Friday, March 31, 2023

बस्तर संभाग के आदिवासियों ने तीर-धनुष और कुल्हाड़ी लेकर सड़क पर डाला डेरा, ओरछा मार्ग ठप

तामेश्वर सिन्हा
Follow us:

ज़रूर पढ़े

बस्तर। बस्तर संभाग के इंद्रावती, बीजापुर,ओरछा ब्लाक सहित 90 गांवों के लगभग 7 हजार ग्रामीणों ने राशन पानी लेकर ओरछा मंडाली पारा के मुख्य मार्ग में चक्का जाम कर दिया है। ग्रामीणों ने अपनी छह सूत्रीय मांग- गांवों में सड़क निर्माण बंद करने, नये पुलिस कैम्प को वापस करने, पुलिस द्वारा महिलाओं पर अत्याचार न करने, ब्रेहबेड़ा आंदोलन पर बैठी महिलाओं की नहाते समय पुलिस द्वारा ड्रोन से वीडियो बनाने, झूठी मुठभेड़ में बेकसूर आदिवासियों की हत्या करने, बस्तर में आदिवासियों के आंदोलन पर हमला बंद करने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठ गए हैं। इससे रविवार को सुबह से ही ओरछा मार्ग में वाहनों के पहिए थम गये हैं।

रविवार सुबह ओरछा से मुख्यालय की ओर जाने वाली यात्री बस भी ओरछा में ही फंसी रही। हजारों की संख्या में महिलाओं ने अपने दुधमुंहे बच्चों को लेकर शनिवार रात से ही राशन पानी लेकर ओरछा मार्ग पर डेरा डाल दिया है। आंदोलन पर बैठे ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। ग्रामीणों के ओरछा मुख्य मार्ग पर चक्काजाम करने से ओरछा का मुख्यालय से सम्पर्क टूट गया है।

चक्काजाम से छोटेडोंगर ओरछा मार्ग में पसरा सन्नाटा

ओरछा मार्ग के मंडालीपारा मुख्य मार्ग में बैनर पोस्टर लेकर हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए अपना विरोध जता रहे हैं। इसमें ओरछा मुख्य मार्ग में चक्काजाम करने से छोटे डोंगर ओरछा मार्ग में वाहनों के पहिए थम गये है जिससे सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। ओरछा मंडाली के पास मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बोलेगा से ओरछा जा रही 3 टीप्पर गिट्टी को मंडाली में ही रोक दिया।

आमदई खदान व रावघाट परियोजना बंद करने का लगाया नारा

आंदोलनरत ग्रामीणों ने धरना स्थल पर अपने पारंपरिक हथियार तीर-धनुष, कुल्हाड़ी लेकर आमदई लौह अयस्क खनन व रावघाट परियोजना बंद करने का नारा लगा रहे हैं।

कड़कती ठंड में अलाव जलाकर रात बिता रहे हैं लोग

शनिवार सुबह से ही बस्तर संभाग के हजारों ग्रामीणों ने मंडाली पारा के पास राशन पानी लेकर डेरा डाल दिया है। कड़ाके की ठंड से बचने के लिए महिलाएं अपने दुधमुंहे बच्चों को लेकर ठंड से बचने के लिए अलाव जलाकर रात बिता रही हैं।

(बस्तर से जनचौक संवाददाता तामेश्वर सिन्हा की रिपोर्ट।)

जनचौक से जुड़े

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of

guest
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments

Latest News

चिड़ियों में लैंगिक भेदभाव नहीं होता, यह सिर्फ इंसानों में होता है

प्रोजेक्टर पर चार चिड़ियों का कोलाज दिख रहा है। एक चिड़िया की चोंच में कीड़ा दबा है, दूसरी चिड़िया...

सम्बंधित ख़बरें