भारत में जाति को लेकर मुख्य समझ एक सांस्कृतिक परिघटना के रूप में जाति के विचार पर केंद्रित रही है। जाति और व्यापक सामाजिक न्याय की मांग करने वाली राजनीति का मजाक उड़ाते हुए 'पहचान की राजनीति' बताया जाता...
बिहार। भागलपुर के नवगछिया स्थित 'आनंद निलय भवन' में 'सामाजिक न्याय आंदोलन' के बैनर तले मनुवादी-सांप्रदायिक-कॉरपोरेट फासीवाद के हमले के खिलाफ सम्मान, हिस्सेदारी और बराबरी के लिए 29 अप्रैल को बहुजन संसद आयोजित किया गया।
इस अवसर पर कुरुक्षेत्र...
अयोध्या में पांच अगस्त को राम जन्मभूमि पूजन का कार्यक्रम बिना किसी राजनीतिक विरोध के संपन्न हो गया और भारत का लोकतंत्र, जो पिछले छह सालों से लड़खड़ा कर चल रहा था, थक कर बैठ गया। हिंदू राष्ट्र...