‘एक्स’ का बड़ा खुलासा: मोदी सरकार के आदेश के चलते कई एकाउंट्स प्रतिबंधित करने की मजबूरी 

एलन मस्क के स्वामित्व वाली सोशल मीडिया X (पूर्व में ट्विटर) के वैश्विक सरकार के मामलों पर काम करने वाले हैंडल ग्लोबल गवर्नमेंट अफेयर्स की ओर से भारत में X पर चलने वाले कुछ हैंडल्स (एकाउंट्स) को बैन करने के निर्देश दिए गये थे। सोशल मीडिया X की ओर से साफ़ कहा गया है कि सरकार के निर्देशों के मुताबिक हम इन एकाउंट्स और पोस्ट्स को भारत में प्रतिबंधित करने जा रहे हैं। हालांकि हम इस कार्रवाई से अपनी असहमति व्यक्त करते हैं, और हमारा मत है कि इन पोस्ट्स को भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दी जानी चाहिए। इन खातों और पोस्टों को हम सिर्फ भारत में ही प्रतिबंधित कर रहे हैं। 

इसके साथ ही अपने बयान में X की ओर से यह भी कहा गया है कि चूंकि भारत सरकार ने इस बारे में एग्जीक्यूटिव आर्डर जारी किये हैं, जिसके तहत एक्स को कुछ खास खातों और पोस्ट्स पर कार्रवाई करने की बाध्यता है, जिसे न करने की दशा में भारी भरकम जुर्माने के साथ-साथ कैद की सजा भी संभावित है।  

इस बारे में हम अपनी नीति पर कायम रहते हुए, हमने भारत सरकार के द्वारा अकाउंट ब्लॉक करने के आदेश को चुनौती देने वाली एक रिट अपील दायर की है, जो अभी लंबित है। हमने अपनी घोषित नीति के अनुरूप, इस कार्रवाई से प्रभावित X यूजर्स को नोटिसों के बारे  में सूचनाएं प्रदान की हैं।  

कानूनी प्रतिबंधों के चलते, हम कार्यकारी आदेशों को प्रकाशित करने में असमर्थ हैं, लेकिन हमारा मानना है कि पारदर्शिता को बनाये रखने के लिहाज से इन सभी चीजों को सार्वजनिक करना बेहद जरुरी है। खुलासे के अभाव की स्थिति में जवाबदेही की कमी एवं मनमानेपूर्ण ढंग से फैसला लेने की क्षमता विकसित होती है।

भारतीय समय के अनुसार आज रात 1 बजकर 4 मिनट पर X के हैंडल से जारी इस बयान पर भारत सहित देश-विदेश के समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया पर भारी खलबली मची हुई है। अभी तक इस पोस्ट को 48 लाख लोगों से भी अधिक लोगों के द्वारा देखा जा चुका है, और लोग भारत में प्रेस की स्वतंत्रता एवं गिरती रैंकिंग को लेकर अपनी-अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस की मानें तो भारत सरकार ने X को जिन एकाउंट्स को प्रतिबंधित करने के लिए निर्देश जारी किये हैं, उनमें से अधिकांश हैंडल किसान संगठनों के जारी प्रदर्शन के समर्थन में ट्वीट कर रहे थे। 

इसके साथ ही इंडियन एक्सप्रेस का मानना है कि यह विश्व के चोटी के अमीरों में से एक और जानेमाने उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी X और भारत सरकार के बीच बढ़ते तनाव में एक नए मोड़ के रूप में देखा जा सकता है, जिसकी ओर से वर्ष 2022 में उसकी साईट पर कंटेंट-ब्लॉक करने के निर्देशों के खिलाफ केंद्र सरकार के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया था, हालांकि पिछले साल यह फैसला कंपनी के ही खिलाफ आया था।

इस महीने की शुरुआत में ही गृह मंत्रालय की ओर से विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सैकड़ों अकाउंट एवं लिंक्स को ब्लॉक करने का आदेश दिया गया था, जिसमें फेसबुक, एक्स सहित इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म हैं, और जिन्हें करोड़ों भारतीय उपभाक्ताओं के द्वारा बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है।

इंडियन एक्सप्रेस ने इस बात की भी जानकरी दी है कि आईटी मंत्रालय से सम्बद्ध एक वरिष्ठ अधिकारी का इस बारे में कहना है कि सरकार एक्स के बयान की समीक्षा कर रही है और जल्द ही इस पर अपना जवाब देगी।

भारत इस माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के लिए एक प्रमुख बाजार के रूप में रहा है, जहां इसके करीब 3 करोड़ उपयोगकर्ता मौजूद हैं। पिछले पांच वर्षों के दौरान, इस प्लेटफार्म का केंद्र सरकार से लेकर विपक्ष, रुढ़िवादी समूहों से लेकर नागरिक समाज के साथ संकटग्रस्त इतिहास रहा है। 

नवीनतम विवाद 3 वर्ष पहले के 2021 में हुये किसानों के पहले विरोध प्रदर्शन के दौरान X एवं भारत सरकार के बीच तेजी से बढ़ते तनाव की याद दिलाता है। उस दौरान जब विरोध प्रदर्शन अपने चरम पर था, तब केंद्र सरकार के द्वारा ट्विटर से से करीब 1,200 एकाउंट्स को कथित “खालिस्तान” लिंक का आरोप लगाकर हटाने के निर्देश जारी किये गये थे। इससे भी पहले, सरकार के द्वारा ट्विटर से 250 से भी ज्यादा एकाउंट्स को हटाने के निर्देश दिए गये थे, जिनमें विरोध प्रदर्शन की रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार तक शामिल थे।

तब ट्विटर (एक्स) की ओर से कुछ खातों को ब्लॉक कर दिया गया था, लेकिन बाद में उन सभी पर प्रतिबंध हटा दिए गये, जिससे सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय खफा हो गया था। इसके कुछ समय बाद ट्विटर ने सरकार को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हवाला देते कहा कि वह भारत में पत्रकारों, कार्यकर्ताओं एवं राजनीतिज्ञों के एकाउंट्स खातों को प्रतिबंधित नहीं करेगा।

वैसे X के इस खुलासे से भी पहले भारत में सोशल मीडिया में यह बात तेजी से जोर पकड़ चुकी थी कि जनसरोकारों से जुड़े तमाम हैंडल्स को प्लेटफार्म पर एक के बाद के प्रतिबंधित किया जा रहा है। इस बारे में ऑल्ट न्यूज़ के मुहम्मद ज़ुबैर ने विभिन्न सोशल मीडिया हैंडलर के बारे में जानकारी साझा करते हुए अपनी पोस्ट में उन्हें X के द्वारा ब्लॉक किये जाने की जानकारी पहले ही साझा कर दी थी। 19 फरवरी को अपनी पोस्ट में मोहम्मद ज़ुबैर ने गांव सवेरा, मनदीप पुनिया, पुनयाब, ट्रेक्टर2ट्विटर, ट्राइबल आर्मी, रतन1990, हंसराजमीणा, पंधेरसरवन और रमनमान1974 नामक एक्स हैंडल्स का हवाला देते हुए X और एलन मस्क से इन एकाउंट्स को रिस्टोर करने की अपील की थी। अपने पोस्ट में ज़ुबैर ने लिखा:

“भाजपा सरकार के प्रति आलोचनात्मक रुख रखने वाले कई X एकाउंट्स को भारत में या तो निलंबित या प्रतिबंधित कर दिया गया है। इनमें से कई X एकाउंट्स काफी प्रभावशाली ग्राउंड रिपोर्टर्स/प्रभावकारी/महत्वपूर्ण कृषि यूनियन नेता हैं जो भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शन को कवर कर रहे हैं, जिनके एकाउंट्स को निलंबित या प्रतिबंधित कर दिया गया है। @X @Support @elonmusk कृपया उन सभी को पुनर्स्थापित करने की कृपा करें।”

बेंगलुरु के एक अन्य प्रभावशाली X हैंडल पॉल कोशी लिखते हैं, “हम आजादी के साथ अपनी बात कहने के युग को पार कर चुके हैं और एक ऐसे युग में प्रवेश कर रहे हैं, जिसमें सोच पर काबू रखा जा रहा है।

आप वही कहेंगे जैसा विचार नियंत्रण आपको कहने के लिए प्रेरित करेगा। यह एक गंभीर समस्या है।”

राष्ट्रीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष, बीवी श्रीनिवास ने एक्स पोस्ट में कहा है,  “एक डरे हुए तानाशाह ने आज भारत को विश्व के उस मुकाम पर ला खड़ा किया है जिसके बाद पूरी दुनिया जान चुकी है कि हम North Korea के रास्ते निकल चुके है, Freedom Of Expression हमारा संवैधानिक अधिकार है, लोकतंत्र में सरकार से सवाल पूछना देशद्रोह नही उसकी खूबसूरती होती है, शर्म करो मोदी!”

(रविंद्र पटवाल जनचौक संपादकीय टीम के सदस्य हैं।)

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