संसद के शीतकालीन सत्र में आज विपक्षी दलों के गतिरोध के बीच लोकसभा में चुनाव सुधार से संबंधित विधेयक पेश किया गया। किरण रिजिजू ने चुनाव सुधार बिल पेश किया और बिल पास भी करा लिया गया। इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही पहले 2 बजे तक के लिये और फिर 21 दिसंबर यानी कल तक के लिए स्थगित हो गयी।
वहीं राज्यसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कोरोना वैक्सीन पर बात की। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध है, अभी 17 करोड़ डोज़ उपलब्ध है। आज भारत की क्षमता प्रति माह 31 करोड़ डोज़ बनाने की है। अगले 2 महीनों में यह बढ़कर 45 करोड़ डोज़ प्रति माह हो जाएगी।
संसदीय कार्य मंत्री की बैठक में नहीं आए विपक्षी सांसद
वहीं दूसरी ओर सरकार ने पत्र लिखकर विपक्ष (जिनके सदस्य निलंबित हैं) के फ्लोर लीडर्स को सुबह 10 बजे संसद में बैठक के लिए बुलाया। ये पत्र संसद मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी द्वारा लिखा गया। लेकिन विपक्ष मीटिंग में शामिल नहीं हुआ।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी द्वारा बुलाई गई बैठक पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सिर्फ 4 पार्टियों को बुलाकर अगर विपक्ष के सभी नेताओं को नहीं बुलाएंगे तो क्या संदेश जाएगा? ये विपक्षी दलों की एकजुटता को तोड़ने की साजिश है। हमने पत्र लिखा है कि सर्वदलीय बैठक बुलाओ।
सभी पार्टियों को मीटिंग में क्यों नहीं बुलाया गया? इस पर प्रह्लाद जोशी ने कहा कि निलंबित सांसदों का मुद्दा है इसलिए हम निलंबित पार्टियों के नेताओं के साथ बात करके हल निकालना चाहते थे। प्रह्लाद जोशी ने आगे कहा कि बायकॉट करने की ये क्या नई परंपरा है।
वहीं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि बहुत खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सभापति के आदेश और विपक्ष बार-बार कह रहा था इसलिए आज बैठक बुलाई थी। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि वो बैठक तक के लिए नहीं आए।
गौरतलब है कि संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा से विपक्ष के 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया था।निलंबन के बाद से ये लोग संसद परिसर में ही महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे बैठकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। निलंबित सांसदों ने अपना निलंबन रद्द किए जाने तक हर दिन ऐसा करना जारी रखने का फैसला किया है। निलंबित 12 सांसदों में कांग्रेस के छह, तृणमूल कांग्रेस और शिवसेना के दो-दो और सीपीआई और सीपीआई (एम) के एक-एक सांसद शामिल हैं।
वहीं संसद में जारी गतिरोध पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सदन चलाना सरकार की ज़िम्मेदारी है। विपक्ष लखीमपुर मामले पर चर्चा करना चाहता है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि वह लद्दाख की आवाज़ संसद में उठाना चाहते थे लेकिन ऐसा नहीं करने दिया गया।
शीतकालीन सत्र के आज के सेशन के शुरू होने से पहले सरकार की रणनीति और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, पीयूष गोयल समेत वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बैठक की।
(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)