कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के बयान को लेकर फेक न्यूज फैलाने के आरोप में छत्तीसगढ़ में दर्ज एफआईआर के आधार पर जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने दिल्ली पहुंची छत्तीसगढ़ पुलिस को नोएडा पुलिस से आमना-सामना करना पड़ा।
छत्तीसगढ़ न्यायालय के गिरफ्तारी वारंटी को लेकर रोहित के दरवाजे पहुंची पुलिस को काफी देर इंतजार करना पड़ा। जब नोएडा पुलिस वहां पहुंची तो रोहित रंजन के घर पर ही छत्तीसगढ़ और नोएडा पुलिस के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। इसी दरम्यान रोहित रंजन को पुलिस ने गिरफ्तारी वारंट दिखाया।
ये भी कहा कि अगर वो चाहें तो परिवार के किसी सदस्य को साथ लेकर चल सकते हैं या नोएडा पुलिस का भी कोई आदमी साथ चल सकता है। हांलाकि इससे पूर्व रोहित रंजन ने सीएम योगी, सीएमओ को ट्वीट करके मदद की गुहार लगाई थी और सोशल मीडिया पर दोनों पक्षों में बहस चालू हो गई है। अंतत: नोएडा पुलिस ने रोहित रंजन को गिरफ्तार कर लिया है।
The quint वेब साइट के अनुसार सामाचार चैनल जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन के घर मंगलवार सवेरे छत्तीसगढ़ पुलिस पहुंची, लेकिन उनके हाथ अभी खाली हैं और नोएडा पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। नोएडा के थाना सेक्टर 20 में भी रोहित के खिलाफ केस दर्ज था।
रोहित ने अपने ट्वीट में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एसएसपी गाजियाबाद और एडीजी जोन लखनऊ को टैग भी किया था। हालांकि सरकार या पुलिस ने इस ट्वीट पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है।
रोहित रंजन के ट्वीट पर दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने लिखा– ‘प्लीज हेल्प शलभमणि त्रिपाठी जी’। शलभमणि त्रिपाठी ने बग्गा के इस ट्वीट के जवाब में लिखा है- ‘जी’।
एंकर रोहित रंजन के इस ट्वीट का जवाब देते हुए छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने लिखा- ‘सूचित करने के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है। फिर भी, अब उन्हें सूचित कर दिया गया है। पुलिस टीम ने कोर्ट का गिरफ्तारी वारंट दिखाया है। आपको सहयोग करना चाहिए, जांच में शामिल होना चाहिए और अपना बचाव अदालत में रखना चाहिए।’
कांग्रेस का आरोप है कि पिछले दिनों एंकर रोहित रंजन ने अपने स्पेशल टीवी शो में राहुल गांधी के बयान को तोड़ मरोड़कर दिखाया था। इससे उनकी छवि धूमिल हुई। इस मामले में छत्तीसगढ़ में एक FIR दर्ज हुई है। वहीं दो दिन पहले नोएडा में टीवी चैनल के बाहर प्रदर्शन करने और पुतला फूंकने में 19 कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी हुई थी। रोहित रंजन पर कई राज्यों में इस बयान को लेकर मुकदमे दर्ज हुए हैं।
(जनचौक संवाददाता तामेश्वर सिन्हा की रिपोर्ट।)