Tuesday, June 6, 2023

cuba

साम्राज्यवाद के विरुद्ध अडिग चट्टान और मानवता के लिए पंखुड़ी जैसे सुकोमल थे फिदेल कास्त्रो 

कल फिदेल कास्त्रो का 96वाँ जन्मदिन था। इस अवसर पर दिल्ली स्थित क्यूबा दूतावास ने एक छोटा-सा आत्मीय कार्यक्रम रखा था। वक़्त से पहले पहुँच जाने के कारण क्यूबा के भारत में राजदूत कॉमरेड अलेजांद्रो सीमांकास मारिन ने बताया...

कोरोना काल में क्यूबा: सामने आयी एक सार्वभौमिक मानव केन्द्रित स्वास्थ्य व्यवस्था

पूरी दुनिया कोरोना के कहर से त्रस्त है। विकसित देशों से लेकर विकासशील देशों तक लाखों की तादाद में लोग काल के मुँह में समा रहे हैं। लेकिन कोरोना से निजात पाना मुश्किल हो रखा है। दुनिया की महा-शक्तियाँ...

अमेरिका का अफगानिस्तान युद्ध से पलायन बनाम उसका झूठ

काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए एक जबर्दस्त फियादीन बम विस्फोट में जिसमें 157 आम अफगान नागरिकों और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई थी, इस भयावय विस्फोट में बच गये एक अमेरिकी ने तालिबान आंतकवादियों द्वारा मार दिए...

जन्मदिन पर विशेष: अपने जीवनकाल में ही किंवदंती बन गए थे फिदेल

फिदेल ऐलेजैंड्रो कास्त्रो रूज़ (जन्म: 13 अगस्त 1926) एक अमीर परिवार में पैदा हुए और कानून की डिग्री प्राप्त की। हवाना विश्वविद्यालय में अध्ययन करते हुए उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की और क्यूबा की राजनीति में एक...

क्यूबा में विरोध प्रदर्शनों के पीछे अमेरिका का हाथ

रविवार 11 जुलाई को क्यूबा की राजधानी हवाना में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर सरकार का विरोध करने के लिए उतरे, जो दशकों में कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा संचालित द्वीप पर सबसे बड़ा सरकार विरोधी प्रदर्शन था। सुरक्षाबलों की...

ईराक पर अमरीकी हमले पर फिदेल कास्त्रो ने कहा था- इस युद्ध के एकमात्र विजेता हथियारों के निर्माता होंगे

(गतांक से आगे...) विश्व अर्थव्यवस्था पहले से ही मौजूद जबरदस्त संकट से नहीं उबर पाई है। इस युद्ध के उसके लिए गंभीर परिणाम होंगे। इसके बाद दुनिया के किसी देश के लिए सुरक्षा और शांति नहीं रहेगी। विश्व जनमत भी...

फिदेल कास्त्रो: छोटे देश का एक वैश्विक नेता

आज फिदेल कास्त्रो की पुण्यतिथि है। 25 नवंबर 2016 को उनका निधन हवाना, क्यूबा में हो गया था। सैनिक वर्दी में आम प्रदर्शनों की अगुवाई करते हुए कास्त्रो की छवि हमेशा एक सर्वकालिक क्रांतिकारी की रही है। वे ज्यादातर...

जन्मदिन पर विशेष: भूख और गरीबी ने दिखाया था चे को क्रांति का रास्ता

14 जून 1928 को अर्जेंटीना में जन्मे चे ग्वेरा की बोलिविया में, उनकी गिरफ्तारी के एक दिन बाद, 9 अक्टूबर, 1967 को, हिरासत में हत्या कर दी गई थी। जब उनकी हत्या हुयी तो वे केवल 39 साल के...

क्यूबा इन द टाइम ऑफ कोरोना

क्यूबा एक छोटा सा देश है। कैरेबियन द्वीप समूह में एक छोटा सा टापू। अमेरिका और मित्र राष्ट्रों के दबदबे वाले इतिहास-भूगोल के चैनलों से जानकारी हासिल करने वालों की नज़र में तो इसकी बहुत बुरी छवि होगी। ऐसे...

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