Thursday, April 18, 2024

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एथिक्स कमेटी ने महुआ से पूछा- जिन लोगों से आपने बात की, क्या उनकी पत्नियों को पता था?

नई दिल्ली। लोकसभा की नैतिक समिति (Lok Sabha ethics Committee) पर ‘अनैतिक’ और ‘अशोभनीय’ सवाल पूछने के आरोप लग रहे हैं। आरोप समिति के सदस्यों पर नहीं बल्कि उसके अध्यक्ष पर हैं। यह समिति टीएमसी की प्रखर सांसद महुआ...

कृषि विधेयक पर डिप्टी चेयरमैन ने दिया जवाब, कहा- सिवा अपनी सीट पर थे लेकिन सदन नहीं था आर्डर में

नई दिल्ली। राज्य सभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश नारायण सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि यह बात सही है कि डीएमके सांसद तिरुची सिवा मत विभाजन की मांग करते...

कृषि विधेयक: डिप्टी चेयरमैन की यह बात भी झूठी निकली कि मत विभाजन की मांग करते समय सदस्य नहीं थे अपनी सीट पर

नई दिल्ली। राज्य सभा में रविवार को दो कृषि बिलों के मामले में विपक्ष के मत विभाजन की मांग को ठुकराकर डिप्टी चेयरमैन हरिवंश नारायण सिंह उन्हें ध्वनि मत से पारित करा दिया था। इसके पीछे उनका तर्क था...

कृषि विधेयक: ध्वनिमत का मतलब ही था विपक्ष को शांत करा देना

जब राज्य सभा में एनडीए को बहुमत हासिल था तो कृषि विधेयकों को ध्वनि मत से पारित कराने की क्या जरूरत थी? राज्य सभा के उपसभापति हरिवंश जी इसे लेकर आपके वैध पक्ष को जानने सुनने के लिए पूरे देश...

आरजेडी सांसद मनोज झा हो सकते हैं राज्य सभा उप सभापति के लिए विपक्ष के उम्मीदवार

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा राज्यसभा में उप सभापति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार हो सकते हैं। बुधवार को एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने इसका इशारा किया। बताया जा रहा है कि मंगलवार को...

‘सुशांत’ से जो बचेगा उसे हरिवंश करेंगे पूरा! राज्यसभा उपसभापति के लिए एनडीए की तरफ से भरा पर्चा

बिहार चुनाव से पहले सवर्णों के एक प्रभावी तबके से आने वाले राज्य सभा सांसद हरिवंश उपसभापति के उम्मीदवार हो गए हैं और उन्होंने आज अपना नामांकन का पर्चा भी दाखिल कर दिया। जदयू राज्य सभा सांसद हरिवंश पहले...

सवालों से डरने वाली सरकार ने बंद की ‘संसद की जुबान’

सिर्फ प्रश्नकाल ही क्यों हो क्वारंटीन? शून्यकाल को क्यों बख्श दिया जाए? दोनों पीठिया हैं। पीठिया मतलब संसद की दो संतानें जो एक के बाद एक हों। प्रश्नकाल के तुरंत बाद शून्यकाल आता है। प्रश्न काल के साथ बेटी...

हरिवंश जी, आप का भास्कर का लेख बताता है! सत्ता के मोह और कुर्सी की लालच के नीचे दफ़्न हो जाया करते हैं आदर्श

भारत में जब संसद चलती है तो यह देश हर दिन 2 करोड़ रुपये उसे चलाने के लिए फूंक देता है। राज्य सभा में जाने के लिए इसके उम्मीदवार करोड़ों रुपये खर्च करते हैं। जाहिर है कि वह सिर्फ...

सारी व्यवस्था कॉरपोरेट के लिए आम लोगों के लिए कुछ भी नहीं: एचडीएफसी चेयरमैन

नई दिल्ली। एचडीएफसी बैंक के चेयरमैन दीपक पारेख ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हम नियमित तौर पर कर्ज माफी का कार्यक्रम चलाते हैं और कारपोरेट के कर्जे माफ करते रहते हैं लेकिन आम लोगों की बचत...

“किसी विपक्षी नेता के खिलाफ सफलतापूर्वक की गयी एक भी कार्रवाई मेरी कुर्सी सुरक्षित कर सकती है”

नई दिल्ली। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज यानि सीबीडीटी के चेयरमैन प्रमोद चंद मोडी ने एक संवेदनशील मामले को दफनाने का एक बेहद चौंकाने वाला निर्देश दिया था इसके साथ ही उन्होंने यह दावा किया था कि विपक्ष के एक नेता...

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ऐसा क्यों? बढ़ती मुश्किलों के बावजूद मोदी पर ही दांव! 

आम चुनाव के लिए मतदान शुरू होने से ठीक पहले संभवतः एकमात्र ऐसा जनमत सर्वेक्षण सामने आया है, जिसमें...