Friday, April 26, 2024

मुरादाबादः कोरोना टीका लगाने के 30 घंटे बाद वॉर्डब्वॉय की हर्ट अटैक से मौत

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिला अस्पताल में तैनात 46 वर्षीय वॉर्ड ब्वॉय महिपाल की कोरोना वैक्सीन लगाए जाने के महज 30 घंटे बाद ही हर्टअटैक से मौत हो गई है। कोरोना का टीकाकरण करवाने के अगले ही दिन वॉर्डब्वॉय की मौत के बाद परिजनों ने आरोप लगाया था कि वैक्सीन की वजह से जान गई है। 16 जनवरी शनिवार को महिपाल को टीका लगाया गया था।

परिजन उनके सीने में जकड़न और सांस फूलने की शिकायत बता रहे हैं। अस्पताल पहुंचने से पहले उनकी मौत हो चुकी थी। मरहूम महिपाल के बेटे विशाल ने बताया कि उसके पिताजी की टीका लगाने के बाद ही हालत बिगड़ी, हालांकि उन्होंने यह स्वीकार किया कि उनको निमोनिया की शिकायत थी, लेकिन टीके ने उनकी तबीयत अचानक बिगाड़ दी।

मुरादाबाद जिला अस्पताल में तैनात वार्डब्वॉय महिपाल सिंह ने शनिवार को जिला अस्पताल केंद्र में कोरोना का टीका लगवाया था, इसके बाद उन्होंने नाइट ड्यूटी भी की। घर लौटने पर रविवार को दोपहर के बाद उनको सांस लेने में तकलीफ और सीने में जकड़न महसूस हुई। एंबुलेंस से उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इस दौरान उनकी मौत हो चुकी थी।

उनका पोस्टमार्टम किया गया और बिसरा प्रिजर्व कर लिया गया है। पोस्टमार्टम तीन डाक्टरों के पैनल डॉ. शशि भूषण, डॉ. निर्मल ओझा और डॉ. आरपी मिश्रा ने किया। महिपाल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से मुरादाबाद के सीएमओ डॉ. एमसी गर्ग ने बताया कि महिपाल की मौत का कोरोना वैक्सिनेशन से कोई लेना-देना नहीं है। उनकी मौत हार्ट अटैक से हुई थी।

इसके बाद तमाम तरह की आशंकाओं और आरोपों पर विराम लग गया है। महिपाल की मौत के बाद सीएमओ डॉ. एमसी गर्ग ने महिपाल के घर पहुंच कर परिजनों से बात की थी।

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest Updates

Latest

AICCTU ने ऐप कर्मियों की मांगों को लेकर चलाया हस्ताक्षर अभियान, श्रमायुक्त को दिया ज्ञापन।

दिल्ली के लाखों ऐप कर्मचारी विषम परिस्थितियों और मनमानी छटनी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कम प्रति ऑर्डर रेट, अपर्याप्त इंसेंटिव्स, और लंबे कार्य समय के खिलाफ दिल्ली भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया। ऐप कर्मचारी एकता यूनियन ने बेहतर शर्तों और सुरक्षा की मांग करते हुए श्रमायुक्त कार्यालय में ज्ञापन दिया।

ग्राउंड रिपोर्ट: पुंछ में केसर उत्पादन की संभावनाएं बढ़ीं

जम्मू के पुंछ जिले में किसान एजाज़ अहमद पांच वर्षों से केसर की सफल खेती कर रहे हैं, जिसे जम्मू विश्वविद्यालय ने समर्थन दिया है। सरकार से फसल सुरक्षा की मांग करते हुए, अहमद पुंछ को प्रमुख केसर उत्पादन केंद्र बनाना चाहते हैं, जबकि महिला किसानों ने भी केसर उत्पादन में रुचि दिखाई है।

ग्राउंड रिपोर्ट: बढ़ने लगी है सरकारी योजनाओं तक वंचित समुदाय की पहुंच

राजस्थान के लोयरा गांव में शिक्षा के प्रसार से सामाजिक, शैक्षिक जागरूकता बढ़ी है। अधिक नागरिक अब सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं और अनुसूचित जनजाति के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यह प्रगति ग्रामीण आर्थिक कमजोरी के बावजूद हुई है, कुछ परिवार अभी भी सहायता से वंचित हैं।

Related Articles

AICCTU ने ऐप कर्मियों की मांगों को लेकर चलाया हस्ताक्षर अभियान, श्रमायुक्त को दिया ज्ञापन।

दिल्ली के लाखों ऐप कर्मचारी विषम परिस्थितियों और मनमानी छटनी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कम प्रति ऑर्डर रेट, अपर्याप्त इंसेंटिव्स, और लंबे कार्य समय के खिलाफ दिल्ली भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया। ऐप कर्मचारी एकता यूनियन ने बेहतर शर्तों और सुरक्षा की मांग करते हुए श्रमायुक्त कार्यालय में ज्ञापन दिया।

ग्राउंड रिपोर्ट: पुंछ में केसर उत्पादन की संभावनाएं बढ़ीं

जम्मू के पुंछ जिले में किसान एजाज़ अहमद पांच वर्षों से केसर की सफल खेती कर रहे हैं, जिसे जम्मू विश्वविद्यालय ने समर्थन दिया है। सरकार से फसल सुरक्षा की मांग करते हुए, अहमद पुंछ को प्रमुख केसर उत्पादन केंद्र बनाना चाहते हैं, जबकि महिला किसानों ने भी केसर उत्पादन में रुचि दिखाई है।

ग्राउंड रिपोर्ट: बढ़ने लगी है सरकारी योजनाओं तक वंचित समुदाय की पहुंच

राजस्थान के लोयरा गांव में शिक्षा के प्रसार से सामाजिक, शैक्षिक जागरूकता बढ़ी है। अधिक नागरिक अब सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं और अनुसूचित जनजाति के बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यह प्रगति ग्रामीण आर्थिक कमजोरी के बावजूद हुई है, कुछ परिवार अभी भी सहायता से वंचित हैं।