योगी के बुलडोजर राज के नक्शेकदम पर नीतीश सरकार

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पटना। बिहार में योगी राज के नक्शेकदम पर समस्तीपुर में एक इस्लामिक स्कूल पर बुलडोजर चलाने व लखीसराय में भाजपा के इशारे पर मुस्लिमों को प्रशासन द्वारा प्रताड़ित करने की जांच में भाकपा-माले की एक राज्यस्तरीय टीम विगत दिनों इन इलाकों में पहुंची। इस टीम में नेता विधायक दल महबूब आलम सहित वैद्यनाथ यादव, दिवाकर प्रसाद तथा अन्य नेता शामिल थे।

वहीं, बांका में माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के कर्ज के मकड़जाल में फंसकर एक ही परिवार के पांच सदस्यों द्वारा जहर खा लेने (जिसमें तीन की मौत हो चुकी है) की जांच में ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी, फुलवारी विधायक गोपाल रविदास सहित राज्य कमिटी के सदस्य एसके शर्मा कल बांका पहुंचे थे।

तीसरी टीम गया के दौरे पर थी, जिसमें माले विधायक महानंद सिंह, रामबलि सिंह यादव, गया जिला सचिव निरंजन कुमार, नवादा जिला सचिव भोला राम शामिल थे। इस टीम ने जिले के जेठियन नवोदय विद्यालय में एक छात्र की संदिग्ध स्थितियों में हुई मौत की जांच की।

पटना में आज संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए महबूब आलम ने कहा कि समस्तीपुर में यूपी के योगी राज के नक्शेकदम पर सरकार ने कल्याणपुर के भगीरथपुर स्थित शहाबा एकेडमी इस्लामिक स्कूल पर बुलडोजर चलाया। यह कार्रवाई एक अभियुक्त को पकड़ने के नाम पर की गई। यह बुलडोजर पर हाल में ही सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उल्लंघन है। भाजपा-जदयू सरकार खुलेआम उसकी धज्जियां उड़ा रही है। वहां के थाना प्रभारी पर अविलंब कार्रवाई हो।

दूसरा मामला लखीसराय जिले का है, जहां भैंस चोरी के एक तथाकथित आरोप में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ विगत एक सप्ताह से लगातार उन्माद भड़काने की साजिश रची जा रही है। मामला यह है कि विगत 11 नवंबर को बेगुसराय जिले के साम्हो के सलहा गांव के रहने वाले सीताराम यादव की भैंस खो गई। बगल के लखीसराय जिले के सूर्यगढ़ा प्रखंड के मौलानगर लालगंज निवासी मो। सउद कुरैशी के यहां एक भैंस के खाल का हवाला देकर कहा गया कि यह खाल उसी भैंस की है। जबकि अगले ही दिन वकील यादव के यहां सीताराम यादव की भैंस मिल गई थी। पुलिस भाजपा के दबाव में मुस्लिम समुदाय को लगातार टारगेट कर रही है।

बांका गई जांच टीम के हवाले से मीना तिवारी ने कहा कि अमरपुर थाना क्षेत्र के बलुआ गांव में मृतक कन्हैयालाल महतो ने कई फाइनेंस कम्पनियों से लोन लिया था, जिसका किश्त प्रत्येक सप्ताह देना पड़ता था। फाइनेंस कम्पनियों के बाहुबलियों द्वारा जब किश्त जमा करने का दबाव बढ़ता गया तब उन्होंने सल्फास खा लिया और परिवार के सभी सदस्यों को जहर खिला दिया।

उन्होंने आगे कहा कि यह पीड़ा कई ग्रामीणों की है। गरीबों और खासकर महिलाओं को कम्पनियों द्वारा लुभावनी बात कहके ग्रुप लोन देकर उन्हें कर्ज के मकड़जाल में फंसाया जाता है और फिर प्रताड़ित किया जाता है। इस पर रोक लगाई जानी चाहिए जिससे इस तरह की घटना नहीं हो।

उन्होंने कहा कि माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के मकड़जाल से मुक्ति और सभी प्रकार के कर्र्जाें की मंसूखी के सवाल पर 28 नवंबर को बिहार विधानसभा के समक्ष ऐपवा की ओर से प्रदर्शन किया जाएगा। जीविका कैडरों का मानदेय बंद करने के खिलाफ 26 अक्टूबर को जीविका कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन होगा।

विधायक गोपाल रविदास ने कहा कि सरकार पंचायत स्तर पर बैंकों का गठन करके जरूरतमंदों के लिए बिना सूद राशि उपलब्ध कराने का प्रबंध करे। माइक्रोफाइनेंस कंपनियों का पूरा मकड़जाल सरकार के संरक्षण में ही चल रहा है।

तीसरी टीम के हवाले से महानंद सिंह ने तीन महीने पहले जवाहर नवोदय विद्यालय, गया के एक छात्र प्रिंस कुमार की संदिग्ध स्थितियों में हुई मौत पर प्रशासन के रवैये की आलोचना की। कहा कि जिस प्रकार से तेतर डैम से उक्त छात्र की लाश निकली थी उसमें कहीं से कोई संदेह नहीं कि उसकी हत्या की गई थी। लेकिन जिला प्रशासन एसआईटी गठन के बावजूद इस दिशा में एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी। इसलिए हम उक्त मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करते हैं। विधायक रामबलि सिंह यादव ने कहा कि इन सभी मसलों को मजबूती से विधानसभा में उठाया जाएगा।

(प्रेस विज्ञप्ति)

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