चली गयी भारतीय सिनेमा की आत्मा, नहीं रहे श्याम बेनेगल

नई दिल्ली। भारतीय सिनेमा की आत्मा के तौर पर देखे जाने वाले लिजेंड फिल्मकार श्याम बेनेगल का मुंबई में निधन…

हंसा जाई अकेला

बुद्धदेव भट्टाचार्य नहीं रहे।बंगाल में वामपंथी राजनीति की किंवदंतियों की छीजती हुई श्रृंखला की जैसे एक अंतिम कड़ी नहीं रही।वामपंथी…

फासीवाद को सबसे बड़ा खतरा कला से लगता है: मयंक सक्सेना

(कवि, पटकथा लेखक, पत्रकार और एक्टिविस्ट मयंक सक्सेना का आज निधन हो गया। उन्हें अस्थमा की बीमारी थी। इस बीच…

बलराज साहनी: अवाम को समर्पित रही जिंदगी

बलराज साहनी होना या बनना सबके बूते की बात नहीं और शायद इसीलिए उन सरीखी शख्सियत को जिन्हें दुनिया हमेशा…

ग्राउंड रिपोर्ट: मानसून की बेरुखी से बर्बादी के कगार पर खड़े हैं चंदौली के किसान

चंदौली\वाराणसी। आया सावन झूम के… अब सिर्फ सिनेमा और समाज में किंवदंती में बनकर रह ही गया है। उत्तर प्रदेश…

द कश्मीर फाइल्स का खतरनाक ‘सच’

भगवा पगड़ी और एक हिंदू उपदेशक की पोशाक पहने एक आदमी सिनेमा हॉल की आलीशान लाल आंतरिक साज-सज्जा के सामने…

गौरव के उन पलों को फिर से जिंदा कर देती है 83

सिनेमा के सबसे मुख्य कार्य हैं दर्शकों का मनोरंजन करना और कोई सामाजिक संदेश देना। यदि आप सिनेमा को सिर्फ…

मनोरंजन की दुनिया का नया बादशाह है ओटीटी

सरदार उधम और जय भीम जैसी फिल्मों में ओटीटी पर रिलीज़ होने के बाद भी जिस तरह से सफलता पाई…

उपहार अग्निकांड में सबूतों से छेड़छाड़ के लिए सुशील और गोपाल अंसल को सात साल कैद, ₹2.5-2.5 करोड़ जुर्माना

उपहार सिनेमा अग्निकांड के सबूत मिटाने के आरोप में अंसल बंधुओं- सुशील और गोपाल अंसल को सात साल की जेल…

भारतीय सिनेमा और दलित पहचान : भारत जैसे जातिग्रस्त समाज के लिए ज़रूरी है `पेरारियात्तवर`

(ऐतिहासिक तौर पर भारतीय सिनेमा ने जहाँ फ़िल्मों के निर्माण में दलितों के श्रम का शोषण किया है वहीं उनकी…