हिन्दू त्योहारों के बहाने हिंसा और नफरत फ़ैलाने की कोशिश

सांप्रदायिक हिंसा भारतीय समाज के लिए एक अभिशाप है। पूर्व-औपनिवेशिक काल में कभी-कभी ही नस्लीय विवाद हुआ करते थे, लेकिन…

देश की एकता पर लपकते शिखा से पादुका तक पैने होते नाखून

जाति जनगणना के सवाल पर मनु-जायों का कुनबा बिलबिलाया हुआ है । न उगलते बन रहा है न निगलते !!…

राम रहीम के बाद लारेंस बिश्नोई: भाजपा के नए आराध्य, संघियों के नए ‘पां-पां’

जैसे कोई खिलाड़ी किसी बड़े मुकाबले को जीतकर आने के बाद अपनी ट्रॉफी दिखाते हुए खुशी और संतुष्टि के साथ मीडिया…

क्यों अच्छी है लोकतंत्र के लिए गठबंधन की राजनीति?

मुख्यधारा के मीडिया की मदद से, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा ने भारत के चुनावी इतिहास का एक बड़ा…

एक बार फिर सांप्रदायिक-विघटनकारी एजेंडा के सहारे भाजपा?

बहुसंख्यकवादी राष्ट्रवाद हमेशा से चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए सांप्रदायिक विघटनकारी एजेंडा और नफरत का इस्तेमाल करता…

साझा विरासत स्थल और सांप्रदायिक एजेंडा

सन 1992 के छह दिसंबर को भारत में किसी भी विरासत स्थल पर सबसे बड़ा संगठित हमला हुआ था। यह…

क्या भारतीय फासीवाद की जड़ें यहां के पूर्व आधुनिक समाज में निहित हैं?

भाजपा लगातार दो आम चुनाव में भारी बहुमत से जीतकर सत्ता में आई तथा देश में जब संघ परिवार का…

न्यायाधीश बहुसंख्यकवादी दृष्टिकोण को बढ़ावा दे रहे हैं: जस्टिस ए पी शाह

दिल्ली हाइकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस ए. पी. शाह ने कहा कि बुलडोजर आज शक्ति का प्रतीक बन गया है,…

ज्ञानवापी के सांप्रदायिक एजेंडे पर सुप्रीम कोर्ट का हथौड़ा

भले ही मोदी सरकार ने न्यायपालिका पर लगातार हमले करने के लिए कुख्यात अपने कानून मंत्री किरेन रिजिजू को हटा…

कर्नाटक चुनाव: ‘हिंदुत्व की प्रयोगशाला’ में इस बार ‘विकास’ और ‘राष्ट्रवाद’

नई दिल्ली। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, भाजपा चुनावी मैदान में…