Friday, April 26, 2024

लखीमपुर में किसान यात्रा निकाल रहे किसानों और सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने किया गिरफ्तार

समाजवादी पार्टी ने किसानों के समर्थन में आज किसान यात्रा निकालने का एलान किया था। इस यात्रा को रोकने के लिए यूपी की भाजपा सरकार ने पूरा जोर लगा दिया। यूपी के तमाम जिलों में यात्रा को रोकने के लिए नेताओं को हिरासत में लेने के साथ ही नजरबंद करने का प्रयास किया गया। इसी क्रम में लखीमपुर खीरी में भी पुलिस-प्रशासन ने किसान यात्रा न निकलने देने के लिए हरसंभव प्रयास किए, लेकिन वहां के किसानों और सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस से टकराव के बावजूद यात्रा निकाली। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

लखीमपुर खीरी में यात्रा शुरू होने से पहले ही सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी शुरू कर दी गई थी। सपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष क्रांति कुमार सिंह के आवास सेमराघाट में रात से ही पुलिस ने डेरा डाल दिया था। सुबह दर्जनों ट्रैक्टर और सैकड़ों की संख्या में किसान जमा हो गए। किसानों की संख्या के आगे पुलिस बल कमजोर पड़ गया। यात्रा रोकने की कोशिश कर रहे पुलिस वालों से टकराव भी हुआ। किसानों ने कृषि कानून को वापस लेने की मांग के साथ योगी-मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

किसानों ने आंदोलन के समर्थन में अपनी गिरफ्तारी देने की बात कही। इसके बाद क्रांति सिंह के साथ दर्जनों कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी। उन्हें कोतवाली मैगलगंज ले जाया गया। क्रांति ने जारी बयान में कहा है कि योगी और मोदी सरकार लोकतंत्र की हत्या करने पर अमादा हैं। अडानी-अंबानी के प्रेम में यह सरकारें इतनी अंधी हो गई हैं कि किसानों के विरुद्ध उन्होंने जंग छेड़ दी है और इन तीनों काले कानूनों को लेकर किसानों की जमीनों को कॉरपोरेट के हवाले करने की तैयारी कर रही है। मोदी सरकार के मंसूबों को सफल नहीं होने दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन ने योगी और मोदी सरकार को घुटनों के बल लाकर खड़ा कर दिया है। मोदी सरकार कितना भी प्रयास कर ले, लेकिन किसान आंदोलन को जीत मिलना सुनिश्चित है। किसान यात्रा में प्रमुख रूप से गिरफ्तारी देने वालों में मोनिस अंसारी, अंग्रेज सिंह, शमशेर सिंह, राजपाल सिंह, शिव कुमार कश्यप, बिरीश लोधी, दानिश अब्दुल्ला, मुईन मंसूरी, अनिल कनौजिया, पूर्व जिला पंचायत सदस्य आशाराम, इमरान खान, पट्टनने यादव, राजपाल शर्मा, ध्यान सिंह, अरविंद गुप्ता, नरेश कश्यप आदि लोग प्रमुख रूप से शामिल हैं। क्रांति ने आवाहन किया है कि कल 8 दिसंबर को किसानों के भारत बंद को सभी व्यापारी बंधु किसानों के साथ खड़े होकर इस बंद को सफल बनाएं।

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