म्यांमार में सेना की ‘कब्जेदारी’ से हमेशा संकट में रहा है लोकतंत्र
म्यांमार! यह मुल्क 1948 में आजाद तो हो गया, परंतु इस आजादी को कायम रखने की जद्दोजहद हमेशा बनी रही। आजादी के दशकों गुजर जाने [more…]
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हावर्ड फॉस्ट के कालजयी उपन्यास स्पार्टाकस का हिंदी अनुवाद अमृत राय ने आदिविद्रोही शीर्षक से किया है। मैं इस अनुवाद को मानक मानता हूं। अच्छा [more…]
राहुल गांधी ने चीन से सीमा विवाद के मुद्दे के बहाने सेना को मिलने वाली सहूलियतों का मामला उठाया है। उन्होंने जवानों का एक वीडियो [more…]
अज़ैरबाइजान और आर्मेनिया के बीच 36 नहीं 27 का आंकड़ा है। हम कह सकते हैं कि आर्मेनिया ने अज़ैरबाइजान के मान्य नक्शे के 27 प्रतिशत [more…]