नई दिल्ली। मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। राज्य के तेंगनोउपल जिले में 13 शव बरामद किए गए हैं। यह घटना ऐसे समय में सामने आयी है जब रविवार 3 दिसंबर को मणिपुर में सात महीने बाद इंटरनेट से पाबंदी हटाई गयी थी। सुरक्षा बलों ने बताया कि अभी तक शवों की पहचान नहीं हो सकी है।
सुरक्षा बलों को इनपुट मिलने के कुछ घंटों बाद कि वहां गोलीबारी हुई है, मणिपुर के तेंगनोउपल जिले में सुरक्षाबलों को इनपुट मिला कि वहां गोलीबारी हुई है, कुछ देर बाद वहां पहुंचने पर 13 लोगों के शव पाए गए।
सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों के अनुसार, तेंगनोउपल जिले में लीथु, जहां शव पाए गए, “एक ऐसा क्षेत्र है जहां वर्तमान जातीय हिंसा के दौरान संघर्ष का कोई पिछला रिकॉर्ड नहीं रहा है।” यह सैबोल से लगभग 10 किमी उत्तर पश्चिम में स्थित है, जहां हाल ही में एक आईईडी हमले के माध्यम से असम राइफल्स के गश्ती दल को निशाना बनाने का प्रयास किया गया था।
सुरक्षा सूत्रों ने कहा, जब सुरक्षाकर्मी आज दोपहर (गोलीबारी के इनपुट के बाद) स्थान पर पहुंचे, तो उन्होंने 13 शव बरामद किए। उनकी पहचान अभी तक ज्ञात और सत्यापित नहीं है।
सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, शवों के पास कोई हथियार नहीं मिला। सूत्रों ने कहा, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को इस घटनाक्रम की जानकारी दे दी गई है।
राज्य मई की शुरुआत से मैतेई और कुकी-ज़ोमी के बीच जातीय हिंसा में उलझा हुआ है। इस संघर्ष में अब तक 150 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।
(जनचौक की रिपोर्ट।)
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