स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मौलाना अबुल कलाम आजाद की आज 63वीं पुण्यतिथि है। आज…
पुण्यतिथिः कथ्य और संवेदना के स्तर पर मंटो के करीब है शानी का लेखन
शानी के मानी यूं तो दुश्मन होता है और गोयाकि ये तखल्लुस का रिवाज ज्यादातर शायरों में होता है, लेकिन…
फिदेल कास्त्रो: छोटे देश का एक वैश्विक नेता
आज फिदेल कास्त्रो की पुण्यतिथि है। 25 नवंबर 2016 को उनका निधन हवाना, क्यूबा में हो गया था। सैनिक वर्दी…
पुण्यतिथिः वामिक जौनपुरी की नज्म ‘भूका है बंगाल’ सुनकर देश भर ने भेजी थी मदद
वामिक जौनपुरी का शुमार उन शायरों में होता है, जिनकी वाबस्तगी तरक्कीपसंद तहरीक से रही। उन्होंने अपने कलाम से सरमायेदारी…
लाला लाजपत राय की पुण्यतिथिः ‘मेरा मज़हब हक़परस्ती, मेरी मिल्लत क़ौमपरस्ती है’
सारे देश में ‘पंजाब केसरी’ के नाम से मशहूर लाला लाजपत राय की पहचान, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरम दल…
राजिंदर सिंह बेदी की पुण्यतिथिः चिट्ठी का जवाब क्या दिया कि रूठ गए मंटो
राजिंदर सिंह बेदी का दौर वह हसीन दौर था, जब उर्दू अदब में सआदत हसन मंटो, कृश्न चंदर, इस्मत चुगताई…
प्रभाष जोशी ने कहा था- आने वाले कई वर्ष प्रतिक्रियावादी छद्म और संकीर्ण हिंदुत्व के साल होंगे
आधुनिक हिंदी पत्रकारिता को नई दिशा, भाषा और तेवर प्रदान करने वाले चर्चित पत्रकार, सामाजिक-राजनीतिक चिंतक प्रभाष जोशी की आज…
पुण्यतिथिः साहित्य में दलित और स्त्री को विमर्श तक ले आने वाले राजेंद्र यादव विवादों से कभी हारे नहीं
हिंदी साहित्य को अनेक साहित्यकारों ने अपने लेखन से समृद्ध किया है, लेकिन उनमें से कुछ नाम ऐसे हैं, जो…
पुण्यतिथि पर विशेषः साहिर का ‘वह सुबह कभी तो आएगी…’ बन गया था मेहनतकशों का तराना
साहिर लुधियानवी एक तरक्कीपसंद शायर थे। अपनी ग़ज़लों, नज़मों से पूरे मुल्क में उन्हें खूब शोहरत मिली। अवाम का ढेर…
पुण्यतिथि पर विशेषः इस्मत चुग़ताई को कुर्रतुल ऐन हैदर ने कहा था, ‘लेडी चंगेज़ खां’
उर्दू मॉडर्न कहानी के चार स्तंभ रहे हैं। कृश्न चन्दर, राजिंदर सिंह बेदी और सआदत हसन मंटो। चौथा कंधा जनाना…