Friday, March 29, 2024

लखीमपुरी खीरी: किसानों और सरकार के बीच समझौता, देशभर में विरोध-प्रदर्शन, कई नेता गिरफ्तार

लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड पर किसानों और यूपी सरकार के बीच समझौता हो गया है। इसके तहत मृतकों के परिजनों को 45-45 लाख रुपये और नौकरी दी जाएगी। साथ ही हिंसा की न्यायिक जांच होगी। जो हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश करेंगे। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। साथ ही घायलों को 10 लाख का मुआवजा देने का एलान किया गया है। उप्र सरकार ने सभी आरोपियों की एक सप्ताह में गिरफ्तारी का आश्वसन दिया है। आशीष मिश्र के ख़िलाफ़ हत्या और गैर इरादतन हत्या की धारा में मामला दर्ज किया गया है। मामले में आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर नामजद आशीष मिश्र मोनू और 15-20 अज्ञात के खिलाफ दफा 147, 148, 149, 302, 120 बी, 304 ए के तहत मुक़दमा दर्ज किया गया है।

आशीष मिश्र के ख़िलाफ़ हत्या और गैर इरादतन हत्या की धारा में मामला दर्ज किया गया है। मामले में आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर नामजद आशीष मिश्र मोनू और 15-20 अज्ञात के खिलाफ दफा 147, 148, 149, 302, 120 बी, 304 ए के तहत मुक़दमा दर्ज किया गया है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी की घटना को अत्यंत दुःखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुये कहा था कि मौके पर शासन द्वारा अपर मुख्य सचिव नियुक्ति, कार्मिक एवं कृषि, ए.डी.जी. कानून-व्यवस्था, आयुक्त लखनऊ तथा आई.जी. लखनऊ मौजूद हैं तथा स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए घटना के कारणों की गहराई से जांच कर रहे हैं। घटना में लिप्त जो भी जिम्मेदार होगा, सरकार उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। क्षेत्र के सभी लोगों से अपील है कि वे किसी के बहकावे में न आएं व मौके पर शान्ति-व्यवस्था कायम रखने में अपना योगदान दें। किसी प्रकार के निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले मौके पर हो रही जांच तथा कार्रवाई का इन्तज़ार करें।

पुलिस प्रशासन और किसानों के बीच समझौता

किसानों की मांग प्रशासन ने मांग ली है और एलान किया है कि मृतक किसानों के परिजनों को 45-45 लाख रुपये दिए जाएंगे। घायल किसानों को दस लाख देने की घोषणा की गई है। इसके साथ ही नई कमेटी का गठन किया जाएगा जो रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में मामले की जांच करेगी। एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया है कि दोषियों के खिलाफ केस दर्ज हो गया है, जांच जारी है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

बता दें कि आज सुबह किसान नेताओं और प्रशासन के बीच में वार्ता चल रही थी जिसमें दोनों पक्षों में सुलह हो गई है। बैठक में राकेश टिकैत समेत 12 लोग मौजूद थे। बैठक में लखीमपुर खीरी के जिला अधिकारी (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) भी शामिल थे। किसानों ने बैठक में प्रशासन के सामने चार बड़ी मांगें रखी थी। इनमें पहली मांग केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त करना। दूसरी मांग अजय मिश्र के बेटे और मुख्य आरोपी आशीष मिश्र को गिरफ्तार करना । तीसरी मांग के रूप में मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने और मृतकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की थी।

इससे पहले लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए चारों किसानों के शव रखकर अन्य प्रदर्शनकारी किसान जाम लगाते हुये मांग कर रहे थे कि दोषी मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त किया जाए, मंत्री के पुत्र की गिरफ्तारी हो और सरकार मृतकों के परिजनों को दो-दो करोड़ का मुआवजा दे।

संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कान्फ्रेंस

उच्च न्यायालय के कार्यरत न्यायाधीश द्वारा जांच होगा। पीड़ित परिवारों की शिक़ायत पर धारा 302, 120बी के तहत एफआईआर दर्ज होगी। शिकायत में मंत्री अजय मिश्र नामित हैं। भारतीय किसान यूनियन प्रवक्ता राकेश टिकैत, जगतार बाजवा, रमिंदर पटियाला, आदि ने लखीमपुर में एक प्रेस वार्ता में यह सूचना दी है। उन्होंने आगे कहा कि कल लखीमपुर खीरी में किसानों पर हमला करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए किसान आंदोलन ने प्रदेश सरकार को मजबूर किया।

इस बीच, लखीमपुर खीरी में किसान जनसंहार के विरोध में देश भर में विरोध प्रदर्शन हुआ। प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, शिवपाल यादव, चंद्रशेखर आज़ाद समेत तमाम नेताओं को या तो गिरफ्तार कर लिया गया है, या फिर नज़रबंद कर दिया गया है। दूसरी तरफ लखीमपुर में बढ़ते आक्रोश के बीच रेलवे ने लखीमपुर जाने वाली ट्रेनें रद्द कर दी हैं। लखीमपुर खीरी में किसान आंदोलन के दौरान चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद जिले में धारा 144 लगा दी गई है। इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने पंजाब के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर उनसे आग्रह किया है कि वहां से किसी को लखीमपुर खीरी के लिए रवाना ना होने दिया जाए। उत्तर प्रदेश सरकार ने यह पत्र लखीमपुर में हिंसा को बढ़ने से रोकने के उद्देश्य से लिखा है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग-9 और 24 बंद कर दिया । इससे दिल्ली से गाजियाबाद आने-जाने वाले कई रास्तों पर लंबा जाम लग गया। हालांकि बाद में रास्ता खोल दिया गया।

यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने लखनऊ एयरपोर्ट से छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर एस रंधावा को एयरपोर्ट पर उतरने की अनुमति नहीं देने को कहा था। बता दें कि बघेल और रंधावा ने आज लखीमपुर खीरी जाने की घोषणा की थी।

वहीं लखीमपुर में घायल हुए बिलासपुर क्षेत्र के किसान नेता तेजेंद्र सिंह विर्क को रूद्रपुर के निजी अस्पताल से दिल्ली ले जाकर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तेजेंद्र सिंह विर्क लखीमपुर में घायल हो गए थे।

घटना के विरोध में मोदी योगी के पुतले फूंके गये

AIKMS व संयुक्त किसान मोर्चा के अन्य घटकों के नेतृत्व में आज देश के हजारों गावों में मोदी सरकार के पुतले फूंके गये। साथ ही संबंधित अधिकारियों के ज्ञापन दिये गये। प्रयागराज के कई गांवों में योगी सरकार का पुतला किसानों द्वारा फूंका गया। इसी क्रम में बर्दवान , हुगली, कोलकाता और विजयवाड़ा में योगी और मोदी के पुतले फूंके गये।

रुद्रपुर के कलक्ट्रेट गेट पर किसानों ने धरना दिया। प्रदर्शनकारी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने और हत्यारों को फांसी की मांग कर रहे थे। इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई।

लखीमपुर की घटना को लेकर आक्रोशित भारतीय किसान यूनियन सुबह करीब 10:30 बजे गाजियाबाद कलेक्ट्रेट का घेराव किया यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष राजवीर सिंह ने बताया कि अलग-अलग जगह से किसान कलेक्ट्रेट पर पहुंचे थे इसके बाद अग्रिम आदेश तक किसान कलेक्ट्रेट पर ही डटे रहेंगे।
वहीं आज सुबह 10:00 बजे जिलाधिकारी कार्यालय कलेक्ट्रेट सूरजपुर गौतम बुद्ध नगर पर हजारों की संख्या में किसानों ने पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया।
जबकि गौतमपल्ली में पुलिस की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया। हालांकि यह किसने किया इसकी जानकारी अभी नहीं हुई है।
लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में बिलासपुर में संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसानों ने हाईवे जाम कर दिया। सोमवार सुबह बिलासपुर में नवीन मंडी गेट के सामने संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े तमाम किसान एकत्र हो गए और रामपुर-रूद्रपुर हाईवे को जाम कर दिया। किसान मौके पर दरी बिछाकर बैठ गए थे और नारेबाजी कर रहे थे। सूचना पर एसडीएम बिलासपुर अशोक कुमार सिंह और सीओ बिलासपुर विद्या किशोर शर्मा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए थे और किसानों से वार्ता कर उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे थे।

लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के विरोध में पंजाब के अमृतसर में भाजपा कार्यालय के बाहर पहुंचकर किसानों ने कार्यालय घेर लिया था। वहीं हरियाणा के जींद में किसानों ने हिसार रोड और गांव रामराये में जाम लगा दिया था।

तमाम विपक्षी नेता गिरफ्तार

पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी भी सीतापुर पहुंचे थे । कई नेताओं को रास्ते में ही रोक लिया गया था। कांग्रेस के अनुसार उनके नेता प्रमोद तिवारी और सलमान खुर्शीद को भी हाउस अरेस्ट किया गया।

लखीमपुर जा रहे आम आदमी पार्टी की कोर कमेटी के सदस्य व राज्यसभा सांसद संजय सिंह को भी सीतापुर में पुलिस-प्रशासन ने हिरासत में ले लिया था। उन्हें लखीमपुर नहीं जाने दिया गया। हिरासत में लेने के बाद संजय सिंह को पुलिस लाइन में रखा गया था। इसके अलावा एसपी आरपी सिंह ने अटरिया से लेकर लखीमपुर के बॉर्डर पर पड़ने वाले लहरपुर कोतवाली पुलिस को अलर्ट कर दिया था। किसी भी विपक्षी दल को लखीमपुर जाने की इज़ाज़त नहीं दी गई।
लखीमपुर जाने के लिये निकली उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा को सीतापुर के हरगांव में पुलिस ने आज सुबह हिरासत में ले लिया। प्रियंका गांधी के साथ दूसरी गाड़ी से जा रहे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष लल्लू को गिरफ्तार कर पीएसी की वाहिनी में रखा गया। इसकी सूचना मिलने के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता पीएसी पहुंच गए जहां पर कांग्रेस महासचिव समेत अन्य कांग्रेस के नेताओं को रखा गया है। उसके बाहर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने धरने पर बैठ कर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। नारेबाजी कर रहे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का कहना था कि पुलिस प्रशासन तानाशाही कर रहा है।

इससे पहले पुलिसवालों ने प्रियंका गांधी को रोकने के दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की भी की। इसी को लेकर प्रियंका गांधी ने पुलिसकर्मियों पर अपना गुस्सा निकालते हुये कहा कि, “छूकर देखो मुझे, तुम्हारे प्रदेश में नहीं होगा, लेकिन कानून है इस देश में। हमें हिरासत में लेना है तो लो, लेकिन इस तरह जबरदस्ती के साथ नहीं। जाकर अपने अफसरों और मंत्रियों कह दो।”

आगे उन्होंने कहा कि, “मुझे वारंट दिखाओ, अगर आपके पास नहीं है तो कोई हक नहीं है हमें रोकने का। क्या समझ रखा है, लोगों को मार सकते हो, किसानों को कुचल सकते हो, तो समझ रखा है कि हमें भी रोक लोगे। बता दें कि इस नोकझोंक के बाद प्रियंका गांधी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और लखीमपुर नहीं जाने दिया।

हापुड़ से लखीमपुर जा रहे रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के काफिले को पुलिस ने छिजारसी टोल पर रोकने का प्रयास किया। हालांकि जयंत चौधरी काफिले के साथ आगे रवाना हो गए। चालाकी से झांसी टोल पर एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल रात से ही तैनात कर दिया गया था। मुरादाबाद की ओर जाने वाली सभी गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है। गाड़ियों के नाम पते दर्ज किए जा रहे थे।

लखीमपुर जा रहे भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद को पुलिस ने सीतापुर के खैराबाद टोल प्लाजा पर रोक लिया। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर सीतापुर की पुलिस लाइंस में बैठाया गया था।

अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया गया। अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी जाने पर अड़े थे। पुलिस प्रशासन द्वारा रोके जाने पर उन्होंने अपने आवास के बाहर धरना शुरू कर दिया था।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव को लखनऊ स्थित उनके आवास पर हाउस अरेस्ट कर दिया गया था पर वह सुबह पुलिस को चकमा देकर लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए। वहीं, उन्होंने प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों से जिला मुख्यालय पर धरना देने और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने का निर्देश दिया था।

राजनीतिक दलों की अगुवाई में विरोध प्रदर्शन

सीपीआई महासचिव डीराजा के नेतृत्व में आज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली स्थित आईटीओ जाम कर दिया। यह जाम घंटों तक चला। डी राजा के अलावा पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस कार्यक्रम में शामिल था। अतुल कुमार अनजान, अमरजीत कौर, बिनॉय विश्वास, गिरीश शर्मा और दिनेश वार्ष्णेय समेत तमाम नेता मौजूद थे। बाद में पुलिस ने इन सभी को हिरासत में ले लिया।

लखीमपुरी खीरी हिंसा के विरोध में गाजियाबाद में जिला मुख्यालय पर सीपीआईएम के कार्यकर्ता प्रदर्शन किए। चंडीगढ़ में कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू भी कार्यकर्ताओं के साथ लखीमपुर खीरी की घटना की निंदा करते विरोध प्रदर्शन किए। दिल्ली में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय के बाहर घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया।

लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के विरोध में झांसी के इलाइट चौराहे पर सपा नेताओं ने प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने दर्जनों सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार करके पुलिस लाइन ले गयी। जहां सपाइयों और पुलिस के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस लाइन में प्रदर्शन किया। ललितपुर में किसानों की मौत को लेकर घंटाघर पर सपा नेताओं ने प्रदर्शन किया। वहीं प्रदर्शन को लेकर पुलिस बल की तैनाती की गई।

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की रिहाई की मांग को लेकर अमरोहा कलेक्ट्रेट पहुंचे सपाइयों ने किसानों के धरने में शामिल होने की कोशिश की। तभी भाकियू नेताओं ने राजनीतिक दलों को दूर रहने की हिदायत देते हुए सपाइयों को वापस कर दिया। इसके बाद सपाइयों ने डीएम कार्यालय के बाहर बैठकर धरना देकर अखिलेश यादव की रिहाई की मांग की।

राजनीतिक प्रतिक्रियायें व प्रदर्शन

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने ट्वीट करके कहा है कि उत्तर प्रदेश को नया जम्मू कश्मीर बना दिया गया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा- “उत्तर प्रदेश ‘नया जम्मू-कश्मीर’ है।”

वहीं पंजाब सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को खत लिखकर कहा है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी लखीमपुर खीरी जाना चाहते हैं। आप उनका हेलीकॉप्टर उतारने की इजाजत दें।

गिरफ़्तार करके गेस्ट हाउस में रखी गयी प्रियंका गांधी ने गेस्ट हाउस में झाड़ू लगाया। सोशल मीडिया पर उनका झाड़ू लगाता वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने भी वो वीडियो ट्वीट कर लिखा है कि, ‘गिरफ्तारी के दौरान ‘हवालात’ में झाड़ू लगाती हुई इंदिरा गांधी की पोती और ‘राक्षसों’ का वध करने वाली आदि शक्ति प्रियंका गांधी।’

प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर अपनी बहन का मनोबल बढ़ाते हुए कहा है कि वह जानते हैं कि प्रियंका पीछे नहीं हटेंगी। राहुल ने ट्वीट किया है, प्रियंका, मैं जानता हूं तुम पीछे नहीं हटोगी- तुम्हारी हिम्मत से वे डर गए हैं। न्याय की इस अहिंसक लड़ाई में हम देश के अन्नदाता को जिता कर रहेंगे।

लखीमपुर किसान नरसंहार में मारे गए किसानों की आवाज उठाने और न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सीतापुर पीएसी छावनी के सामने कैंडल लाइट मार्च निकाला है। आप को बता दें कि प्रियंका गांधी को प्रशासन ने अभी भी नहीं छोड़ा है। और वह सीतापुर स्थित पीएसी के गेस्ट हाउस में मौजूद हैं।

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराने की मांग की

पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने लखीमपुर में किसानों के जनसंहार पर दुख जताते हुये मुख्यमंत्री से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि लखीमपुर खीरी की हृदय-विदारक घटना में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस प्रकरण में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी से सख्त कार्रवाई करने का निवेदन करता हूं। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा अपना पत्र भी पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि ‘तीन अक्तूबर को लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने की निर्दयतापूर्वक घटना से सारे देश में पीड़ा और रोष है। हमारे अन्नदाताओं की जिस तरह कुचलकर हत्या की गई, वह सभ्य समाज में अक्षम्य है।

(जनचौक के विशेष संवाददाता सुशील मानव की रिपोर्ट।)

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

Related Articles