पानीपत सामूहिक बलात्कार कांड की SIT करेगी जांच

Estimated read time 1 min read

नई दिल्ली। हरियाणा के पानीपत में नकाबपोश हथियारबंद गिरोह के चार लोगों द्वारा तीन महिलाओं के साथ किए गए कथित सामूहिक बलात्कार की शिकार महिलाओं ने रोंगटे खड़े करने वाले दर्द को साझा किया है। तीनों महिलाएं प्रवासी मजदूरों के परिवार की हैं। इनका परिवार काफी पहले उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से रोजी-रोटी की तलाश में हरियाणा के पानीपत में आकर बस गया था। जानकारी के मुताबिक जिस जमीन पर यह परिवार बसा था वहां से हटाने के लिए नकाबपोश दरिंदों ने महिलाओं के साथ रात में बलात्कार किया और कीमती सामन और जेवरात लूट ले गए।

पीड़ितों में से एक महिला ने कहा कि जब नकाबपोश अंदर आए और उनके साथ छेड़खानी करने लगे तो महिला ने कहा कि हम आप की बहनों की तरह हैं…पीड़िता बताती है कि “ यह कहने पर उनमें से एक ने मेरा मजाक उड़ाया….और मेरे गाल पर काट लिया। मेरा चेहरा एक दिन के लिए सूज गया था।”दुपट्टे से अपना मुंह छिपा रही महिला के चेहरे पर एक निशान दिखाई दे रहा था जिसे वह छिपाने की कोशिश कर रही थी।

हरियाणा के पानीपत में तीन महिलाओं के साथ चार लोगों द्वारा कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किए जाने के एक दिन बाद पीड़ितों में से एक ने दो घंटे तक चली अपनी भयावहता को याद किया, जिसके गवाह उनके पति और बच्चे थे।

उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले और पेशे से मजदूर, पीड़ितों ने कहा कि चाकू और पिस्तौल से लैस चार लोग रात लगभग 1.30 बजे उनके गांव में धान के खेतों से घिरे और सड़क से मुश्किल से दिखाई देने वाले उनके किराए के घर में घुस आए थे।

ऊपर उल्लिखित महिला को याद आया कि चार लोगों के गिरोह ने उनके पतियों का मुंह बंद कर उनके साथ मारपीट शुरू कर दी थी। यौन उत्पीड़न का शिकार एक महिला तीन माह की गर्भवती है।

पीड़िता ने कहा कि “वे उन्हें बुरी तरह पीट रहे थे और पैसे के बारे में पूछ रहे थे। बाद में दोनों को रस्सी से बांध दिया और उनके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। वे हमें बाहर ले आये और दो घंटे तक हमारे साथ गलत काम किया। वे हम पर गालियां दे रहे थे, हमें बुरा-भला कह रहे थे।”

“मैंने उनसे कहा कि हम आपकी बहनों की तरह हैं, और उनमें से एक ने मेरा मज़ाक उड़ाया और मेरे गाल पर काट लिया। उन्होंने मुझसे पूछा कि मुझे कैसा लगा। रात 2 बजे से सुबह 4 बजे तक दो लोगों ने मेरे साथ रेप किया और रुके नहीं। जब उन्होंने मुझे नीचे गिराया तो मैं विरोध या आपत्ति नहीं कर सकी। थोड़ी दूर पर औरों के साथ भी बलात्कार हो रहा था। इसके बारे में हम बहुत कम कर सकते थे,” उसने कहा।

एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, महिलाओं में से एक ने उन्हें बताया कि पुरुषों ने बच्चे का गला पकड़ लिया, जिससे उन्हें जाने देने के लिए विनती करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि जब वे उनके पतियों को पीट रहे थे।

अपनी पीठ पर ताजा, लाल घाव दिखाते हुए, एक आदमी ने कहा: “लगभग 1.30 बजे हम बाहर चारपाई पर सो रहे थे जब वे आए। उनके पास बंदूक, लाठियां और चाकू थे। जब मैंने विरोध किया तो उन्होंने मुझ पर चाकू तान दिया और मेरी उंगली काट दी। फिर बंदूक की नोक पर उन्होंने हम पर हमला किया और हमें बांध दिया।”

एक पीड़ित ने कहा कि “बच्चे चिल्लाने लगे और उन्होंने उन पर हमला शुरू कर दिया। वे बच्चों को चुप कराने के लिए उन्हें धमका रहे थे। बाद में वे बाहर गए और हमारी पत्नियों के साथ बलात्कार किया। ”

एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि सुबह 4 बजे, वे महिलाओं को कमरे में लाए, लगभग 13,000 रुपये चुराए और सभी को अंदर बंद करने और चेतावनी देकर जाने से पहले उनसे बालियां और पायल छीन लीं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है।

(जनचौक की रिपोर्ट।)

+ There are no comments

Add yours

You May Also Like

More From Author