आपका पूरा नाम क्या हुआ? अंकल सौरभ, सर्टिफिकेट नाम क्या हुआ? अंकल सुमन सौरभ, ओ.. पापा का नाम?
देवनारायण सौरभ। सुनो सौरभ, हम लोग कायस्थ परिवार से आते हैं। इसलिए यहां माहौल बढ़िया मिलेगा। उसी ढंग से आपको भी रहना...
बालोद/रायपुर। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में जनचौक की एक खबर का असर हुआ है। दरअसल यहां डौंडी ब्लाक में स्थित सुरडोंगर के गणेशराम बघेल के घर को सरपंच ने बुल्डोजर से धराशायी कर दिया था। तब से यह परिवार...
मानव समाज में शोषण के अनेक रूप रहे हैं जिसमें अलग अलग तरीकों से एक इंसान दूसरे इंसान का शोषण करता रहा है। इन सब रूपों में मूलत: उत्पादन के साधनों और मानव श्रम से पैदा अतिरिक्त पर मिल्कियत...
यूपी को लेकर बीजेपी की बेचैनी बुरी तरह से बढ़ गई है । अपने सारे सूत्रों से वह यह जान चुकी है कि चीजें अभी जैसी हैं, वैसी ही छोड़ दी जाएं तो चुनाव में उसके परखच्चे उड़ते दिखाई...
उत्तर प्रदेश में जब भी चुनाव आते हैं, वे लोकसभा के हों, विधानसभा के या फिर नगर निकायों और पंचायतों के ही क्यों न हों, उन्हें जातियों व धर्मों के युद्धों में बदलने की कोशिशें खासी तेज हो जाती...
आज निम्न गंभीर संकट हमारे सामने खड़ा है-
1- आरएसएस-भाजपा और उसके घोषित-अघोषित आनुषांगिक संगठनों के नेतृत्व में एक बहुसंख्य समूह के रूप में हिंदू बर्बर और आक्रामक तरीके से धार्मिक अल्पसंख्यकों (मुसलमानों और ईसाईयों) खिलाफ हमलावर है। अब बात...
(भगवान दास अम्बेडकरवाद और अनुसूचित जातियों के मानवाधिकारों के मुद्दे पर सबसे प्रतिष्ठित विद्वानों में से एक थे। व्यापक रूप से यात्रा करने वाले, भगवान दास ने भारत में दलितों की स्थितियों पर विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफार्मों पर...
जम्मू-कश्मीर से जुड़े परिसीमन आयोग ने जम्मू के लिए छह अतिरिक्त विधानसभा सीटें और कश्मीर घाटी के लिए केवल एक सीट बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। इसके साथ ही उसने अनुसूचित जनजातियों के लिए 9 सीटें प्रस्तावित की हैं।...
लखनऊ/पटना। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने डॉ. बी आर अम्बेडकर के 65वें परिनिर्वाण दिवस पर सोमवार को यहां हजरतगंज चौराहा स्थित बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। आज के...
1956 में आज ही के दिन - 6 दिसंबर को - नहीं रहे थे बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर ; मगर कमाल ही है उनका व्यक्तित्व और कृतित्व, जिसके चलते वे आज साढ़े छः दशक बाद भी न सिर्फ...