नई दिल्ली। गुजरात दौरे पर गए लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि अयोध्या की तरह बीजेपी को 2027 के विधानसभा चुनाव में गुजरात में भी हराएंगे। इसके साथ ही गुजरात के लोगों को एक विजन देंगे। राहुल गांधी वहां राजकोट अग्निकांड के पीड़ितों से मिलने गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की।
पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सर्वे में पीएम मोदी को यह पता चल जाने पर कि अयोध्या में हार जाएंगे और उनका राजनीतिक कैरियर खत्म हो जाएगा उन्होंने लोकसभा चुनाव अयोध्या से नहीं बल्कि वाराणसी से लड़ा।
अहमदाबाद में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस गुजरात जीतेगी और गुजरात से एक नई कांग्रेस पार्टी बनेगी। कहां से कांग्रेस बनी थी? जब ब्रिटिशर्स शासन कर रहे थे तो हमारे सबसे बड़े नेता महात्मा गांधी ने हमें रास्ता दिखाया था। उन्होंने कहा था कि डरो मत, डरो मत और फिर गुजरात से आग शुरू हो गयी थी। अगर आज कांग्रेस पार्टी वजूद में है तो विचारधारा और सोच गुजरात से शुरू हुई थी।
अहमदाबाद स्थित कांग्रेस हेडक्वार्टर राजीव गांधी भवन पर 2 जुलाई को बिल्कुल सुबह हमले के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह वही जगह है जहां उन्होंने हमारे दफ्तर को तोड़ा है। मैंने सोचा कि हम उन्हें एक सबक सिखाएंगे। हम उनकी सरकार को तोड़ने जा रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस में बड़ा अंतर यह है कि कांग्रेस में कोई नहीं डरता है जबकि बीजेपी में हर शख्स मोदी से डरता है।
उन्होंने कहा कि हम यहां आपको बताने आए हैं कि उन्होंने आपके दफ्तर पर हमला किया है। आप को डरने की जरूरत नहीं है और न ही डर का कारण बनना है। हम नरेंद्र मोदी और बीजेपी को गुजरात में हराएंगे जैसा हम लोगों ने अयोध्या में किया। हमारे कार्यकर्ता जो बबर शेर हैं वो इस काम को करेंगे।
आपको एक काम करना है: गुजरात के लोगों को बताना है कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। और अगर आप बीजेपी से बगैर किसी डर के लड़ते हैं वो किसान हों या कि मजदूर, बीजेपी आपके सामने खड़े होने के लायक नहीं रह जाएगी।
गुजरात कांग्रेस की कमजोरियों को चिन्हित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने बताया कि यहां दो तरह के घोड़े हैं- एक रेस के लिए और दूसरे शादी के लिए। उन्होंने कहा कि हमें बताया गया कि कुछ समय पहले कांग्रेस दोनों को बदलती रहती थी। लेकिन अब बंद हो गया है। तो हमें इस काम को गुजरात में करना होगा। जो लोग दौड़ना चाहते हैं और दौड़ने के लिए तैयार हैं हमें उनको ऐसा करने का मौका देना चाहिए।
हमें यह काम गंभीरता से करना होगा। हमारे पहले के चुनाव में हम बीजेपी से ठीक ढंग से नहीं लड़े। 2017 में हम केवल तीन-चार महीने ही लड़े और उसका नतीजा आप लोगों ने देखा। जब हम तीन महीने में केवल 16 सीट से हारे तो तीन साल में हम निश्चित तौर पर गुजरात को जीत लेंगे।
अगर आप लड़ते हैं और बाकी 50 फीसदी के सोचने के तरीके को बदल देते हैं। तो चीजें बदल जाएंगी। पूरी कांग्रेस पार्टी, टीम जिसमें मैं और मेरी बहन भी शामिल है यहीं डटे रहेंगे। आप लोग पहले ही बहुत परेशान रहे हैं, अपमानित किए गए हैं और लाठियों से पीटे गए हैं। लेकिन अब बहुत हो गया। हम उनको घृणा से नहीं बल्कि प्यार से हराएंगे।
तैयारी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी कांग्रेस के घोषणा पत्र से हिल गयी थी। उन्होंने कहा कि गुजरात के लाखों लोगों से बात करने के बाद हमें उसी तरह से गुजरात में भी एक बनाना होगा। हम गुजरात को एक विजन देंगे और बीजेपी को हराएंगे।
नरेंद्र मोदी का विजन एक गुब्बारा था और वह फट गया है। आप एक ऐसे शख्स के बारे में कल्पना कीजिए जो खुद को गैर जैविक बताता है और दूसरों को जैविक। वह गुजरात को कैसे एक विजन दे सकता है। ऐसे लोगों को जो हीरा उद्योग में काम करने करते हैं, मजदूर हैं, किसान हैं, को विजन दे सकता है।
राहुल ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी का पूरा आंदोलन राम मंदिर और अयोध्या पर केंद्रित था। जिसको आडवाणी ने रथयात्रा के साथ शुरू किया था।
उन्होंने कहा कि ऐसा कहा जाता है कि नरेंद्र मोदी ने आडवाणी को रथयात्रा में सहयोग किया था उन्होंने यहां से शुरू करवाया था। उन्होंने राम मंदिर का उद्घाटन किया। लेकिन वहां अडानी और अंबानी थे लेकिन कोई भी गरीब आदमी नहीं दिखा। बीजेपी की पूरी राजनीति अयोध्या केंद्रित राजनीति थी।
उन्होंने मंदिर का उद्घाटन किया और भगवान राम का राजनीतिकरण कर दिया। जब मैं अयोध्या में लोगों से बात करता था तो वो कहते थे कि मंदिर के निर्माण के लिए बहुत सारे लोगों से जमीन ली गयी, उनकी दुकानें और घर तोड़ दिए गए और अभी तक मोदी जी ने उन्हें मुआवजा नहीं दिया।
इसमें आगे जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि अयोध्या के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए किसानों की जमीन ली गयी और अभी तक उन्हें बेहतर मुआवजा नहीं मिला।
और तीसरी बात अयोध्या के लोग यह देखकर बहुत नाराज हो गए कि उद्घाटन में वहां के एक शख्स को भी आमंत्रित नहीं किया गया। आडवाणी द्वारा शुरू किए गये आंदोलन का केंद्र अयोध्या था और इंडिया ब्लाक ने उसे वहीं हरा दिया। किसी भी समाजवादी नेता से पूछिए तो वो बताएंगा कि कांग्रेस के नेता बबर शेर की तरह उनके साथ खड़े रहे। कांग्रेस ने वाराणसी में एक दो गलतियां की वरना मोदी वहां से भी हार जाते।
कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पंजा को दिखाते हुए उन्होंने कहा कि आप इसको हर धर्म में पाएंगे और जिसका केवल एक मतलब है डरो मत, डराओ मत।