इजराइल-हमास युद्ध: ब्लिंकेन का दौरा, सीरिया पर बमबारी और दक्षिणी अफ्रीका का मध्यस्थता का प्रस्ताव

नई दिल्ली। इजराइल के मंत्री ने कहा है कि हमास जब तक बंधकों को रिहा नहीं करता है तब तक गाजा को कोई बिजली, ईंधन या फिर मानवीय सहायता नहीं मिलेगी। इस बीच इजराइल की ओर से लगातार गाजा इलाके में हवाई हमले जारी हैं। खान यूनिस शहर में हुए इन ताजा हमलों में नौ बच्चों समेत दर्जनों लोगों की मौत हो गयी है। 

नये घटनाक्रम में इजराइल की ओर से सीरिया पर भी हमला हुआ है। सीरिया से आयी रिपोर्ट के मुताबिक उसके डमास्कस और अलेप्पो हवाई अड्डों ने काम करना बंद कर दिया है। ऐसा इजराइल की ओर से किए गए हमले के चलते हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नुकसान हुआ है लेकिन कोई मौत नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि हमला उस समय हुआ जब ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने सीरियाई नेता बशर अल असद से अरबों के इजराइल से लड़ाई को लेकर बात की। 

फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि गाजा में मौतों की संख्या बढ़कर 1200 हो गयी है। जबकि 5600 लोग घायल हैं। जबकि इजराइल में मरने वालों की संख्या 1300 हो गयी है। और वहां 3300 लोग घायल हैं। 

गाजा पट्टी में सरकारी दफ्तर की ओर से चेतावनी भरा एक बयान जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि राहत अपील में देरी का जवाब घेरे वाले एन्क्लेव को सामूहिक कब्र में तब्दील कर देगा। और “(वह) या तो बमबारी, भूख, पानी की कमी या फिर महामारी के फैलने का खतरा और छुआछूत की बीमारी” किसी भी रूप में हो सकती है।

गाजा पट्टी के सबसे बड़े अस्पताल शिफा में कार्यरत एक सर्जन घासन अबु सित्ता ने बताया कि ऑपरेटिंग रूम में जाने के लिए 50 मरीज इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि “हम पहले ही सभी को भर्ती कर पाने की क्षमता से बाहर चले गए हैं।” इसमें आगे जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त होने की कगार पर है। और ऐसा केवल डीजल के चलते नहीं बल्कि सभी तरह की सप्लाई के कम होने के चलते है।

फिलिस्तीनियों ने अल जजीरा को बताया कि वो अपने परिजनों का ठीक से अंतिम संस्कार भी नहीं कर पा रहे हैं। इस हालिया विस्तार से पहले हम पहले ही रोजाना इजराइली सेटलरों द्वारा फिलिस्तीनियों पर तीन हमलों के बारे में बात कर रहे थे। 

नाबलुस के दक्षिण में स्थित कुसरा गांव चार अवैध इजराइली सेटिलमेंट्स से घिरा हुआ है।

इस बीच वेस्ट बैंक इलाके में इजराइली सेटलर ने दो फिलिस्तीनियों की हत्या कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों ने रायटर्स को बताया कि चार मृत फिलिस्तीनियों के दाह संस्कार के समय सेटलर्स ने फायरिंग कर दी जिसमें एक पिता और पुत्र दोनों की मौत हो गयी। उन चार फिलिस्तीनियों की भी इन्हीं हथियारबंद सेटलर्स ने हत्या की थी।

इस बीच इंग्लैंड के विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि ब्रिटेन अस्थाई रूप से स्टाफ के परिवारों को इजराइल स्थित अपने दूतावास से हटा रहा है। जबकि उसके दूतावास और कंसुलेट के स्टाफ कंसुलर सेवा मुहैया कराने के लिए अपनी पूरी संख्या में बने रहेंगे।  

नेतन्याहू पर इजराइल में लोगों का हमला शुरू हो गया है। बहुत सारे इजराइलियों का मानना है कि नेतन्याहू ने घरेलू मोर्चे पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से उबरने के लिए इजराइल को इस स्थिति में पहुंचा दिया है। न्यायपालिका को खारिज करने, इजराइली कानून के शासन को खारिज करने और सुरक्षा संबंधी सेवाओं से अलगाव का नेतन्याहू के प्रयास का मतलब था कि हमास द्वारा इस घरेलू उथल-पुथल का लाभ उठाना। ऐसा यूनिवर्सिटी कॉलेज डबलिन के अमेरिकन एंड इंटरनेशनल पालिटिक्स के प्रोफेसर स्कॉट लुकास का मानना है। 

उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कह रहा हूं कि हमास के हमले के पीछे केवल यही एक कारण है। लेकिन बहुत सारे कारणों में से यह भी एक महत्वपूर्ण कारण है। नेतन्याहू पर ढेर सारे इजराइली आरोप लगा रहे हैं। यहां तक कि वह भी जिन्होंने उनको समर्थन दिया था। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इजराइल की भलाई के लिए उन्हें चले जाना चाहिए।

मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फत्तह एल सीसी ने मानवीय राहत सेवा और फिलिस्तीनियों को जारी सहायता की निरंतरता को सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने यह बात ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ फोन पर बातचीत के दौरान कही।

इजराइल सेना ने कहा है कि उसने उन 97 लोगों की पहचान कर ली है जिनको हमास के लोगों ने पकड़ लिया था। इजराइल के टॉप मिलिट्री प्रवक्ता डैनियल हैगरी ने कहा कि गाजा पर इजराइल का हमला हमास के शासन करने की क्षमता को खत्म करने के मकसद से है।

उन्होंने कहा कि सेना अगले चरण के युद्ध की तैयारी कर रही है। शनिवार तक लड़ाई में इजराइल के 222 सैनिकों की मौत हो चुकी थी।

इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेड क्रॉस ने बताया है कि इजराइल की बमबारी के चलते गाजा स्थित पांच वाटर प्लांट में तीन खराब हो गए हैं।

अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकेन इस समय इजराइल के दौरे पर हैं। इसके जरिये वह इस बात का संदेश देना चाहते हैं कि अमेरिका पूरी मजबूती से इजराइल के साथ खड़ा है। इसके साथ ही वह हमास के कब्जे में गए कुछ अमेरिकियों को छुड़ाने की कोशिश करेंगे। इजराइल और मिस्र के साथ इजराइल के जमीनी हमले से पहले नागरिकों को सेफ पैसेज देने के मसले पर वह बात करेंगे। आप को बता दें कि 500-600 फिलिस्तीनी अमेरिकी गाजा के रहने वाले हैं।

इसके साथ ही वह ईरान को भी यह संदेश देने की कोशिश करेंगे वह इस मामले में शामिल होने की कोशिश न करे।

इजराइल के बाद ब्लिंकेन जॉर्डन का रुख करेंगे जहां वह किंग अब्दुल्ला और फिलिस्तीनी अथारिटी प्रेसिडेंट महमूद अब्बास से मुलाकात करेंगे।

इस दौरे में ब्लिंकेन ने कहा है कि नागरिकों को निशाना बनाने से बचने के लिए संभावित एहतियात बरतना जरूरी है। इसीलिए हम किसी भी जीवन के नुकसान पर दुखी होते हैं। उन्होंने कहा कि इस हमले में कम से कम 25 अमेरिकी नागरिकों की मौत हो गयी है। नेतन्याहू ने अमेरिका को इस समर्थन के लिए उसे धन्यवाद दिया है। इसके साथ ही ब्लिंकेन ने इजराइल को और ज्यादा सहयोग का भरोसा दिलाया है। साथ ही उन्होंने इजराइल के दुश्मनों को चेतावनी भी दी है।

येरूशलम में एक प्रेस ब्रीफिंग में राष्ट्रपति इसाक हरजोग ने कहा कि गाजा पट्टी में इजराइल हमास के खिलाफ बहुत समय तक चलने वाले सैनिक अभियान की तैयारी कर रहा है।

हरजोग ने कहा कि यह हमास के खिलाफ लंबा चलने वाला अभियान होगा।

अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले दो घंटों में भीषण स्तर पर बमबारी हुई है। इसमें कई नागरिक मारे गए हैं। हालांकि अभी इसका आधिकारिक आंकड़ा नहीं आ पाया है।

रिपोर्ट के मुताबिक ढेर सारे लोग मलबे के भीतर दबे हुए हैं। लोग बहुत ज्यादा परेशान हो रहे हैं। यहां तक कि पत्रकारों के पास बेसमेंट में फंसे लोगों की कॉल आ रही है। और वो दुनिया से अपनी तबाही बताने की गुजारिश कर रहे हैं।

इमरजेंसी सेवाओं से जुड़े लोगों का कहना है कि घायलों को ले जाने के लिए उनके पास एंबुलेंस नहीं हैं। ढेर सारे इलाकों को एक साथ निशाना बनाया जा रहा है। कोई भी इलाका सुरक्षित न रहे इसकी पूरी कोशिश की जा रही है। और घायलों के पास अस्पताल पहुंचने का कोई रास्ता नहीं है।

यहां तक कि शरणार्थी शिविरों को भी नहीं बख्शा जा रहा है। शाती शरणार्थी कैंप में सुबह एक ही परिवार के सभी सदस्यों की हमले में मौत हो गयी। 

फिलिस्तीनी सर्जन घासन अबु सित्ता ने एक्स पर लिखा कि सुबह शैटी कैंप में पूरा परिवार अपने घर में मार दिया गया। सिर में चोट के साथ कुछ महीनों का एक बच्चा, एक चार साल का बच्चा और 11 साल का एक और बच्चा जो बुरी तरीके से जल गया है, जिंदा हैं। उनके बाबा लगातार चिल्ला रहे हैं कि यह युद्ध नहीं नरसंहार है।

हमास ने अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के इस दावे को खारिज कर दिया है कि शनिवार को हमले के दौरान उसने नागरिकों को निशाना बनाया था। हमास पोलिटिकल ब्यूरो के एक सदस्य गाजी हमद ने कहा कि “एक ऐसी तस्वीर दिखाइये जिसमें हमास ने नागरिकों को मारा हो, हमास ने बच्चों को मारा हो, हमास ने महिलाओं को मारा हो। हम नागरिकों को नहीं मारते।”

हालांकि बुधवार को ह्वाइट हाउस को भी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के उस दावे से पीछे हटना पड़ा जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने देखा कि दक्षिणी इजराइल में हमास के लड़ाके बच्चों के सिर काट रहे हैं।

विस्थापित फिलिस्तीनियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बताया जा रहा है कि यह अब 340000 हो गयी है।

यूरो मेड ह्यूमन राइट्स मानिटर की स्ट्रैट्जी निदेशक महा हुसैनी ने आरोप लगाया है कि इजराइल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित सफेद फास्फोरस पाउडर का गाजा में इस्तेमाल कर रहा है।

उन्होंने एक्स पर लिखा कि “ये लड़ाई के सामान अंधाधुंध आग लगाने वाले हथियार हैं जो आक्सीजन के संपर्क में आते ही जल जाते हैं। बंद जगहों पर इनका विषैला धुंआ घुटन पैदा कर देता है और फिर स्थाई तौर पर श्वास नली को क्षति पहुंचा देता है।”  

हमास के कासम ब्रिगेड ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें पकड़ी गयी एक महिला और दो बच्चों को छोड़ते हुए दिखाया गया है। बुधवार रात को इसकी फुटेज अल जजीरा पर दिखाया गया है। इजराइल और गाजा के बीच स्थित बाड़े के पास कुछ लोग इन्हें खुले स्थान पर छोड़कर वापस जा रहे हैं। छोड़ने वाले इन लोगों को हमास फाइटर बताया जा रहा है।

दक्षिण अफ्रीका ने मध्यस्थता करने का प्रस्ताव दिया है। राष्ट्रपति साइरिल रामफोसा ने कहा कि उनका देश विवाद में तत्काल मदद करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि वह बगैर किसी शर्त के ह्यूमैनिटेरियन कोरिडोर खोलने का आह्वान करते हैं।

ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीरैब्दोल्लाहियन ने कहा है कि गाजा की पूरी तरह से घेरेबंदी कर इजराइल नरसंहार करना चाहता है। उन्होंने एक टेलीविजन एड्रेस में कहा कि नेतन्याहू और जियोनिस्ट सत्ता गाजा को पूरी तरह से अपने कब्जे में लेकर और फिर वहां का पानी, बिजली काटकर और भोजन से लेकर दवाइयों के प्रवेश तक पर रोक लगा कर युद्ध अपराधी की भूमिका में खड़ी हो गयी है। 

इस बीच ट्यूनीशिया में फिलिस्तीन के पक्ष में प्रदर्शन शुरू हो गया है। और प्रदर्शनकारियों ने इजराइल के हमले को बर्बर करार दिया है।

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