सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर कहा-हम विशेष सत्र में उठाएंगे जनता के बुनियादी मुद्दे

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता सोनिया गांधी जी ने पीएम नरेंद मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि “संसद का विशेष सत्र विपक्षी दलों से बिना किसी बातचीत के मनमाने ढंग से बुलाया गया है। विशेष सत्र से पहले पार्टियों से बात कर एक कार्य सूची तैयार की जाती है, लेकिन इसकी जानकारी हमारे पास नहीं है। बुलेटिन के विशेष सत्र में पांचों दिन सरकारी बिजनेस की बात लिखी गई है, जो नामुमकिन है। हमने ठाना है कि जो मुद्दे हम पिछली बार नहीं उठा पाए थे, इस बार उठाएंगे।”

आपने 18 सितंबर, 2023 से पांच दिवसीय संसद का विशेष सत्र बुलाया है। यह विशेष सत्र अन्य राजनीतिक दलों के साथ किसी बातचीत या सलाह-मशविरा के बिना बुलाया गया है। हममें से किसी को भी इसके एजेंडे का अंदाज़ा नहीं है। हमें बस इतना बताया गया है कि सभी पांच दिन सरकारी कामकाज के लिए आवंटित कर दिए गए हैं।

हम निश्चित रूप से विशेष सत्र में भाग लेना चाहते हैं क्योंकि इससे हमें सार्वजनिक चिंता और महत्व के मामलों को उठाने का अवसर मिलेगा। मुझे पूरी उम्मीद है कि इन मुद्दों पर चर्चा और बहस के लिए उचित नियमों के तहत समय आवंटित किया जाएगा।

सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में 9 मुद्दों को संसद के विशेष सत्र में उठाने की मांग की है।

1. आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों, बढ़ती बेरोजगारी, असमानताओं में वृद्धि और एमएसएमई के संकट पर ध्यान देने के साथ वर्तमान आर्थिक स्थिति।

2. किसान संगठनों द्वारा एमएसपी और अन्य मांगों के संबंध में भारत सरकार द्वारा किसानों और किसान संगठनों से किए गए वादे को पूरा करने की प्रतिबद्धता।

3. तमाम खुलासों के मद्देनजर अडानी बिजनेस ग्रुप के लेनदेन की जांच के लिए जेपीसी की मांग।

4. मणिपुर के लोगों की निरंतर पीड़ा और राज्य में संवैधानिक तंत्र और सामाजिक सद्भाव का टूटना।

5. हरियाणा जैसे विभिन्न राज्यों में सांप्रदायिक तनाव में वृद्धि।

6. चीन द्वारा भारतीय क्षेत्र पर लगातार कब्ज़ा और लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में हमारी सीमाओं पर हमारी संप्रभुता को चुनौती।

7. जाति जनगणना तत्काल करायी जाए।

8. केंद्र-राज्य संबंधों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, जिसे सुधारा जाए। 

9. कुछ राज्यों में अत्यधिक बाढ़ और कुछ में सूखे के कारण प्राकृतिक आपदाओं का प्रभाव।

मुझे पूरी उम्मीद है कि रचनात्मक सहयोग की भावना से इन मुद्दों को आगामी विशेष सत्र में उठाया जाएगा।

मंगलवार शाम को कांग्रेस स्ट्रेटेजी ग्रुप की बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता सोनिया गांधी ने की। बैठक में तय हुआ है कि हम सदन का बहिष्कार नहीं करेंगे और जनता के जरूरी मुद्दे उठाएंगे।

संसद के विशेष सत्र पर मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A. Alliance) की बैठक हुई। गठबंधन की बैठक में भी फैसला लिया गया कि सत्र का बहिष्कार नहीं किया जायेगा, और सत्र में जनता के सवालों को उठाया जायेगा।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर पोस्ट किया कि “मोदी सरकार पहली बार बिना एजेंडा बताए संसद का विशेष सत्र बुला रही है। किसी भी विपक्षी दल से न तो सलाह ली गई और न ही जानकारी दी गई। यह लोकतंत्र चलाने का तरीका नहीं है। हर दिन, मोदी सरकार मीडिया में एक काल्पनिक ‘एजेंडा’ पेश करती है, जिससे लोगों पर बोझ डालने वाले वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाया जा सके।”

उन्होंने कहा कि भाजपा महंगाई, बेरोजगारी, मणिपुर, चीन के अपराध, सीएजी रिपोर्ट, घोटाले और संस्थानों को कमजोर करना आदि जैसे प्रमुख मुद्दों को किनारे रखना चाहती है और हमारे लोगों को धोखा देना चाहती है। इंडिया गठबंधन में शामिल दलों ने विशेष सत्र के लिए आगे की राह पर चर्चा की। हम जनता के वास्तविक मुद्दे उठाने से पीछे नहीं हटेंगे, हमारा इरादा इन पर अपना ध्यान केंद्रित रखने का है।

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments