया।
कर्नाटक से बाहर भले ही अब इस मामले पर ज्यादा चर्चा न हो रही हो, लेकिन कर्नाटक में यह मुद्दा अब तूल पकड़ता जा रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक में अपनी एक चुनावी रैली में एक बड़ा सनसनीखेज आरोप लगाकर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है। अभी तक यही खबर थी कि देवगौड़ा परिवार के 15 वर्षों तक ड्राइवर के तौर पर काम कर चुके कार्तिक के साथ जब परिवार के साथ संबंध खराब होने लगे, तब उसने प्रज्वल रेवन्ना की अश्लील वीडियो से भरी एक पेन ड्राइव चुराकर रेवन्ना परिवार से अपना नाता तोड़ लिया था। बताया जाता है कि उक्त ड्राइवर के नाम पर भी देवगौड़ा परिवार ने कई बेनामी संपत्तियां रख छोड़ी थीं।
पिछले एक वर्ष से कार्तिक ने रेवन्ना परिवार से संबंध विच्छेद कर लिए थे, और उसका आरोप था कि परिवार ने उसकी जमीन छीन ली थी और उसकी पत्नी को मारा पीटा था। पिछले वर्ष के अंत में उसने भाजपा के एक नेता देवराज गौड़ा से संपर्क साधकर अपने अपमान का बदला लेने की ठानी थी। दिसंबर 2023 में जब भाजपा और जेडीएस के बीच चुनावी गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही थी, उस दौरान गौड़ा ने इस बाबत भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र के हाथ इस पेन ड्राइव को सौंपकर इस गठबंधन से भाजपा को दूरी बनाये रखने की सलाह दी थी।
लेकिन अब जानकारी मिल रही है कि इस बारे में राज्य भाजपा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सारी जानकारी मुहैया कराई थी। इसका अर्थ हुआ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर्नाटक में हुए इस भयानक कुकृत्य से परिचित थे। इसकी पुष्टि उस तथ्य से भी होती है, जिसमें पता चलता है कि प्रज्वल रेवन्ना को हासन सीट पर उम्मीदवार बनाये जाने का भाजपा ने विरोध किया था, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा के आग्रह और जीत की गारंटी पर भाजपा ने अपने पैर पीछे खींच लिए थे।
कल राहुल गांधी ने इस मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नाम पत्र लिखकर भाजपा-जेडीएस के द्वारा इस मामले को दबाने के सभी प्रयासों को धूल में मिला दिया है। अपने पत्र में राहुल गांधी ने कहा है कि दिसंबर 2023 में ही देवराज गौड़ा के मार्फत देश के गृह मंत्री अमित शाह को प्रज्ज्वल रेवन्ना के काले कारनामों का पता चल चुका था, जो मेरे लिए बेहद चौंकानेवाली सूचना है।
इससे भी ज्यादा स्तब्ध कर देने वाली बात यह है कि भाजपा के शीर्ष पर बैठे नेताओं को इस बारे में सारी खबर थी, लेकिन इसके बावजूद सैकड़ों महिलाओं के बलात्कारी का चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आये। इतना ही नहीं, केंद्र सरकार ने इस मामले की जांच को प्रभावित करने के मकसद से आरोपी को देश से भाग निकलने का मौका प्रदान किया।
अपने पत्र में राहुल गांधी ने आगे लिखा है कि उन्हें पता है कि राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है, और प्रज्वल रेवन्ना के जर्मनी से जल्द से जल्द प्रत्यर्पण कराने के लिए केंद्र सरकार से उसका डिप्लोमेटिक पासपोर्ट रद्द करने की अपील की है। उन्होंने सिद्धारमैया से अनुरोध किया है कि सभी पीड़िताओं की हर संभव मदद की जाये और हम सभी का यह कर्तव्य है कि इस घृणित अपराध के लिए जिम्मेदार सभी पक्षों के खिलाफ यथोचित कार्रवाई को सुनिश्चित किया जा सके।
बता दें कि 26 अप्रैल को जब कर्नाटक सहित देश में दूसरे चरण का मतदान जारी था, उससे दो दिन पहले से हासन लोकसभा क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर सैकड़ों की संख्या में प्रज्वल रेवन्ना के कारनामों वाली पेन ड्राइव लोगों को प्राप्त हुई थी। इस सीट के मतदाताओं तक संदेश पहुंच चुका था लेकिन मतदान होने तक इस बारे में सार्वजनिक तौर पर कोई विस्फोट नहीं हुआ। लेकिन रेवन्ना के घर का कामकाज संभालने वाली महिला ने सबसे पहले पुलिस में जाकर लिखित एफआईआर दर्ज कराकर कथित वायरल वीडियो के पुख्ता होने के प्रमाण दे दिए थे।
कर्नाटक में कुल 28 लोकसभा सीटें आती हैं, जिनमें से 14 सीटों पर 26 अप्रैल को चुनाव संपन्न हो चुके हैं। शेष 14 सीटों पर 7 मई को चुनाव होना है, और ये सभी सीटें पिछली बार भाजपा के खाते में गई थीं। 2019 लोकसभा चुनावों में भाजपा 28 में से 25 सीटों पर बंपर जीत दर्ज करने वाली भाजपा को इस बार कम से कम 10 सीटों के नुकसान का आकलन किया जा रहा था।
लेकिन प्रज्वल रेवन्ना की करतूतों से आज कर्नाटक की जनता, विशेषकर महिलाओं में बेहद बेचैनी और गुस्सा देखा जा रहा है। जेडी (एस) का राजनीतिक भविष्य तो वैसे भी उसके आधार वोट बैंक वोक्कालिगा और मुस्लिमों के बीच से लगातार खिसकता जा रहा था। लेकिन प्रज्वल रेवन्ना के कुकर्मों के बारे में भाजपा के शीर्षस्थ नेतृत्व के बाखबर रहने की बात यदि व्यापक चर्चा में आने में सफल रहती है तो राज्य में भाजपा को इसका भारी राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।
(रविंद्र पटवाल जनचौक संपादकीय टीम के सदस्य हैं।)
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