इजराइल-फिलिस्तीन युद्ध: गाजा पावर प्लांट का ईंधन खत्म, अस्पतालों के जनरेटरों तक के लिए तेल नहीं

नई दिल्ली। गाजा का एक मात्र कार्यरत पावर प्लांट ईंधन न सप्लाई होने के कारण बंद हो गया है जिससे पूरे इलाके में अंधेरा छाने के साथ ही बिजली से होने वाला हर काम ठप हो गया है। इस बीच इजराइल के रक्षामंत्री योव गैलेंट ने गाजा इलाके में जमीन से जमीन पर हमला करने का ऐलान किया है।

इजराइली सेना का कहना है कि उसके दर्जनों जेट फाइटरों ने गाजा इलाके के तकरीबन 200 ठिकानों को निशाना बनाया है। जबकि फिलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि शनिवार से शुरू हुए इजराइल के हमले में अब तक 22600 घर तबाह हो गए हैं। इसके अलावा 10 हेल्थ सेंटर और 48 स्कूल भी ध्वस्त हुए हैं।

फिलिस्तीनी न्यूज एजेंसी वाफा ने कहा है कि इजराइली सुरक्षा बलों ने गाजा से सटे अल करामा में सफेद फास्फोरस पदार्थ ड्राप किया है।

इस बीच हमास का भी एक बयान आया है। जिसमें उसने कहा है कि उसने बच्चों को निशाना नहीं बनाया है। इसके साथ ही उसका कहना था कि पश्चिमी मीडिया को सही होना चाहिए न कि उसे आंख मूंद कर जियोनिस्ट नरेटिव का प्रचार करना चाहिए जो पूरी तरह से झूठ पर आधारित है और बदनाम करने वाला है।

शनिवार से इजराइल में 1200 लोगों की मौत हो चुकी है और तकरीबन 3000 लोग घायल हैं। जबकि गाजा पर इजराइल के हमले में अब तक 950 लोगों की मौत हुई है और 5000 लोग घायल हुए हैं।

हेजबुल्लाह की तरफ से एक बार फिर इजराइल पर निशाना साधा गया है। बताया जा रहा है कि इजराइल की उत्तरी सीमा पर स्थित लेबनान के इलाके से हेजबुल्लाह के हथियारबंद दस्तों ने तोप और राकेटों से हमला किया है। इसको उन्होंने फिलिस्तीनियों के समर्थन में किया है। जानकारों का कहना है कि इसके और बढ़ने की आशंका है। जैसा कि इजराइल इस समय गाजा पट्टी को केंद्रित किए हुए है और उसको इस बात का डर है कि लेबनान की इस सीमा पर कहीं दूसरा मोर्चा न खुल जाए। 

बुधवार को इजराइल की सेना ने कहा कि इजराइली मिलिट्री पोस्ट को निशाना बना कर लेबनान की ओर से किए गए एंटी टैंक फायरिंग का उसने जवाब दिया है। और बताया जा रहा है कि इजराइल की ओर से लेबनान पर बड़े स्तर पर फायरिंग की गयी है। इस लड़ाई में कुछ लोगों के मारे जाने की भी खबर है। हालांकि इजराइलियों ने अभी तक इसकी कोई पुष्टि नहीं की है।

अल जजीरा के एक रिपोर्टर ने बताया कि हम लगातार विस्फोट की आवाजें सुन रहे हैं जो हमारे यहां से बहुत ज्यादा दूर नहीं है। वहां जेट और ड्रोन लगातार उड़ रहे हैं। आप धीरे-धीरे महसूस करते हैं कि जो एक जगह तक सीमित था वह धीरे-धीरे फैलता जा रहा है। 

वेस्ट बैंक के रामल्लाह इलाके से अल जजीरा के एक रिपोर्टर इमरान खान का कहना था कि मैं एक स्थानीय सरकारी बिल्डिंग में हूं जिसे रिफ्यूजी कैंप में तब्दील कर दिया गया है। जिन लोगों ने यहां शरण ले रखा है वो गाजा से हैं। उनको यह पता नहीं कि वह अब कब वापस जा सकेंगे। जो कहानी वो बता रहे हैं वह बेहद परेशान करने वाली है।

एक शख्स ने बताया कि उसके विस्तारित परिवार के 40 सदस्यों की एक इजराइली बमबारी में मौत हो गयी है। एक दूसरे ने बताया कि उसके अपने परिवार के 8 सदस्यों की मौत हो गयी है।

इंटरनेशनल कानून के एक एक्सपर्ट जब गाजा में अपने परिवार से मिलने जा रहा थे उसी समय इजराइल की ओर से हवाई हमला हो गया और इसमें घर के भीतर मौजूद सभी लोग मार दिए गए। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी संख्या नहीं बतायी है लेकिन मिस्र में रहने वाले सईद अल दहशान के मित्र ने बताया कि उसका पूरा परिवार खत्म हो गया।

हमास के प्रवक्ता गाजी हमद ने कहा कि इस तरह की मौत और बर्बादी अभूतपूर्व है। गौरतलब है कि उनके घर को पिछली रात ही हवाई हमले में जमींदोज कर दिया गया।

दर्जनों इजराइली नागरिकों और हमास लड़ाकों के शव जले घरों से मिल रहे हैं। बिखरी कुर्सियां और जली कारें कब्बुज़ के जमीन पर मिला। एक सैनिक ने चिल्ला कर अल जजीरा के रिपोर्टर से कहा कि दुनिया को बताओ जो तुम यहां देख रहे हो।

गाजा पट्टी की धड़कन मानी जाने वाली रिमल को चार दिनों की इजराइली बमबारी में पूरी तरह से तबाह कर दिया गया। 

फिलिस्तीनी व्यवसायी अली अल हियाक ने रिमल के पास स्थित अपने घर से कहा कि इजराइल ने सभी चीजों के केंद्रों को ध्वस्त कर दिया है। वह हमारे सार्वजनिक जीवन और हमारे सामुदायिक जीवन की जगह थी। वो हमें तोड़ रहे हैं।

मौतों के ताजा आंकड़ों के मुताबिक गाजा में 950 लोगों की मौत हो गयी और 5000 लोग घायल हैं। जबकि वेस्ट बैंक में 23 मरे और 130 लोग घायल हैं। उधर इजराइल में 1200 लोगों की मौत हो गयी और 3007 लोग घायल हैं।

अल कारामा के आस-पास के सभी इलाकों में स्थित बहुमंजिला इमारतों को ध्वस्त कर पूरा प्लेन कर दिया गया है। बम से 12 मंजिला एक इमारत को गिरा दिया गया। अपने घरों में रहने वाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा था।

रिहाइशी इलाकों में रहने वाले लोग सिविल डिफेंस और रेड क्रास को सहायता के लिए पुकार रहे हैं। अभी तक उन्हें कोई सहायता नहीं मिली है। मौके पर कई जगहों पर मलबे के भीतर दबे लोगों की आवाजें सुनाई देने लगती हैं। 

मिलिट्री फैसिलिटी में लोग अपने परिजनों की पहचान के लिए लाइन में लगे हुए हैं। दक्षिणी इजराइल के रामला शहर में अस्थाई शवघर में हमास फाइटर द्वारा मारे गए लोगों की उनके परिजन पहचान कर रहे हैं। हालांकि पहचान कर पाना इतना आसान नहीं है।

इजराइली बचाव दल के एक सदस्य ने अल जजीरा को बताया कि सैनिकों का तो नाम से टैगिंग हुआ है लेकिन ज्यादातर शव नागरिकों के हैं जो हमास के हमले के समय सो रहे थे।

बहुत सारे लोग परेशान हैं क्योंकि उन्हें अभी तक यह पता नहीं है कि उनके परिवार के सदस्यों के साथ क्या हुआ।

यहां तक कि हास्पिटल के जनरेटर के लिए तेल तक खत्म होने वाला है। फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्री मै अल कैला ने बताया कि गाजा अस्पतालों में जनरेटरों को चलाने के लिए फ्यूल स्टाक कल गुरुवार को खत्म हो जाएगा। जो अस्पताल में एक तबाही की स्थिति पैदा कर सकता है।

इस बीच इजराइली सुरक्षा बलों ने डाक्टर्ड वीडियो शेयर करने शुरू कर दिए हैं ऐसा यूरो-मेड ह्यूमन राइट्स मॉनिटर का कहना है। जिसमें बेहद परेशान करने वाले दृष्य हैं। एक्स पर मॉनिटर ने कहा कि इजराइली सुरक्षा बलों ने एक डॉक्टर्ड वीडियो शेयर किया है जिसमें कथित तौर पर सैनिकों का सफाया करते हुए दिखाया गया है।

हमास मिलिट्री कमांडर के भाई की मौत हो गयी है। इजराइल हवाई हमले में हमास कमांडर मोहम्मद डायफ के भाई की मौत हो गयी है। रिपोर्ट के मुताबिक गाजा पट्टी के दक्षिण में खान यूनुस पर हमले के दौरान अब्दुल फतह डायफ और उनके कुछ परिवार के सदस्यों की मौत हो गयी। जबकि इजराइल के कई हमलों में मोहम्मद डायस बच गए। वह हमास की मिलिट्री विंग अल अक्सा ब्रिगेड के कमांडर हैं। अगस्त 2014 में इजराइल के हवाई हमले में मोहम्मद की पत्नी और उनके सात माह के बच्चे की मौत हो गयी थी। 

कई देशों ने अपने नागरिकों को इजराइल से निकालना शुरू कर दिया है। इनमें अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, नाइजीरिया, नार्वे, स्विट्जरलैंड, स्पेन और दक्षिण कोरिया प्रमुख तौर पर शामिल हैं। इजराइली हमलों में यूनिवर्सिटी तक को नहीं बख्शा गया है। इजराइली सैनिकों ने गाजा पट्टी में इस्मालिक यूनिवर्सिटी को अपना निशाना बनाया है। भीषण हवाई हमले ने विश्वविद्यालय की कुछ इमारतों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।

इजराइली हमले में कम से कम 260 बच्चों की मौत हुई है। यह दावा फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय का है। इजराइली सेना का दावा है कि उसने 1000 से ज्यादा हमास के लड़ाकों को मार दिया है। यह हमले का स्केल बताता है। 

पीएलओ का कहना था कि उसने गाजा पट्टी में भोजन और मेडिकल सप्लाई को जारी रखने की अपील की थी लेकिन इजराइल ने उसे मानने से इंकार कर दिया।

पीएलओ के अधिकारी हुसैन अल शेख ने एक्स पर कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारवादी संस्थाओं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसमें हस्तक्षेप कर इस हमले को तत्काल रुकवाने की अपील कर रहे हैं। इसके साथ ही सहायता सामग्री कैसे पहुंचाई जाए, बिजली और पानी कैसे बहाल हो इसको सुनिश्चित करने की कोशिश की जानी चाहिए।

हमास के पूर्व मुखिया खालिद मेशाल ने शुक्रवार को पूरे अरब वर्ल्ड से इसके खिलाफ और फिलिस्तीन के पक्ष में प्रदर्शन करने की अपील की है।

मेशाल ने कहा कि जॉर्डन के ट्राइब, जॉर्डन के बेटों, जॉर्डन के भाइयों और बहनों….यह सच बोलने का समय है और आपके लिए सीमाएं बंद हो गयी हैं। आप सभी अपनी जिम्मेदारी जानते हैं। आपको बता दें कि जॉर्डन और लेबनान में सबसे ज्यादा फिलिस्तीनी शरणार्थी रहते हैं।

गाजा से विस्थापित होने वालों की संख्या अब बढ़ कर 260000 हो गयी है। यह आंकड़ा यूएन का है।

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इजराइल सुरक्षा बलों ने एंबुलेंस को भी नहीं छोड़ा। एक एंबुलेंस पर हमला किया जिसमें मौजूद दो लोगों की मौत हो गयी जबकि दो मेडिकल वर्कर घायल हो गए।

जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला ने कहा है कि जब तक फिलिस्तीन ईस्ट येरूशलम को अपनी राजधानी और 4 जून, 1967 की अपनी सीमाओं के साथ एक स्वतंत्र, संप्रभु राज्य नहीं हासिल कर लेता तब तक मिडिल ईस्ट में कोई भी सुरक्षा और स्थायित्व नहीं आएगा।

अपनी संसद के नये सत्र में उन्होंने कहा कि हम तब तक दृढ़ बने रहेंगे और हम अपनी भूमिका को भी नहीं खत्म करेंगे। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि चुनौती कितनी बड़ी है। और इस्लामिक और क्रिश्चियन पवित्रता को बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है। आप को बता दें कि जॉर्डन की रायल फैमिली मुस्लिम और क्रिश्चियन समुदायों के पवित्र स्थलों की कस्टोडियन है।

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