Friday, March 29, 2024

पेगासस गेट पर कांग्रेस ने कहा- गृहमंत्री अमित शाह की तत्काल हो बर्खास्तगी

राज्यसभा में एलओपी, पेगासस रिपोर्ट पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते पेगासस जासूसी कांड के लिये सीधे तौर पर मोदी-शाह को जिम्मेदार बताते हुये कहा है कि “राहुल गांधी, पत्रकारों और यहां तक कि केंद्रीय मंत्रियों सहित विपक्षी नेताओं की जासूसी करने में प्रधानमंत्री और गृहमंत्री शामिल हैं। जांच से पहले अमित शाह साहब को इस्तीफा दे देना चाहिए और मोदी साहब के ख़िलाफ़ जांच होनी चाहिए”।

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया को संबोधित करते हुये कहा है कि “पीएम मोदी का कहना है कि वह डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देते हैं लेकिन आज हम देख रहे हैं कि यह सर्विलांस इंडिया है। NSO कह रहा है कि उसके उत्पादों का उपयोग सरकार द्वारा विशेष रूप से अपराध और आतंक से लड़ने के लिए किया जाता है। लेकिन वे मोदी के खिलाफ बोलने वालों के ख़िलाफ़ पेगासस का इस्तेमाल कर रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा है कि “हम कल संसद में सभी विपक्षी दलों के साथ इस मामले (पेगासस प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को उठाएंगे”।

कांग्रेस ने इजरायली स्पाइवेयर पेगासस के जरिये राहुल गांधी समेत कई प्रमुख हस्तियों की कथित तौर पर जासूसी किए जाने के मामले की स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए कहा है कि इस प्रकरण को लेकर गृहमंत्री अमित शाह को इस्तीफा देना चाहिए या फिर उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए।

मुख्य विपक्षी पार्टी ने दावा किया कि पेगासस का उपयोग करके कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कई अन्य विपक्षी नेताओं, मीडिया समूहों और अलग-अलग क्षेत्रों के प्रमुख लोगों की जासूसी कराई गई।

कांग्रेस की ओर से यह भी कहा गया है कि इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका भी जांच करनी चाहिए।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इस मामले को लेकर कटाक्ष भी किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हम जानते हैं कि वह आपके फोन में सब कुछ पढ़ रहे हैं।’’

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि, ‘‘राहुल गांधी, अपने (सरकार के) मंत्रियों की जासूसी की गई है। हमारे सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों की भी जासूसी गई है। पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा, कई मीडिया समूहों की जासूसी कराई गई। क्या किसी सरकार ने इस तरह का कुकृत्य किया होगा?’’

उन्होंने दावा किया कि भाजपा अब ‘भारतीय जासूस पार्टी’ बन गई है। कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल किया, ‘‘मोदी जी, आप राहुल गांधी जी की फोन की जासूसी करवाकर कौन से आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ रहे थे? आप मीडिया समूहों और चुनाव आयुक्त की जासूसी करवाकर किस आतंकवादी से लड़ रहे थे? अपने खुद के कैबिनेट मंत्रियों की जासूसी करवाकर कौन से आतंकवाद से लड़ रहे थे?’’ कांग्रेस नेता ने यह दावा भी किया कि राहुल गांधी के कार्यालय के कई लोगों की भी जासूसी कराई गई।

उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को लोकसभा में जो वक्तव्य दिया वो झूठ था। सुरजेवाला ने कहा, ‘‘मंत्री जी, आपने राज्यसभा में कांग्रेस के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर शायद पुराने आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद का जवाब पढ़ लेते तो इतना झूठ नहीं बोलते। उस वक्त के मंत्री ने कहा था कि नवंबर, 2019 में इजरायली कंपनी एनएसओ को नोटिस दिया गया।’’

उन्होंने संवाददाता सम्मेलन में सवाल किया, ‘‘क्या भारतीय सुरक्षा एजेंसियां, न्याय पालिका, चुनाव आयुक्त और विपक्ष की जासूसी करना देशद्रोह और राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं है तो क्या है? क्या लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार जासूसी करवा रहे थे? यह इजरायली स्पाइवेयर पेगासस कब खरीदा गया और इस पर कितना पैसा खर्च हुआ?

सुरजेवाला ने यह भी पूछा, ‘‘क्या अमित शाह को एक मिनट भी अपने पद पर बने रहने का अधिकार है? उन्हें पद से बर्खास्त क्यों नहीं किया जाना चाहिए? प्रधानमंत्री की भूमिका की जांच नहीं होनी चाहिए?’’

गौरतलब है कि मीडिया संस्थानों के अंतरराष्ट्रीय संगठन ने खुलासा किया है कि केवल सरकारी एजेंसियों को ही बेचे जाने वाले इजराइल के जासूसी साफ्टवेयर के जरिए भारत के दो केन्द्रीय मंत्रियों, 40 से अधिक पत्रकारों, विपक्ष के तीन नेताओं और एक न्यायाधीश सहित बड़ी संख्या में कारोबारियों और अधिकार कार्यकर्ताओं के 300 से अधिक मोबाइल नंबर, हो सकता है कि हैक किए गए हों।

वहीं मोदी सरकार से डिमोट करके मंत्रिमंडल से बाहर किये गये भाजपा प्रवक्ता शंकर प्रसाद सिंह ने कहा है कि “फोन टैपिंग के नाम पर जान बूझ कर सदन में बाधा डालने और बेबुनियाद एजेंडा खड़ा करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सिमट रही है। कुछ समय पहले ऐसे ही एक मामले में सुप्रीम कोर्ट में केस किया गया। कहा गया कि व्हाट्सएप को पेगासस से हैक करवाया जा रहा है। जबकि ऐसा हो ही नहीं सकता। खुद वॉटसऐप ने भी सुप्रीम कोर्ट में यह बात कही।

रवि शंकर ने कहा कि भारत में मजबूत क़ानूनी ढांचा है, जो लोग सरकार पर फोन सर्विलांस के आरोप लगा रहे हैं। वे भी विश्वास के साथ सबूत नहीं दे पा रहे हैं। ऐसा लगता है कि दुनिया में उभर रहे भारत के खिलाफ एक माहौल बनाने की कोशिश हो रही है। भारत में जिस तेजी के साथ वैक्सीनेशन बढ़ रहा है। उससे कुछ लोगों को परेशानी हो रही है कि भारत ऐसा कैसे कर पा रहा है। कई लोगों को इस बात से भी परेशानी है कि भारत में सबसे ज्यादा FDI क्यों आ रही है।

रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष को सुपारी किलर बताते हुये पूछा कि क्या भारत की राजनीति में कुछ लोग सुपारी एजेंट हैं? जो इस तरह की फर्जी खबरें फैलाकर अपने ही देश की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का स्तर ऐसा हो गया है कि क्या कहना। वह सरकार से उड़ी सर्जिकल स्ट्राइक पर सबूत मांगती है। गलवान पर जो अब तक कहती रही है, वह सबके सामने है।

रवि शंकर प्रसाद ने कांग्रेस से सवाल पूछा कि वित्त मंत्री रहे प्रणब मुखर्जी ने उस वक्त के गृह मंत्री चिदम्बरम के खिलाफ स्नूपिंग का आरोप लगाया था। उस बारे में कांग्रेस का क्या कहना है। वर्ष 2013 में हजारों लोगों के फोन टेप होते थे। उसके बारे में कांग्रेस क्या कहती है। बड़ी बात ये है कि कथित पेगासस प्रोजेक्ट का मामले मानसून सत्र शुरू होने के ठीक एक दिन पहले क्यों सामने आया।

भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि इस मामले में रिपोर्ट तैयार करने वाली एक संस्था का नाम आया है। क्या ये सही नहीं है कि उनकी बहुत सी कहानियां गलत साबित हुई हैं। उन्होंने एक जज के बारे में झूठी कहानी गढ़ी थी, जो बाद में झूठी निकली। दुनिया में लाखों डेटा बेस हैं। जब तक कोई लिंक नहीं देंगे, तब तक कैसे कह सकते हैं कि फोन की टैपिंग हुई। रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि जिन्होंने स्टोरी ब्रेक की है, उनके पास कथित डाटा बेस होने का मतलब ये नहीं कि फोन टैप किए गए हैं। आखिरकर मानसून सत्र से पहले ये सारा मामला सामने आने के पीछे एजेंडा क्या है। देश को इसका पता चलना चाहिए।

रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का इतिहास हमेशा से आधारहीन आरोप लगाने का रहा है। हरियाणा के दो सिपाही राजीव गांधी के आस पास देखे गए तो उन्होंने केंद्र में चंद्रशेखर की सरकार गिरा दी थी। उन्होंने कहा कि बीजेपी कांग्रेस के सारे आरोपों को ख़ारिज़ करती है।

(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

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