क्या जातिव्यवस्था भारतीय समाज के लिए एक वरदान है? आरएसएस के मुख्यपत्र पांचजन्य में छपे एक लेख से तो ऐसा…
सनातन धर्म का कोढ़ है जाति प्रथा
हिन्दू धर्म का कोई पैगम्बर नहीं है और ना ही उसकी कोई एक किताब है। यहां तक कि ‘हिन्दू’ शब्द…
जाति ही पूछो साधु की, ज्ञान से क्या काम?
किसी ने सही कहा है कि इंसान जन्म के साथ कुछ लेकर नहीं आता। कपड़े तक नहीं। लेकिन पैदा होते…
वर्ण-व्यवस्था की नींव पर खड़ा श्रमिकों के शोषण का केंद्र है गीता प्रेस
‘गीता प्रेस की स्थापना 1923 में कोलकाता के एक मारवाड़ी सेठ जयदयाल गोयन्दका ने की थी। 2023 में उसके सौ…
वैदिक आरक्षण बनाम संवैधानिक आरक्षण: संदर्भ आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पूछा जाना कि यह आरक्षण कितनी पीढियों तक चलेगा, चर्चा और बहुजन समाज के लिए चिंता का…