कुछ लोग तारीख़ बनाते हैं, और कुछ लोग तारीख़ बन जाते हैं। राजीव गांधी उन चंद शख़्सियतों में से थे…
हिफ़ाज़त का रंग न मज़हब देखता है, न जात – ऑपरेशन सिंदूर की गवाही
कुछ लम्हे अल्फ़ाज़ नहीं मांगते, वो ख़ुद तहरीर बन जाते हैं। ऑपरेशन सिंदूर भी ऐसा ही एक लम्हा था- जब…
भारत ने पाकिस्तान के कई ठिकानों को निशाना बनाया
नई दिल्ली। भारत ने आज पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ ठिकानों पर हमला किया, जिनका उद्देश्य वहां…
किताब की समीक्षा: वियुक्का यानि अनजान दुनिया की एक नई समझ
विरसम द्वारा प्रकाशित और पी अरविंद और बी अनुराधा द्वारा संपादित किताब ‘वियुक्का’ जिसका गोंडी में अर्थ है ‘सुबह का…
पहलगाम हमला: कुछ सवाल जिनके जवाब मिलने जरूरी हैं?
इस देश को नरपिशाचों का देश बनाने की तैयारी शुरू हो गयी है। अब यहां नागरिक नहीं होंगे। न ही…
पहलगाम के बाद धैर्य और व्यवहारिकता नई दिशा के प्रमुख सूत्र होंगे
पहलगाम के पास बैसारन घास के मैदान में हुआ हमला, जिसमें कम से कम 27 पर्यटक और एक स्थानीय निवासी…
जहां मोहब्बत के फूलों को नफ़रत की गोलियों से रौंदा गया- पहलगाम की रूह रोती रही
बर्फ़ से ढकी वादियां, झीलों की तह में छुपे नर्म जज़्बात, और हवा में घुली सुकून की सरगोशियां- कश्मीर की…
नेपथ्य का नायक : अनिल चौधरी की स्मृति में
‘’दोस्तो अब मंच पर सुविधा नहीं है / आजकल नेपथ्य में संभावना है…’’ हिंदी के लोकप्रिय कवि दु्ष्यन्त कुमार जिस…
अलविदा वीरेंद्र जी……
वीरेंद्र सेंगर वहां चले गये जहां से कोई कभी लौट कर नहीं आता। लेकिन वे लोगों की यादों में, उनके…
सफाई कर्मियों ने किया जंतर-मंतर पर प्रदर्शन, कहा-हर चौथे दिन सीवर में क्यों मारा जा रहा है एक भारतीय नागरिक
नई दिल्ली। सफाई कर्मचारी आंदोलन (SKA )के नेतृत्व में आज जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया। देश भर में…