पुस्तक समीक्षा: मेहनत और संघर्ष की प्रेरक आत्मकथा

आत्मकथा के जरिये शिक्षक एस.पी. बंसल ने अपने जीवन के साथ-साथ शिक्षा को लेकर समाज के दृष्टिकोण, अपने कार्यों, निजी…

किताब की समीक्षा: वियुक्का यानि अनजान दुनिया की एक नई समझ

विरसम द्वारा प्रकाशित और पी अरविंद और बी अनुराधा द्वारा संपादित किताब ‘वियुक्का’ जिसका गोंडी में अर्थ है ‘सुबह का…

पुस्तक समीक्षा: समतावादी आंदोलनों को नई ऊर्जा देने की कोशिश

हमारी सभ्यता अपनी कालगणना में जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है वैसे-वैसे समता, स्वतंत्रता और बंधुत्व का विमर्श पीछे छूटता जा…

पुस्तक समीक्षा-दावानल: इन्साफ़ की गैरमौजूदगी में बस्तर का सच दर्ज करने की बेहतरीन कोशिश

विख्यात समाजशास्त्री नन्दिनी सुन्दर बस्तर की गंभीर अध्येता हैं। वह बस्तर के सघन जंगली इलाकों में बहुत पहले से आती-जाती…

राजकमल प्रकाशन समूह की वेबसाइट पर 21-30 जून तक आयोजित होगा ऑनलाइन बुक फेयर

नई दिल्ली। साहित्य प्रेमियों के लिए यह गर्मी की छुट्टियां खास बनाने के लिए राजकमल प्रकाशन समूह एक विशेष पेशकश ला…

सीएए, मुस्लिम मन और किताब ‘शाहीनबाग़: लोकतंत्र की नई करवट’

आसन्न लोकसभा चुनाव की घोषणा से ऐन पहले सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) लागू कर दिया गया। तार्किक विरोध की तमाम…

दिल्ली विश्व पुस्तक मेले में विमोचित होगी पहाड़ी भाषाओं पर लिखी गयी किताब भाखा बहता नीर

शिमला। लंबे समय से हिमाचल प्रदेश के पर्यावरण व इतिहास पर शोध कर रहे लेखक, पत्रकार गगनदीप सिंह द्वारा संपादित…

लद्दाख-चीन तनाव पर मोदी सरकार की पोल खोल सकती है पूर्व आर्मी चीफ नरवाने की किताब

नई दिल्ली। भारतीय सेना पूर्व आर्मी चीफ एमएम नरवाने के संस्मरणों पर आने वाली उस किताब की समीक्षा कर रही…

रघुराम राजन और रोहित लाम्बा की किताब ‘ब्रेकिंग द मोल्ड’: देश के वर्तमान हालात पर तीखी टिप्पणी

नई दिल्ली। यह पुस्तक अपने शीर्षक में ‘भारत के आर्थिक भविष्य की पुनःकल्पना’ की बात करती है। जाहिर है, जो…

डॉ. राकेश पाठक की किताब ‘सिंधिया और 1857’ का 29 अक्तूबर को विमोचन, राम पुनियानी होंगे मुख्य अतिथि

भोपाल। पत्रकार, कवि और लेखक डॉ. राकेश पाठक की पुस्तक ‘सिंधिया और 1857’ का विमोचन आगामी 29 अक्टूबर, रविवार, शाम…