Friday, September 22, 2023

न्याय व्यवस्था

पट्टी बंधी न्याय की आंखें भी करने लगी हैं भेदभाव

न्यायिक क्षेत्रों में आजकल संविधान के अनुच्छेद 32 और उस पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक ही सप्ताह में दो अलग-अलग पीठों द्वारा की गई व्याख्या के कारण बहस छिड़ गई है। लगभग सभी बड़े अखबारों ने अपने संपादकीय में...

न्याय और सत्य की स्वतंत्र भूमिका का इंतज़ार

सुप्रीम कोर्ट का जज दूध पीता बोध-शून्य बच्चा नहीं होता, जिसे अपनी शक्ति का अहसास नहीं होता। राजनीति के बजाय वह अपनी कुर्सी की नैतिकता से भी बंधा होता है। वह सरकार में थोड़े समय के लिए आए नेताओं...

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ग्राउंड रिपोर्ट: स्वयं सहायता समूह से आत्मनिर्भर बनती बीकानेर के बिंझरवाड़ी गांव की महिलाएं

बीकानेर, राजस्थान। महिलाओं विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए आज़ादी के बाद से ही कई...