Thursday, April 25, 2024

bhagat singh

शहीदों की याद में शोषण-मुक्त समाज बनाने का संकल्प

31 मार्च को देहरादून के हिंदी भवन में भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की शहादत की याद में विकल्प नागरिक मंच और नौजवान भारत सभा ने एक विचार गोष्ठी आयोजित की। जिसमें भगत सिंह और उनके साथी शहीदों का...

शहीद दिवस: आज भगत सिंह के समाजवादी विचारों की हमें क्यों ज़रूरत है?

आज से 93 साल पहले 23 मार्च 1931 की काली रात को देश के तीन सपूतों भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को गुपचुप लाहौर सेंट्रल जेल में फांसी पर लटका दिया गया था। उस समय इन सपूतों की देश...

बेरोजगारी और भगतसिंह

गत 13 दिसंबर 2023 को दो युवक संसद भवन की सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देते हुए दर्शक दीर्घा से सदन के अंदर कूद गए, जहां उन्होंने पीले रंग की एक गैस हवा में छोड़ी। इससे सदन में हंगामा मच गया। पूरी योजना चार...

शहीद भगत सिंह का लेख: करतार सिंह सराभा की रग-रग में समाया था क्रांति का जज्बा

(शहीद करतार सिंह सराभा वो बहादुर क्रांतिकारी थे, जिनसे शहीद-ए-आज़म भगत सिंह भी हद दर्जे तक मुतास्सिर थे। वे हर दम उनकी तस्वीर अपने पास रखते थे और कहा करते थे, 'यह मेरा गुरु, साथी व भाई है'। करतार...

शहीद-ए-आज़म भगत सिंह: नारा तब भी इंकलाब था- नारा आज भी इंकलाब है

'जो कोई भी कठिन श्रम से कोई चीज़ पैदा करता है, उसे यह बताने के लिए किसी खुदाई पैगाम की जरुरत नहीं कि पैदा की गयी चीज़ पर उसी का अधिकार है' यह शब्द जो अपनी जेल डायरी के...

बढ़ते एजेंसियों के छापों और राज्य आतंक के साथ ही बढ़ रहा है प्रतिरोध का जज्बा

इस वर्ष 59 दिनों तक चले सावन मास के दरमियान लाखों युवाओं को कांवर ढोते हुए जलाभिषेक के लिए लंबी-लंबी दूरी की यात्राओं पर जाते हुए देखकर यह लगता था कि चंद्रयान-3 के युग में भारत का बहुसंख्यक युवा अभी...

अधिनायकवादी-फासीवादी दौर में शहीद चन्द्रशेखर की क्रांतिकारी स्पिरिट युवाओं की प्रेरणा

31 मार्च JNU छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष चन्द्रशेखर का शहादत दिवस है। 1993 में छात्रसंघ चुनाव के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या वे किसी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, चन्द्रशेखर ने कहा था, " हां,...

भगत सिंह और उनकी शहादत आज भी प्रासंगिक

आज से लगभग 90 साल पहले महान क्रांतिकारी भगत सिंह को ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार ने फांसी पर लटका दिया था। वे देश के महानतम क्रांतिकारियों में से एक थे और समाजवाद, भारत की स्वतंत्रता और औपनिवेशिक ताकतों की खिलाफत...

आरएसएस व भाजपा की विभाजनकारी और सांप्रदायिक राजनीति के खिलाफ संघर्ष की प्रेरणा देते हैं भगत सिंह: माले

पटना। फासीवादी हमले से लोकतंत्र व देश को बचाने तथा शहीदों के सपनों का भारत बनाने के संकल्प के साथ भाकपा-माले का जनसंवाद आज से शुरू हुआ। राजधानी पटना सहित आज राज्य के विभिन्न इलाकों में शहीद-ए-आजम भगत सिंह,...

बिस्मिल, अशफाक और रोशन सिंह ने कोई माफीनामा नहीं भेजा था

पुरानी कहावत है, एक झूठ को छुपाने के लिए हजार झूठ बोलने पड़ते हैं। आज जब सावरकर के माफीनामे पर बहस छिड़ गई है तो, भाजपा, सावरकर के माफीनामे का औचित्य साबित करने के लिए, कभी शिवाजी के पत्रों तो...

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प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर

धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...