लोकमत टाईम्स ने एक स्टोरी प्रकाशित करके दिल्ली दरबार में सनसनी फैला दी है, जिसमें कहा गया है कि मंत्रिमंडल की बैठक में एक मंत्री ने दावा किया कि 252 सांसद वह अपने साथ ले जाकर मोदी सरकार को गिराने की ताक़त रखते हैं।
चूंकि वह विचारधारा से बंधे रहे हैं लिहाजा ऐसा कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके एक मंत्री के बीच 252 भाजपा सांसदों के समर्थन का दावा करने वाले विवाद पर लोकमत टाइम्स के इंटरव्यू ने राजनीतिक हलकों में एक बड़ा तूफान खड़ा कर दिया है। इंटरव्यू महाराष्ट्र लोकमत टाइम्स द्वारा प्रकाशित किया गया है, जिसमें 252 सांसदों के समर्थन से नरेंद्र मोदी को धमकाने का दावा करने वाले कैबिनेट मंत्री की पहचान का खुलासा नहीं किया गया। इंटरव्यू लोकमत टाइम्स के नागपुर संस्करण में प्रकाशित हुआ है।
समाचार रिपोर्ट की शीर्षक में लिखा गया है, “भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ सब ठीक नहीं, मोदी सरकार में वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री का दावा।” लोकमत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘भाजपा नेतृत्व में भी बड़े मतभेद हैं।’ अखबार के मुताबिक, इसका खुलासा मोदी सरकार के एक ‘वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री’ ने ‘अनौपचारिक बातचीत’ के दौरान किया है। लेकिन, कैबिनेट मंत्री की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है।
बकौल इस मंत्री के प्रधानमंत्री मोदी के साथ योजनाओं पर मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा के दौरान जब इस मंत्री ने अपनी बात रखी तो मोदी ने उसे काटते हुए ऐसी बात कह दी जिससे ये मंत्री नाराज हो गए और फिर उसी आवेग में उन्होंने मोदी को धमकी दी कि “अगर आप में ताक़त है तो आप हमको मंत्रिमंडल से निकाल कर देखिए”।

इस मंत्री ने दावा किया कि 252 सांसद वह अपने साथ ले जाकर मोदी सरकार को गिराने की ताक़त रखते हैं। चूँकि वह विचारधारा से बंधे रहे हैं लिहाजा ऐसा कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। इस मंत्री ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे और उत्तर प्रदेश के विधायक पंकज सिंह को मोदी ने योगी सरकार में मंत्री बनने से रोका था। कल तक राजनाथ मोदी से बहस करते थे लेकिन अब उन्होंने भी समर्पण कर दिया है।
मोदी से वैचारिक मतभेद रखने वाले मंत्री का आरोप था कि मोदी आयकर, ईडी, सीबीआई जैसी संस्थाओं का विरोधियों के खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं। जब एक बार उन्होंने मोदी की इस नीति का विरोध किया तब मोदी का उत्तर था कि मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री के पद तक वह इसी नीति के आधार पर पहुंचे हैं।
बातचीत के दौरान यह संकेत भी मिले कि अब मोदी और अमित शाह के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। मोदी अपनी प्रसन्नता देखने में ही खुश होते हैं। संसद में उनके भाषण पर किसने कितनी तालियां बजाई इसको भी मोदी अपने चैंबर में बैठकर गिनते हैं।
इस बीच खबर आ रही है कि लोकमत में यह खबर छापने वाले पत्रकार शिलेश शर्मा को नौकरी से निकाल दिया गया है। और बताया जा रहा है कि बीजेपी समर्थक पत्रकारों का लगातार शर्मा के पास फोन जा रहा है जिसमें उनसे उस मंत्री का नाम पूछा जा रहा है। लेकिन वह नाम बताने से इंकार कर रहे हैं।
इस बीच कल रात में जनपथ स्थित एनसीपी नेता शरद पवार के आवास पर आयोजित एक डिनर में कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी और शिवसेना सांसद संजय राउत मौूजूद थे। सामने आयी फोटो में शरद पवार के दाहिनी तरफ संजय राउत बैठे हुए हैं जबकि बांयी तरफ नितिन गडकरी। आपको बता दें कि ईडी ने कल रेड डालकर मुंबई में संजय राउत से जुड़ी कई संपत्तियों को जब्त किया है।
(वरिष्ठ पत्रकार जेपी सिंह की रिपोर्ट।)